महराजगंज: प्रदेश सरकार ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षकों और कर्मचारियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. सोमवार की शाम को महराजगंज के घुघली ब्लॉक स्थित हरखी प्यास में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात सुनील कुमार तिवारी को एसटीएफ की जांच के बाद बर्खास्त कर दिया गया. वहीं बर्खास्त प्रधानाध्यापक पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
फर्जीवाड़े की शिकायत पर एसटीएफ ने की जांच
यूपी सरकार ने चर्चित शिक्षिका अनामिका शुक्ला का मामला पकड़ में आने के बाद प्रदेश स्तर पर बड़ी कार्रवाई करने की योजना बनाई है. इसी क्रम में गोंडा से स्थानांतरण के बाद घुघली विकासखंड के हरखी प्यास गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात सुनील कुमार तिवारी के खिलाफ फर्जीवाड़े की शिकायत मिलने पर एसटीएफ लखनऊ की टीम ने जांच की, जिसमें फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया था.
आरोपी प्रधानाध्यापक ने नहीं कराया दस्तावेजों का वैरीफिकेशन
एसटीएफ की जांच के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ला ने प्रधानाध्यापक को सभी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के अलावा आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित सभी दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर जांच कराने का नोटिस दिया था. अंतिम नोटिस के बाद भी आरोपी प्रधानाध्यापक जांच के लिए उपस्थित नहीं हुए. लिहाजा बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आरोपी प्रधानाध्यापक सुनील कुमार तिवारी को बर्खास्त कर दिया. वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी ने आरोपी प्रधानाध्यापक के खिलाफ घुघली थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है.
घुघली थानाध्यक्ष गिरिजेश उपाध्याय ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर प्रधानाध्यापक सुनील कुमार तिवारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 में अभियोग पंजीकृत कर कार्रवाई की जा रही है.