मैनपुरी: प्रदेश सरकार चाहे लाख दावे करे लेकिन स्वास्थ्य विभाग की बदहाल स्थिति जस की तस है. ताजा मामला जिला महिला चिकित्सालय का है जहां दुष्कर्म पीड़िता इलाज के लिए तड़प रही थी, लेकिन उसका इलाज नहीं किया गया. साथ ही वहां मौजूद महिला डॉक्टर ने बिना प्राथमिक उपचार किए पीड़िता को सैफई पीजीआई रेफर कर दिया. पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई है.
- महिला चिकित्सालय में एक रेप पीड़िता को उपचार के लिए लाया गया था.
- पीड़िता के साथ परिजनों के अलावा महिला पुलिसकर्मी भी अस्पताल पहुंचे थे.
- अस्पताल में पीड़िता दर्द से चिल्लाती रही लेकिन महिला चिकित्सालय में तैनात डॉक्टर सिर्फ सलाह दे रही थी.
- डॉक्टर ने बिना किसी परीक्षण के उसे सैफई पीजीआई ले जाने की सलाह दे डाली.
- इसके बाद महिला कॉन्स्टेबल ने जब दुष्कर्म पीड़िता बच्ची के इलाज का कहने पर भी महिला डॉक्टर अपनी जिद पर अड़ी रही.
- इसके चलते महिला डॉक्टर और कॉन्स्टेबल के बीच पीड़िता के इलाज के लिए बहस होने लगी.
- सूचना पर पहुंचे सीएमएस ने बच्ची के इलाज के लिए हस्तक्षेप किया तब कहीं जाकर रेप पीड़िता का इलाज प्रारंभ हुआ.
मरीज का इलाज चल रहा है. उनके साथ दुर्व्यवहार का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. यदि मरीज के साथ दुर्व्यवहार हुआ है तो कार्रवाई की जाएगी.
- डॉ. आरके पचौरी, सीएमएस महिला चिकित्सालय