जौनपुर: पूरे देश में इन दिनों चुनावी बयार बह रही है. सांसदों के कामकाज पर भी चर्चा शुरू हो गई है. जौनपुर में बीजेपी के मछली शहर के सांसद इन दिनों लापता हो गए हैं. यह हम नहीं बल्कि उनके गोद लिए गए गांव की दर-ओ-दीवार बोल रही हैं. सांसद आदर्श गांव के तहत बीजेपी सांसद रामचरित्र निषाद ने आरा गांव को गोद लिया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद केवल वह गांव में एक बार ही आए और आज तक फिर उन्होंने दर्शन नहीं दिए. अब गांव के लोगों ने अपने सांसद को खोजना शुरू कर दिया है. अब इस चुनावी मौसम में गांव की दीवारों पर लापता सांसद के नाम से पुती हुई है. गांव के लोग तो सांसद को खोजने वाले को ईनाम देने की बात भी कह रहे हैं.
जौनपुर जिले में इन दिनों सांसद रामचरित्र निषाद सुर्खियों में हैं. वह मछली शहर से बीजेपी के सांसद हैं और उन्होंने चुनाव जीतने के बाद सांसद आदर्श गांव योजना के तहत आरा गांव को गोद लिया था. गोद लेने के बाद उन्होंने गांव के लोगों से बहुत वादे भी किए, लेकिन इन वादों में केवल एक वादा ही पूरा हुआ. गांव में पानी की टंकी ही लग पाई है जबकि गांव की सड़क और शौचालयों की स्थिति अच्छी नहीं है. गांव के लोग अब अपने सांसद को चुनाव के आते ही खोजना शुरू कर दिए हैं. वहीं जब सांसद के दर्शन नहीं हुए तो गांव के लोगों ने दीवानों पर ही सांसद के लापता होने की खबर लिख डाली.अब लापता सांसद के चर्चे पूरे क्षेत्र में हैं.
सांसद आदर्श गांव आरा की रहने वाले वरिष्ठ नागरिक हरिनारायण राय ने बताया कि मछली शहर के बीजेपी सांसद रामचरित्र निषाद ने उनके गांव को गोद लिया था. चुनाव जीतने की समय ही वह गांव में आए थे तब से वह उन्होंने दर्शन नहीं दिए हैंइसलिए वह अब लापता सांसद घोषित हो चुके हैं.
आरा गांव की ही रहने वाली बेबी जायसवाल ने बताया किसांसद उनके गांव को गोद लेने के बाद भूल गए. वे केवल एक ही बार आए हैं. सांसद इन दिनों लापता हैं इसलिए गांव में उनके लापता होने की बात दीवारों पर लिखी हुई है. गांव को गोद लेने के बाद उन्होंने कोई विकास कार्य भी नहीं किया है.