लखनऊ: एक बार फिर मदरसा बोर्ड अपने फ़र्ज़ी वेबपोर्टल की वजह से सुर्खियों में है. बीते दिनों मदरसा बोर्ड के संज्ञान में यह मामला आया था कि, सरकारी वेब पोर्टल की तरह एक फर्जी वेब पोर्टल बनाकर लोगों को चूना लगाया जा रहा है. मामला मीडिया में आने के बाद मदरसा बोर्ड ने साइबर क्राइम में तहरीर दी गई थी, लेकिन कई दिन गुजर जाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
मामले में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने पर अधिकारियों की मंशा पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं. माना जा रहा है कि इस पर भी वेबपोर्टल से नियमों के विरुद्ध जाकर शिक्षा माफिया धन उगाही रहे हैं लेकिन ना तो मदरसे से जुड़े अधिकारी ना ही पुलिस इस मामले पर बोलने को तैयार है. वहीं मदरसा शिक्षा से जुड़े मौलानाओं का कहना है कि सरकार मदरसा शिक्षा को लेकर तमाम दावे करती है, लेकिन हैरत की बात है इस सरकार की नाक के नीचे अधिकारियों की मिलीभगत से मदरसों को बदनाम करने के लिए फर्जी मदरसा पोर्टल चलाया जा रहा है. जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. मौलाना का कहना है कि इस मामले की तुरंत जांच होना चाहिए और जो भी अधिकारी जांच में दोषी पाए जाए उनको तुरंत सस्पेंड किया जाना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि साइबर क्राइम को इस मामले की शिकायत दर्ज कराने के बाद भी किसी भी तरह की कोई कारवाई अब तक देखने को नहीं मिली है. ऐसे में अधिकारियों की हीलाहवाली के चलते योगी सरकार के तमाम दावों पर अधिकारी फजीहत कराने में जुटे हैं. साथ ही मदरसा बोर्ड से जुड़े लोग फर्जी मदरसा पोर्टल से गुमराह हो रहे हैं.