ETV Bharat / briefs

बसपा ने अतुल राय को बनाया घोसी लोकसभा सीट का प्रभारी, मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

विकास पुरुष कल्पनाथ राय की विरासत घोसी से अतुल राय लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के चेहरा बन सकते हैं.

घोसी-लोकसभा प्रभारी, अतुल राय .
author img

By

Published : Feb 2, 2019, 5:27 PM IST

मऊ: लोकसभा चुनावों में अब गिनती के दिन ही बचे हैं ऐसे में राजनीतिक दलों की तैयारी जोरों पर है. जनपद की घोसी लोकसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने अतुल राय को प्रभारी बनाया है. इसके बाद क्षेत्र में उनकी सक्रियता बढ़ गयी है ऐसी सुगबुगाहट है कि बसपा प्रभारी की लोकसभा चुनाव में बसपा के चेहरा बन सकते हैं.

घोसी-लोकसभा प्रभारी, अतुल राय.

undefined

बसपा प्रभारी अतुल राय ने बताया कि बहन जी ने घोसी लोकसभा की जिम्मेदारी सौंपी है. प्रभारी के तौर पर विधानसभावार बैठक आयोजित कर पार्टी को मजबूती देने का काम शुरू कर दिया गया है. हम सरकार की नाकामियों को जनता के बीच रखेंगे.

उन्होंने प्रचार अभियान में विधायक मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी के साथ मिलने के सवाल पर कहा कि वह पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता हैं इसलिए वह भी साथ जरूर रहेंगे. बाहरी होने के आरोप पर कहा कि हम बाहरी नहीं प्रभारी हैं. मुख्तार अंसारी मऊ सदर सीट से 20 साल से विधायक हैं, यदि उनको भी बाहरी कहा जायेगा तो बाहर कमाने गए युवक को भी बाहरी कहा जायेगा. बता दें कि बसपा नेता अतुल राय जेल में बंद मऊ विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी माने जाते हैं और विधानसभा चुनाव-2017 में गाजीपुर की जमानिया सीट से पार्टी के उम्मीदवार थे.

मऊ: लोकसभा चुनावों में अब गिनती के दिन ही बचे हैं ऐसे में राजनीतिक दलों की तैयारी जोरों पर है. जनपद की घोसी लोकसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने अतुल राय को प्रभारी बनाया है. इसके बाद क्षेत्र में उनकी सक्रियता बढ़ गयी है ऐसी सुगबुगाहट है कि बसपा प्रभारी की लोकसभा चुनाव में बसपा के चेहरा बन सकते हैं.

घोसी-लोकसभा प्रभारी, अतुल राय.

undefined

बसपा प्रभारी अतुल राय ने बताया कि बहन जी ने घोसी लोकसभा की जिम्मेदारी सौंपी है. प्रभारी के तौर पर विधानसभावार बैठक आयोजित कर पार्टी को मजबूती देने का काम शुरू कर दिया गया है. हम सरकार की नाकामियों को जनता के बीच रखेंगे.

उन्होंने प्रचार अभियान में विधायक मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी के साथ मिलने के सवाल पर कहा कि वह पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता हैं इसलिए वह भी साथ जरूर रहेंगे. बाहरी होने के आरोप पर कहा कि हम बाहरी नहीं प्रभारी हैं. मुख्तार अंसारी मऊ सदर सीट से 20 साल से विधायक हैं, यदि उनको भी बाहरी कहा जायेगा तो बाहर कमाने गए युवक को भी बाहरी कहा जायेगा. बता दें कि बसपा नेता अतुल राय जेल में बंद मऊ विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी माने जाते हैं और विधानसभा चुनाव-2017 में गाजीपुर की जमानिया सीट से पार्टी के उम्मीदवार थे.
Intro:मऊ। लोकसभा चुनावों में अब गिनती के दिन ही बचे हैं. ऐसे में राजनीतिक दलों ने कमर कसकर प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. उत्तर प्रदेश के जनपद मऊ की घोसी लोकसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने अतुल राय को प्रभारी बनाया है. इसी के साथ ही उन्होंने क्षेत्र में पहुंचकर कमान सम्भाल ली है. लोगों की मान्यता है कि बसपा प्रभारी को ही चुनाव में प्रत्याशी भी बनाती है.


Body:प्रेस वार्ता आयोजित कर बसपा प्रभारी अतुल राय ने बताया कि बहन जी ने घोसी लोकसभा की जिम्मेदारी सौंपी है. प्रभारी के तौर पर विधानसभावार बैठकें आयोजित कर पार्टी को मजबूती देने का काम शुरू कर दिया गया है. मोदी सरकार के प्रति जनता में अविश्वास पैदा हो गया है. हम सरकार की नाकामियों को जनता के बीच रखेंगे.

उन्होंने प्रचार अभियान में विधायक मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी के साथ मिलने के सवाल पर कहा कि वह पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता हैं इसलिए वह भी साथ जरूर रहेंगे. बाहरी होने के आरोप पर कहा कि हम बाहरी नहीं प्रभारी हैं. मोदी जी भी तो बाहर से आकर बनारस से चुनाव लड़े थे. सबके लिए एक फार्मूला लगाया जाना चाहिए. मुख्तार अंसारी भी 20 साल से विधायक हैं, यदि उनको भी बाहरी कहा जाएगा तो बाहर कमाने गए युवक को भी बाहरी कहा जाएगा.

अपने ऊपर आपराधिक मुकदमे दर्ज होने की बात से इंकार करते हुए कहा कि कहीं कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है. मात्र तीन चार मुकदमे दर्ज हैं जो राजनीतिक हैं. लेकिन एक भी नामजद मुकदमा नहीं है. घोसी लोकसभा के प्रत्याशी ना होने की बात पर जोर देते हुए कहा कि वह मात्र प्रभारी की हैसियत से काम करेंगे. मऊ में कल्पनाथ राय ने विकास का काम किया था. हम भी उनके पद चिन्हों पर चलकर काम करेंगे.


Conclusion:बता दें कि बसपा नेता अतुल राय जेल में बंद मऊ विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी माने जाते हैं. वह विधानसभा 2017 में गाजीपुर की जमानिया सीट से पार्टी के उम्मीदवार थे. उन्होंने भाजपा को कड़ी चुनौती दी थी. नगर निकाय चुनाव में भी जमानिया क्षेत्र के दो नगर निकायों के चेयरमैन की सीट बसपा के खाते में चली गई.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.