बरेली: मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव गुलड़िया में एक नवजात की मौत का मामला सामने आया है. पीड़ित का आरोप है कि उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर गांव की आशा अंजलि शर्मा पैसों के लालच में 5 जून को मीरगंज स्थित एक झोलाछाप महिला चिकित्सक के यहां ले गई. जिसने 10 हजार रुपये में सफल प्रसव कराने की जिम्मेदारी ली. किसी तरह पीड़ित ने दो हजार रुपये उधार लेकर महिला चिकित्सक के पास जमा कराए. वहीं करीब तीन घंटे तक कई अनुभव विहीन नर्सें प्रसव कराने में लगी रहीं, जिससे प्रसव पीड़िता की हालत बद से बदतर होती गई.
प्रसव पीड़िता की हालत बिगड़ने पर महिला चिकित्सक ने बरेली के लिए रेफर कर दिया. जहां महानगर के एक अस्पताल में चिकित्सकों ने महिला की जान को खतरा बताते हुए आपरेशन किया. आपरेशन के दौरान एक मृत बच्ची पैदा हुई, वहीं प्रसव पीड़िता की बच्चेदानी भी डॉक्टरों को निकालनी पड़ी. वहीं अभी भी महिला की हालत नाजुक बनी हुई है.
पीड़ित इश्तियाक अहमद ने कथित महिला चिकित्सक और गांव की आशा अंजलि शर्मा के खिलाफ मीरगंज थाने में तहरीर दी है. पीड़ित की तहरीर पर पुलिस आरोपी महिला चिकित्सक और आशा के खिलाफ जांच कर रही है.
बहरहाल इस प्रकार की लापरवाही का ये कोई नया मामला नहीं है. जिले में कई बगैर डिग्री धारक चिकित्सक अस्पताल और मेडिकल स्टोर चलाकर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. इस काम में कई आशा कार्यकर्ता और दलाल भी सक्रिय हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग सब कुछ जानकर भी मामले की अनदेखी कर रहा है. कई बार इस प्रकार की लापरवाही उजागर हुई, लेकिन कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई.