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आगरा: पटाखा व्यापारी हैं परेशान, प्रशासन को नई गाइडलाइन का इंतजार

उत्तर प्रदेश के आगरा जिला मुख्यालय पर पटाखा व्यापारी एडीएम से मिले. व्यापारियों ने एनजीटी के आदेश पर पटाखों पर रोक लगाए जाने का विरोध करते हुए इसे हटाने की मांग की.

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Published : Nov 10, 2020, 4:01 PM IST

परेशान व्यापारी
परेशान व्यापारी

आगरा: केंद्रीय वायु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सर्वे में इन दिनों ताजनगरी देश में सातवें स्थान पर है तो वहीं प्रदेश में ताजनगरी सबसे पहले स्थान पर. आगरा सबसे प्रदूषित शहर के रूप में सामने आया है. ऐसे में ताजनगरी के लोगों के लिए वायु प्रदूषण एक बड़ी चुनौती से कम नहीं आका जा रहा. ताजनगरी की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 458 दर्ज की गई है. यही कारण है कि अब यहां की जहरीली हवा का असर दीपावली के दस्तूर को भी प्रभावित कर रहा है, क्योंकि दीपावली पर न यहां पटाखे बिकेंगे और न ही जलेंगे.

देहात के खुले मैदानों में पटाखा बिक्री करने की मांग
जिला मुख्यालय पहुंचे तीन दर्जन से अधिक पटाखा व्यापारियों ने एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी से मुलाकात की. व्यापारियों ने बताया कि दीपावली पर सारे पटाखा व्यापारियों ने अपनी पूंजी लगा कर पटाखों का स्टॉक कर लिया है और सरकार ने पटाखा व्यापारियों के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने बताया कि विस्फोटक विभाग द्वारा गाइडलाइन के तहत ही ग्रीन पटाखों का स्टॉक किया गया था. व्यापारियों ने मांग की है कि पटाखों पर लगी रोक को हटाया जाए. साथ ही शहर से अलग देहातों के खुले मैदानों में पटाखों की बिक्री सुनिश्चित कराई जाए.

सरकार की गाइडलाइन का इंतजार
एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी ने बताया कि एनजीटी के आदेश का पालन कराया जाएगा. साथ ही राज्य सरकार द्वारा नई गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद व्यापारियों को गाइडलाइन के तहत लाइसेंस जारी किए जाएंगे.

मुख्यमंत्री से राहत की मांग
बहरहाल व्यापारियों ने बताया कि लॉकडाउन में पहले से ही व्यापार न चलने के कारण कमर टूट गई थी, लेकिन अब एनजीटी द्वारा पटाखों पर रोक लगाए जाने को लेकर पटाखा व्यापारी बेहद परेशान हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जल्द से जल्द उनका कोई समाधान हो और वह अपना पटाखों का व्यापार कर सकें.

आगरा: केंद्रीय वायु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सर्वे में इन दिनों ताजनगरी देश में सातवें स्थान पर है तो वहीं प्रदेश में ताजनगरी सबसे पहले स्थान पर. आगरा सबसे प्रदूषित शहर के रूप में सामने आया है. ऐसे में ताजनगरी के लोगों के लिए वायु प्रदूषण एक बड़ी चुनौती से कम नहीं आका जा रहा. ताजनगरी की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 458 दर्ज की गई है. यही कारण है कि अब यहां की जहरीली हवा का असर दीपावली के दस्तूर को भी प्रभावित कर रहा है, क्योंकि दीपावली पर न यहां पटाखे बिकेंगे और न ही जलेंगे.

देहात के खुले मैदानों में पटाखा बिक्री करने की मांग
जिला मुख्यालय पहुंचे तीन दर्जन से अधिक पटाखा व्यापारियों ने एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी से मुलाकात की. व्यापारियों ने बताया कि दीपावली पर सारे पटाखा व्यापारियों ने अपनी पूंजी लगा कर पटाखों का स्टॉक कर लिया है और सरकार ने पटाखा व्यापारियों के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने बताया कि विस्फोटक विभाग द्वारा गाइडलाइन के तहत ही ग्रीन पटाखों का स्टॉक किया गया था. व्यापारियों ने मांग की है कि पटाखों पर लगी रोक को हटाया जाए. साथ ही शहर से अलग देहातों के खुले मैदानों में पटाखों की बिक्री सुनिश्चित कराई जाए.

सरकार की गाइडलाइन का इंतजार
एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी ने बताया कि एनजीटी के आदेश का पालन कराया जाएगा. साथ ही राज्य सरकार द्वारा नई गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद व्यापारियों को गाइडलाइन के तहत लाइसेंस जारी किए जाएंगे.

मुख्यमंत्री से राहत की मांग
बहरहाल व्यापारियों ने बताया कि लॉकडाउन में पहले से ही व्यापार न चलने के कारण कमर टूट गई थी, लेकिन अब एनजीटी द्वारा पटाखों पर रोक लगाए जाने को लेकर पटाखा व्यापारी बेहद परेशान हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जल्द से जल्द उनका कोई समाधान हो और वह अपना पटाखों का व्यापार कर सकें.

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