सीतापुर: भीषण गर्मी के चलते इंसान ही नहीं पशु-पक्षी और बेजुबान जानवर सभी परेशान हैं. वहीं गांवों में लाखों रुपए की लागत लगाकर बनाए गए तालाब भी पूरी तरह से सूखे पड़े हैं. जिससे इन बेजुबान जानवरों और पशु-पक्षियों की प्यास नहीं बुझ पा रही है. ईटीवी भारत की पहल पर सीडीओ ने इन तालाबों को जल्द ही भरवाने का भरोसा दिलाया है.
- राजस्व विभाग के अभिलेखों के अनुसार पूरे जिले में करीब साढ़े छह हजार तालाब हैं.
- इनमें बहुत सारे तालाब मनरेगा योजना के तहत खुदवाए गए हैं, लेकिन विडम्बना यह है कि ये तालाब इस भीषण गर्मी में भी सूखे पड़े हैं.
- इनमें पानी नहीं है. साथ ही वर्षों से इनकी साफ सफाई भी नहीं हुई है, जिसके चलते उनमें घास-फूस आदि जमा हो गई है.
- कुछ तालाबों का तो अस्तित्व ही खत्म होता दिखाई दे रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि
- इस भीषण गर्मी में जानवरों के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं है.
- वैसे ये जानवर तालाबों और पोखरों के पानी से अपनी प्यास बुझा लिया करते थे, लेकिन इस बार उनके सूखे पड़े होने से यह एक बड़ी समस्या है.
वहीं सीडीओ संदीप कुमार का कहना है
इन तालाबों को शारदा सहायक नहर, राजकीय नलकूप और ग्राम पंचायत के जरिए भरवाने के निर्देश दिए गए हैं, जल्द ही इन्हें भरवा दिया जाएगा.