सोनभद्र: जिले के 115 पिछड़े जिलों में शामिल सोनभद्र स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हमेशा कहीं न कहीं विवादों में बना ही रहता है. ऐसा ही एक ताजा मामला आयुष्मान कार्ड को लेकर देखने को मिला है. रायपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले लालता प्रसाद ने बच्चे को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया. उसके बाद जब उन्होंने डॉक्टर को आयुष्मान कार्ड दिखाया तो डॉ. ने उसे फर्जी करार दिया और उनसे इलाज के 15 हजार रुपये ले लिए. इसके बाद लालता प्रसाद ने डॉ. की शिकायत जिलाधिकारी से की.
जानिए क्या है पूरा मामला
- मामला रायपुर थाना क्षेत्र का है जहां पीड़ित लालता प्रसाद अपने बच्चे को दिखाने प्राइवेट अस्पताल में गए और जब उन्होंने डॉ. को आयुष्मान भारत का कार्ड दिखाया तो डॉ. ने उसे फर्जी करार दिया.
- आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद मरीज से पैसे लिए गए.
- जब मरीज ने डॉ. की शिकायत जिलाधिकारी से की तो उन्होंने नोडल अधिकारी को जांच सौंपी.
मैं अपने बच्चे को लेकर नेशनल बाल चिकित्सालय गया, जहां पर मेरे पास आयुष्मान का कार्ड था. उसको उन्होंने फर्जी बताया और 15 हजार रुपये हमसे ले लिए. इसकी मैंने शिकायत जिला अधिकारी से की तो जिला अधिकारी ने जांच के लिए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के पास भेजा. मैं यहां पर आया हूं और उनको पत्र दे दिया है.
-लालता प्रसाद, पीड़ित
लालता प्रसाद आयुष्मान कार्ड की शिकायत लेकर हमारे पास आए हैं. इसके बारे में जांच करवाई जाएगी. कार्ड को फर्जी बताना गलत है. इसको वेरीफाई करवाया जाएगा. कार्ड रहने के बावजूद अगर पैसा लिया गया है तो यह गलत है. इस पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
-प्रेम बहादुर गौतम, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक
वह कार्ड उस व्यक्ति का नहीं है. दरअसल उसमें उसके घर वाले का नाम सही नहीं मिल रहा है, जिसकी वजह से वह कार्ड का लाभ नहीं ले पाया. इसके विषय में हम उच्च अधिकारियों को सूचित करेंगे और जैसा निर्देश प्राप्त होगा वैसी कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ. सलिल श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी, आयुष्मान भारत