चंदौली : धरती के भगवान कहे जाने डॉक्टरों का एक बार फिर अमानवीय चेहरा सामने है. जहां संयुक्त जिला अस्पताल चकिया में गंभीर रूप से झुलसी महिला को इलाज नहीं मिला. वहीं हद तो तब हो गई जब इलाज तो दूर अस्पताल में उसे स्ट्रेचर और बेड तक नसीब नहीं हुआ और उसे जमीन पर लिटा दिया गया. इसके बाद बिना प्राथमिक उपचार उसे वाराणसी रेफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई.
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- जिला अस्पताल चकिया में मानवाता को तार-तार करने वाला मामला सामने आया है.
- जहां डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की संवेदनहीनता ने स्वास्थ्य महकमे की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
- शनिवार को नौगढ़ इलाके में संदिग्ध परिस्थितियों में एक महिला गंभीर रूप से झुलस गई.
- जिसे परिजन चकिया जिला अस्पताल लेकर आए.
- जहां मरीज को एम्बुलेंस से उतारने के लिए स्ट्रेचर नहीं मिला.
- परिजन किसी तरह महिला को इमरजेंसी वार्ड में ले आये.
- जहां पहले से मौजूद चिकित्सक और कर्मियों ने उसे जमीन पर ही लिटा दिया और उसका उपचार करने के बजाय इधर-उधर टरकाते रहे.
- बाद में स्थिति गंभीर बताकर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया.
- इस मामले में ईटीवी भारत ने संयुक्त जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ उषा यादव से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका नंबर लगातार बंद आ रहा था.