मऊ: कोतवाली थाना क्षेत्र के निजी अस्पताल में इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप में गैर इरादतन हत्या के मामले में बलिया में तैनात महिला सीएमएस के ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ. पीड़ित परिवार मुकदमे के बाद सोमवार को उक्त डॉक्टर के खिलाफ निजी प्रैक्टिस और आय से अधिक संपत्ति की जांच करवाने के संबंध में डीएम से मिले.
मधुबन थाना क्षेत्र के हकारी पुर गांव के रहने वाली लक्ष्मी सिंह को प्रसव होना था. परिजनों ने 12 मई को प्रसव पीड़ा के दौरान शहर कोतवाली ब्रह्म स्थान स्थित शिवम अस्पताल में भर्ती करवा दिया. यह अस्पताल बलिया जनपद में तैनात महिला सीएमएस डॉ. माधुरी सिंह का है. भर्ती मरीज की अचानक हालत गंभीर हो गई. डॉक्टर की लापरवाही से दूसरे दिन दूसरे अस्पताल में शिशु की मौत हो गई, जिससे क्षुब्ध और आक्रोशित मरीज के ससुर ने डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तहरीर कोतवाली में दी.
बताते चलें कि देवेंद्र सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टर मरीज को नर्स के भरोसे छोड़कर चली गई थी. पूरी रात मरीज दर्द से कराहती रही, लेकिन वहां पर कोई भी नहीं देखने पहुंचा. दूसरे दिन सुबह नॉर्मल डिलीवरी की बात कर मामले को टरकाती रही. बहू की तबीयत ज्यादा खराब होने पर सीएमएस ने दूसरे अस्पताल में ले जाने की बात कही. कोरोना का हवाला देते हुए सीएमएस ने समझाया कि इस समय बेहोशी वाले डॉक्टर नहीं मिलेंगे. लिहाज़ा दूसरी जगह ले जाइए. अपने नर्सों के माध्यम से मरीज को अस्पताल के बाहर कर दिया.
उन्होंने बताया कि हम लोगों ने तत्काल दूसरे अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराकर भर्ती करवाया और ऑपरेशन में बच्चा मरा हुआ निकला. तब इसकी शिकायत हमने जिलाधिकारी से की. उन्होंने सीएमओ डॉ. सतीश चंद्र सिंह से जांच करवाकर रिपोर्ट सौंपने को कहा. लगभग 40 से 42 दिन बाद 19 जून को कोतवाली में 304 धारा के तहत मुकदमा दर्ज हुआ. आज हमने लापरवाह सीएमएस डॉक्टर के खिलाफ निजी प्रैक्टिस व आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया.