उन्नाव: डीएम रवीन्द्र कुमार ने सोमवार को कलेक्ट्रेट कक्ष में कोविड-19 से सम्बन्धित बनाई गयी टीम-11 के साथ समीक्षा बैठक की. लाॅकडाउन के दौरान अब तक की गई विभिन्न प्रकार की कार्रवाई की समीक्षा करते हुए डीएम ने कहा कि, उन्नाव में निगरानी समिति का निरीक्षण सन्तोषजनक रहा. अब अनलॉक-1 में भी काम शासन के निर्देशों के अनुसार ही चलना है.
डीएम ने बताया कि कोविड-19 के तहत कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से जनपद स्तरीय नोडल अधिकारी की तैनाती की जा चुकी है. ऐसा इसलिए किया गया कि जनपद स्तर से लेकर नगरीय और ग्रामीण स्तर पर प्रभावी नियंत्रण और कार्रवाई समय से हो सके.
निगरानी समिति को किया जाए सक्रिय
डीएम ने सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में गठित कोरोना निगरानी समितियों को सक्रिय करें. ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधान व आशा और नगरीय क्षेत्रों में सभासदों व आशा की उपस्थिति की समीक्षा कर कार्य में तेजी लाएं, ताकि संक्रमण से गांव को बचाया जा सके.
जिलाधिकारी ने इस दौरान सरस्वती मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ्य टीम के कर्मचारियों साथ भी बैठक की. बैठक में डीएम ने निर्देश दिए कि क्वारंटाइन किए गए लोगों को दिए जा रहे खाने की गुणवत्ता में सुधार लाया जाए. किसी भी कोरोना संदिग्ध के साथ गलत व्यवहार न किया जाए.
डीएम ने प्रभारी को लगाई फटकार
डीएम ने कहा कि क्वारंटाइन किए गए लोगों को दैनिक उपयोग में लाई जाने वाली सामग्री को समय से उपलब्ध कराएं. डीएम ने प्रभारी को फटकार लगाते हुए कहा कि भोजन में गुणवत्ता की शिकायत दोबारा नहीं आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं कोरोना पॉजिटिव मरीजों से सीधे बात कर रहा हूं, लगातार शिकायत आ रही हैं, जिसको सुधारा जाए.