संभल जामा मस्जिद मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट ने निचली अदालत की कार्रवाई पर रोक लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद अब समाजवादी पार्टी (सपा) ने संभल का दौरा करने का फैसला लिया है. 30 नवंबर को सपा का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल संभल पहुंचेगा. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे करेंगे. विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव और सपा प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल, सांसद हरेंद्र मलिक, रुचि वीरा, इकरा हसन, जियाउर रहमान बर्क, नीरज मौर्य और विधायक कमाल अख्तर, रविदास मल्होत्रा, नवाब इकबाल महमूद, पिंकी सिंह यादव भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे. सपा की ओर से जारी पत्र के अनुसार, प्रतिनिधि मंडल संभल के स्थानीय लोगों से बातचीत करने के साथ हिंसा की स्थिति पर जानकारी इकट्ठा करेगा. प्रतिनिधिमंडल द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपी जाएगी.
हिंदू पक्ष का आरोप है कि यह मस्जिद एक समय में हरिहर मंदिर थी, जिसे मुगलों ने गिरवाकर मस्जिद का निर्माण कराया. इसी विवाद को लेकर हिंदू पक्ष ने अदालत में याचिका दायर की थी. जिसके बाद निचली अदालत ने मस्जिद का सर्वे करवाने का आदेश दिया था. इस सर्वे को लेकर हिंसा भड़क गई, जिसमें पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं. हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि पुलिस के एक डिप्टी एसपी को भी गोली लगी. इस घटना के बाद अब समाजवादी पार्टी की ओर से संभल में स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रतिनिधिमंडल का दौरा किया जा रहा है.