कानपुर देहात: जिले में खनन माफियाओं ने पैसों के लिए एक दूसरे पर गोली चला दी. जिससे दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए है. जिसको लेकर आईजी कानपुर मोहित अग्रवाल घटना स्थल पर पहुंचे. आईजी कानपुर के बयान के बाद जिले के अधिकारियों पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा हो रहा है. इस पूरे मामले में कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी ने मीडिया को बताया था कि बालू घाट पर खनन माफिया वैध रूप से काम कर रहे थे. ये उनका आपसी विवाद था. वहीं पर इस पूरे मामले में आईजी कानपुर ने खनन को अवैध बताते हुए गैंगगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की बात कही है. अवैध रूप से खनन करके अवैद्य ढंग से पैसे कमाने की भी बात कही है. आईजी ने कहा की उस पैसों को बहुत जल्द पुलिस जब्त करेगी.
जिले के सट्टी और राजपुर थाना क्षेत्र के बीच निबर्री गांव के पास बालू घाट है. जहां पर बालू का खनन सरकारी अनुमति पर चल रहा था. पर खनन में पैसो को लेकर दो खनन माफियाओं में लडाई हो गई. उन्होंने एक दूसरे पर बंदूक से फायर कर दिया. जिससे गोली लगने से गुलरेज और ज्ञानेंद्र सिंह की मौत हो गई. इस फायरिंग में एक शख्स गंभीर रूप से घायल हो गयी है. वहीं इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है.
बालू घाट पर हुए गोलीकांड को लेकर आईजी कानपुर मोहित अग्रवाल ने खुद घटना स्थल पर पहुंचकर जांच की और गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ भी की. जिसके बाद उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि अवैध रूप से जितना भी अभी तक खनन माफिया ने पैसा कमाया है. उसको पुलिस जब्त करेगी.
वहीं इससे पहले जिले के अधिकारियों ने खनन को वैध बताया, लेकिन आईजी के इस बयान के बाद जिले अधिकारियों की कारगुजारी पर बहुत बड़ा सवालिया निशान खड़ा हो गया है.
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जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने इस घटना को लेकर बताया की बालू घाट का पट्टा ऑनलाइन किया गया है. जोकि मान्य है, लेकिन लेन-देन के आपसी विवाद को लेकर आपस में ही दोनों पाटर्नर भिड़ गए. जिसमें दो की मौत हो गई, तो वहीं पर इस पूरे मामले में जांच का आदेश दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद सभी तथ्यों को देखते हुए कार्रवाई की जाएगी.