अलीगढ़ : आयुष्मान भारत योजना के तहत वैलनेस सेंटर के बनने से पहले ही घोटाले की बू आने लगी है. वैलनेस सेंटर के लिए 30 लाख में खरीदी गईं कुर्सियां, टेबल और स्वास्थ्य उपकरण पर कार्यवाहक सीएमओ ने जांच बैठा दी है. सीएमओ ने जेम पोर्टल और आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है. वहीं फर्मों को भी सीएमओ ने नोटिस जारी किया है.
जानिए क्या है पूरा मामला
- लखनऊ की तीन फर्मों से वैलनेस सेंटर के लिए सामान खरीदा गया. तीनों फर्मों का आपस में गहरा संबंध है.
- सुनियोजित तरीके से फर्मों को अलग-अलग दिखाकर महंगा और घटिया सामान को सस्ता दर्शाकर खरीदा गया है.
- जेम पोर्टल से 13,500 रुपये की ऑफिस टेबल खरीदी गई, जो बाजार में चार हज़ार से ज्यादा की नहीं है.
- 12,500 में खरीदी गई वेटिंग एरिया चेयर भी बाजार में छह हजार रुपये में मिल रही है.
- 2800 रुपये में खरीदी गई पाइप वाली ऑफिस चेयर बाजार में सात सौ रुपये की मिल रही है.
- 580 रुपये में खरीदी गई टॉर्च बाजार में दो सौ रुपये की है.
- 1673 रुपये में खरीदा गया स्टेथो स्कोप भी बाजार में चार सौ में मिल रहा है.
- यह सामान एसीएमओ अनुपम भास्कर और आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी डॉ खान चंद की निगरानी में खरीदा गया है.
वैलनेस सेंटर के लिए खरीदे गए उपकरण की क्वालिटी ठीक नहीं है. सामान की क्वालिटी के लिए दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है. अगर सामान की क्वालिटी सही नहीं होगी तो सामान एजेंसी को वापस कर दिया जाएगा. क्वालिटी से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. हम आदर्श उप केंद्र बनाने का प्रयास कर रहे हैं.
-डॉ पीके शर्मा, कार्यवाहक सीएमओ, अलीगढ़