अमेठी: गांधी परिवार के गढ़ कहे जाने वाले अमेठी के किसी सांसद को 23 साल बाद कैबिनेट में जगह मिली है. अमेठी से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को करारी शिकस्त देने के बाद नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी को कैबिनेट में दो-दो मंत्रालयों का दायित्व सौंपा गया है. इससे जनपदवासी बेहद खुश हैं.
अमेठीवासियों की स्मृति दीदी बनीं कैबिनेट मंत्री
- साल 1991 में कैप्टन सतीश शर्मा कांग्रेस के टिकट पर अमेठी से जीतकर संसद पहुंचे थे.
- वे 1993 से 1996 तक केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री के पद पर रहे.
- इसके बाद लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा की ओर से जीत हासिल कर सांसद बनीं स्मृति ईरानी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.
- स्मृति ईरानी को केंद्र में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ कपड़ा मंत्रालय दिया गया है.
- स्मृति मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में भी कैबिनेट मंत्री थीं, लेकिन तब वह अमेठी से सांसद नहीं थीं.
शोक के चलते नहीं मना जश्न
- नई दिल्ली में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में अमेठी से भाजपा कार्यकर्ता समेत अन्य लोग भी शामिल हुए थे.
- स्मृति ईरानी को दो-दो मंत्रालय मिलने की खुशी में उनको शुभकामनाएं दी गईं, लेकिन अमेठी में किसी भी प्रकार का जश्न नहीं मनाया गया.
- भाजपा कार्यकर्ता सुरेंद्र प्रताप सिंह के हत्याकांड के बाद पार्टी ने 13 दिन के सार्वजनिक शोक की घोषणा की है.
बहुत खुशी की बात है कि 23 साल बाद अमेठी को यह गौरव हासिल हुआ है. जब स्मृति ईरानी यहां से सांसद नहीं थीं. तब उन्होंने कैबिनेट मंत्री रहते हुए तमाम विकास कार्य कराए थे. इस बार उम्मीद बहुत ज्यादा है, क्योंकि वे यहां की सांसद हैं और केंद्र में भी उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. उम्मीद है कि यह अमेठी के विकास के एक नए युग की शुरुआत होगी. जिन अपेक्षाओं को गांधी परिवार पूरा नहीं कर पाया, उन्हें स्मृति ईरानी पूरा करेंगी.
-चिंतामणि मिश्र, स्थानीय नागरिक