ETV Bharat / briefs

कानपुर: आसरा आवास योजना के निर्माण में घटिया सामग्री देख कर भड़के मण्डलायुक्त - Contingency review of the construction site of Aasra Awas Yojana

उत्तर प्रदेश के कानपुर में मंडलायुक्त राजशेखर ने आसरा आवास योजना के निर्माण स्थल का आकस्मिक जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य में घटिया सामग्री के इस्तेमाल से कमिश्नर ने निर्माण एजेंसी को फटकार लगाई.

जायजा लेते मंडलायुक्त.
जायजा लेते मंडलायुक्त.
author img

By

Published : Oct 11, 2020, 9:09 AM IST

कानपुर: जिले के मंडलायुक्त राजशेखर ने आसरा आवास योजना के निर्माण स्थल का आकस्मिक जायजा लेने पहुंचे. निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य में घटिया सामग्री के इस्तेमाल से कमिश्नर ने ना सिर्फ निर्माण एजेंसी को फटकार लगाई. बल्कि कार्यदायी संस्था को ब्लैक लिस्ट करने के लिए नोटिस भी जारी कर दिया गया. बता दें कि आसरा आवास परियोजना का वर्ष 2014 में आगाज किया गया था. इस परियोजना के तहत कुल चिन्हित बेघर परिवारों के लिए लगभग 1104 घरों का निर्माण किया जा रहा है. परियोजना की कुल लागत 51 करोड़ रुपये है.

आसरा आवास परियोजना उन 30 परियोजनाओं में से एक है, जिसका बजट 50 करोड़ से अधिक हैं. इस परियोजना का निर्माण कार्य लगभग 80% हो चुका है. जिनमें से कुल 1104 घरों में से लगभग 456 घर बनकर तैयार हो चुके हैं. निरीक्षण करने पहुंचे कमिश्नर जब निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जांची तो यह बहुत खराब होने के साथ मानक के भी अनुरूप नहीं मिला. जिस पर वह आग बबूला हो गए. कमिश्नर ने डूडा निर्माण एजेंसी C & DS जल निगम यूनिट 11 को नोटिस जारी कर पूछा है कि निर्माण एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड क्यों नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटिया गुणवत्ता के कामों के लिए लापरवाह लोगों को क्यों न दंडित किया जाए.

इतना ही नहीं घटिया निर्माण की जांच के लिए भी कमिश्नर ने एक उच्च स्तरीय तकनीकी कमेटी का गठन कर दिया. आयुक्त (प्रशासन), मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी, मुख्य अभियंता के.डी.ए समेत केस्को और जल निगम के अधिकारी शामिल है. जांच कमेटी 10 नवंबर तक एक विस्तृत रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपेगी, जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी.

कानपुर: जिले के मंडलायुक्त राजशेखर ने आसरा आवास योजना के निर्माण स्थल का आकस्मिक जायजा लेने पहुंचे. निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य में घटिया सामग्री के इस्तेमाल से कमिश्नर ने ना सिर्फ निर्माण एजेंसी को फटकार लगाई. बल्कि कार्यदायी संस्था को ब्लैक लिस्ट करने के लिए नोटिस भी जारी कर दिया गया. बता दें कि आसरा आवास परियोजना का वर्ष 2014 में आगाज किया गया था. इस परियोजना के तहत कुल चिन्हित बेघर परिवारों के लिए लगभग 1104 घरों का निर्माण किया जा रहा है. परियोजना की कुल लागत 51 करोड़ रुपये है.

आसरा आवास परियोजना उन 30 परियोजनाओं में से एक है, जिसका बजट 50 करोड़ से अधिक हैं. इस परियोजना का निर्माण कार्य लगभग 80% हो चुका है. जिनमें से कुल 1104 घरों में से लगभग 456 घर बनकर तैयार हो चुके हैं. निरीक्षण करने पहुंचे कमिश्नर जब निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जांची तो यह बहुत खराब होने के साथ मानक के भी अनुरूप नहीं मिला. जिस पर वह आग बबूला हो गए. कमिश्नर ने डूडा निर्माण एजेंसी C & DS जल निगम यूनिट 11 को नोटिस जारी कर पूछा है कि निर्माण एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड क्यों नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटिया गुणवत्ता के कामों के लिए लापरवाह लोगों को क्यों न दंडित किया जाए.

इतना ही नहीं घटिया निर्माण की जांच के लिए भी कमिश्नर ने एक उच्च स्तरीय तकनीकी कमेटी का गठन कर दिया. आयुक्त (प्रशासन), मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी, मुख्य अभियंता के.डी.ए समेत केस्को और जल निगम के अधिकारी शामिल है. जांच कमेटी 10 नवंबर तक एक विस्तृत रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपेगी, जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.