सीतापुर: गंगा दशहरा के पावन पर्व पर नैमिषारण्य के पावन चक्रतीर्थ के साथ ही आदि गंगा गोमती तट पर स्थित दशाश्वमेध घाट और राजघाट सूने पड़े हुए हैं. हर साल ज्येष्ठ मास की दशमी को गंगा अवतरण के रूप में गंगा दशहरा मनाया जाता है, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ नैमिष में जुटती है. इस साल लॉकडाउन के दौरान कोरोना संक्रमण के भय से तीर्थ और घाटों पर श्रद्धालु इकट्ठा नहीं हुए.
8 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की बात
नैमिष के मेले में पुरोहितों और मन्दिरों के पुजारियों को खूब चढ़ावा मिलता है, ये चढ़ावा आय का प्रमुख स्रोत होता है, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते श्रद्धालु तीर्थ नहीं आ रहे हैं, जिसके चलते लोगों की आमदनी बदं हो गई है. शासन प्रशासन ने 8 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की बात कही है. इस घोषणा से तीर्थ वासियों में एक उम्मीद बंधी है कि श्रद्धालु दर्शन के लिए जल्द ही नैमिषारण्य आएंगे, जिससे रोजी-रोटी का संकट मिटेगा. नैमिष के मन्दिर के पुजारियों और पुरोहितों ने लॉकडाउन पांच में ढील देने के लिए शासन को धन्यवाद दिया है.
सीतापुर: लॉकडाउन के चलते गंगा दशहरा पर चक्रतीर्थ नहीं पहुंचे श्रद्धालु - चक्रतीर्थ और राजघाट खबर
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में इस साल लॉकडाउन के कारण गंगा दशहरा के पावन पर्व पर नैमिषारण्य चक्रतीर्थ पर सन्नाटा पसरा रहा. कोरोना संक्रमण के डर से घाटों पर श्रद्धालु नहीं पहुंचे. वहीं शासन प्रशासन ने 8 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की बात कही है.
सीतापुर: गंगा दशहरा के पावन पर्व पर नैमिषारण्य के पावन चक्रतीर्थ के साथ ही आदि गंगा गोमती तट पर स्थित दशाश्वमेध घाट और राजघाट सूने पड़े हुए हैं. हर साल ज्येष्ठ मास की दशमी को गंगा अवतरण के रूप में गंगा दशहरा मनाया जाता है, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ नैमिष में जुटती है. इस साल लॉकडाउन के दौरान कोरोना संक्रमण के भय से तीर्थ और घाटों पर श्रद्धालु इकट्ठा नहीं हुए.
8 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की बात
नैमिष के मेले में पुरोहितों और मन्दिरों के पुजारियों को खूब चढ़ावा मिलता है, ये चढ़ावा आय का प्रमुख स्रोत होता है, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते श्रद्धालु तीर्थ नहीं आ रहे हैं, जिसके चलते लोगों की आमदनी बदं हो गई है. शासन प्रशासन ने 8 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की बात कही है. इस घोषणा से तीर्थ वासियों में एक उम्मीद बंधी है कि श्रद्धालु दर्शन के लिए जल्द ही नैमिषारण्य आएंगे, जिससे रोजी-रोटी का संकट मिटेगा. नैमिष के मन्दिर के पुजारियों और पुरोहितों ने लॉकडाउन पांच में ढील देने के लिए शासन को धन्यवाद दिया है.