लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आगरा मॉडल का ढिंढोरा पीटने वाली योगी आदित्यनाथ की सरकार कोरोना माहमारी के आंकड़े का सच छुपा रही है. आगरा को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इसके पहले भी आगरा के महापौर नवीन जैन ने 21 अप्रैल को पत्र लिखकर योगी आदित्यनाथ से प्रार्थना की थी कि आगरा को वुहान बनने से बचा लीजिए. योगी आदित्यनाथ की सरकार में लगातार सच छुपाया जा रहा है और जनता को गुमराह किया जा रहा है. आगरा में कोरोना माहमारी की स्थिति बेहद गंभीर है.
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि इसके पहले आगरा जिले के क्वॉरंटाइन सेंटर का एक दिल दहला देने वाला अमानवीय वीडियो सामने आया था, जिसमें पानी की बोतल और बिस्कुट फेंका जा रहा था. इलाज की व्यवस्था बदतर रही है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता की कठिनाइयों को नजरअंदाज करना यूपी की भाजपा सरकार की आदत सी बन चुकी है. आगरा में संक्रमण से हो रही लगातार मृत्यु पर सरकार तनिक भी गंभीर नहीं है. यह सोच जनता विरोधी नीति को दर्शाती है.
गौरतलब है कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने आगरा में कोरोना वायरस से हो रही मौत पर ट्वीट किया था. इस ट्वीट के एक दिन बाद आगरा के डीएम ने प्रियंका गांधी को इस बारे में खंडन करने को कहा है. ट्वीट के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है. प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके लिखा कि आगरा में कोरोना से मृत्युदर दिल्ली और मुंबई से भी अधिक है. यहां कोरोना से मरीजों की मृत्यदर 6.8 है. यहां कोरोना से जान गंवाने वाले 28 लोगों की मौत अस्पताल में भर्ती होने के 48 घण्टे के अंदर हुई. आगरा मॉडल का झूठ फैलाकर इन विषम परिस्थितियों में धकेलने का जिम्मेदार कौन हैं. मुख्यमंत्री जी 48 घंटे के भीतर जनता को इसका स्पष्टीकरण दें और कोविड मरीजों की स्थिति और संख्या में की जा रही हेराफेरी पर जवाबदेही बनाएं.
कांग्रेस का सरकार पर निशाना, आगरा में कोरोना की स्थिति बेहद गंभीर, सच छुपा रही है सरकार
यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आगरा में कोरोना महामारी की स्थित बेहद भयावह है. सरकार सही जानकारी नहीं दे रही है. आंकड़े छुपाए जा रहे हैं. योगी सरकार इस तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आगरा मॉडल का ढिंढोरा पीटने वाली योगी आदित्यनाथ की सरकार कोरोना माहमारी के आंकड़े का सच छुपा रही है. आगरा को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इसके पहले भी आगरा के महापौर नवीन जैन ने 21 अप्रैल को पत्र लिखकर योगी आदित्यनाथ से प्रार्थना की थी कि आगरा को वुहान बनने से बचा लीजिए. योगी आदित्यनाथ की सरकार में लगातार सच छुपाया जा रहा है और जनता को गुमराह किया जा रहा है. आगरा में कोरोना माहमारी की स्थिति बेहद गंभीर है.
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि इसके पहले आगरा जिले के क्वॉरंटाइन सेंटर का एक दिल दहला देने वाला अमानवीय वीडियो सामने आया था, जिसमें पानी की बोतल और बिस्कुट फेंका जा रहा था. इलाज की व्यवस्था बदतर रही है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता की कठिनाइयों को नजरअंदाज करना यूपी की भाजपा सरकार की आदत सी बन चुकी है. आगरा में संक्रमण से हो रही लगातार मृत्यु पर सरकार तनिक भी गंभीर नहीं है. यह सोच जनता विरोधी नीति को दर्शाती है.
गौरतलब है कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने आगरा में कोरोना वायरस से हो रही मौत पर ट्वीट किया था. इस ट्वीट के एक दिन बाद आगरा के डीएम ने प्रियंका गांधी को इस बारे में खंडन करने को कहा है. ट्वीट के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है. प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके लिखा कि आगरा में कोरोना से मृत्युदर दिल्ली और मुंबई से भी अधिक है. यहां कोरोना से मरीजों की मृत्यदर 6.8 है. यहां कोरोना से जान गंवाने वाले 28 लोगों की मौत अस्पताल में भर्ती होने के 48 घण्टे के अंदर हुई. आगरा मॉडल का झूठ फैलाकर इन विषम परिस्थितियों में धकेलने का जिम्मेदार कौन हैं. मुख्यमंत्री जी 48 घंटे के भीतर जनता को इसका स्पष्टीकरण दें और कोविड मरीजों की स्थिति और संख्या में की जा रही हेराफेरी पर जवाबदेही बनाएं.