ETV Bharat / briefs

लखनऊ: अखिलेश यादव ने अपना विजन डॉक्यूमेंट किया जारी

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज लखनऊ में अपना विजन डॉक्यूमेंट जारी किया. इसमें उन्होंने बताया है कि देश के 10 फ़ीसदी समृद्ध यानी सामान्य वर्ग के लोगों का 60 फ़ीसदी राष्ट्रीय संपत्ति पर कब्जा है.

author img

By

Published : Apr 5, 2019, 9:07 PM IST

Updated : Apr 5, 2019, 9:50 PM IST

akhilesh yadav releases his vision document

लखनऊ: दलित पिछड़ा और अल्पसंख्यक गठजोड़ बनाने में जुटी समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को जब अपना विजन डॉक्यूमेंट जारी किया. विजन डॉक्युमेंट में साफ कहा गया है कि 10 फीसदी सामान्य वर्ग का 60% राष्ट्रीय संपत्ति पर कब्जा है.

जानकारी देते संवाददाता अखिलेश तिवारी


विजन डॉक्यूमेंट के पहले पन्ने पर अखिलेश यादव की विजनरी फोटो के साथ लिखा गया है कि आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि भारत दुनिया में शायद सबसे बड़ा गैर बराबरी वाला देश है. जहां देश के 10 फ़ीसदी समृद्ध यानी सामान्य वर्ग के लोगों का 60 फ़ीसदी राष्ट्रीय संपत्ति पर कब्जा है. इस विजन के साथ ही समाजवादी पार्टी 90 फीसदी दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले लोगों की लड़ाई लड़ना चाहती है.


अगली पंक्तियों में यह भी लिखा गया है कि भारत के आधे से ज्यादा लोगों के पास देश का महज 8 फीसदी धन है. यानि गरीब दिन प्रतिदिन और गरीब होता जा रहा है. अपने इस विजन डॉक्यूमेंट में अखिलेश यादव भारत में सामान्य वर्ग की जातियों और अन्य जातियों के बीच वर्ग संघर्ष का संदेश देते नजर आ रहे हैं. इसी तरह से वह अगले पृष्ठों पर बहुमत का विकास, शिक्षा प्रणाली में पुनर्विचार की जरूरत, रोजगार के अवसर, युवा भारत के लिए आधारभूत संरचना, स्वर्णिम क्रांति, राष्ट्रीय सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा अभियान और जातीय भेदभाव से मुक्ति, महिलाओं को बराबरी का दर्जा जैसे विषयों पर भी समाजवादी पार्टी की समझ और सोच को प्रदर्शित करते हैं. स्वर्णिम क्रांति विजन के तहत वह किसानों को संपूर्ण कर्ज से मुक्ति दिलाने का वादा करते हैं.

लखनऊ: दलित पिछड़ा और अल्पसंख्यक गठजोड़ बनाने में जुटी समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को जब अपना विजन डॉक्यूमेंट जारी किया. विजन डॉक्युमेंट में साफ कहा गया है कि 10 फीसदी सामान्य वर्ग का 60% राष्ट्रीय संपत्ति पर कब्जा है.

जानकारी देते संवाददाता अखिलेश तिवारी


विजन डॉक्यूमेंट के पहले पन्ने पर अखिलेश यादव की विजनरी फोटो के साथ लिखा गया है कि आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि भारत दुनिया में शायद सबसे बड़ा गैर बराबरी वाला देश है. जहां देश के 10 फ़ीसदी समृद्ध यानी सामान्य वर्ग के लोगों का 60 फ़ीसदी राष्ट्रीय संपत्ति पर कब्जा है. इस विजन के साथ ही समाजवादी पार्टी 90 फीसदी दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले लोगों की लड़ाई लड़ना चाहती है.


अगली पंक्तियों में यह भी लिखा गया है कि भारत के आधे से ज्यादा लोगों के पास देश का महज 8 फीसदी धन है. यानि गरीब दिन प्रतिदिन और गरीब होता जा रहा है. अपने इस विजन डॉक्यूमेंट में अखिलेश यादव भारत में सामान्य वर्ग की जातियों और अन्य जातियों के बीच वर्ग संघर्ष का संदेश देते नजर आ रहे हैं. इसी तरह से वह अगले पृष्ठों पर बहुमत का विकास, शिक्षा प्रणाली में पुनर्विचार की जरूरत, रोजगार के अवसर, युवा भारत के लिए आधारभूत संरचना, स्वर्णिम क्रांति, राष्ट्रीय सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा अभियान और जातीय भेदभाव से मुक्ति, महिलाओं को बराबरी का दर्जा जैसे विषयों पर भी समाजवादी पार्टी की समझ और सोच को प्रदर्शित करते हैं. स्वर्णिम क्रांति विजन के तहत वह किसानों को संपूर्ण कर्ज से मुक्ति दिलाने का वादा करते हैं.

Intro:लखनऊ. दलित पिछड़ा और अल्पसंख्यक गठजोड़ बनाने में जुटी समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को जब अपना विजन डॉक्यूमेंट जारी किया तो उसने साफ कर दिया कि भारत के सामान्य वर्ग को छोड़कर वह अन्य वर्गों की लड़ाई लड़ना चाहती है विजन डॉक्युमेंट में साफ कहा गया है कि 10 फ़ीसदी सामान्य वर्ग का 60% राष्ट्रीय संपत्ति पर कब्जा है.


Body:विजन डॉक्यूमेंट के पहले पन्ने पर सामाजिक न्याय से महा परिवर्तन एक नई दिशा एक नई उम्मीद शीर्षक से डॉ राम मनोहर लोहिया के उस बात को उदित किया गया है जिसमें उन्होंने कहा है कि गरीबी के खिलाफ लड़ाई एक धोखा है जब तक जाती और लिंग के आधार पर भेदभाव के खिलाफ लड़ाई ना हो.

विजन डॉक्यूमेंट के पहले पन्ने पर अखिलेश यादव की विजनरी फोटो के साथ लिखा गया है कि आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि भारत दुनिया में शायद सबसे बड़ा गैर बराबरी वाला देश है जहां देश के 10 फ़ीसदी समृद्ध यानी सामान्य वर्ग के लोगों का 60 फ़ीसदी राष्ट्रीय संपत्ति पर कब्जा है. इस विजन के साथ ही समाजवादी पार्टी यह साफ कर देती है कि वह उन्हें 90% लोगों की लड़ाई लड़ना चाहती है जो दलित पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग से आते हैं और जो सामान्य वर्ग की श्रेणी में शामिल नहीं है अगली पंक्तियों में यह भी लिखा गया है कि भारत के आधे से ज्यादा लोगों के पास देश का महल 8 फेस की धन है यानी गरीब दिन प्रतिदिन करीब होता जा रहा है. अपने इस विजन डॉक्यूमेंट में अखिलेश यादव भारत में सामान्य वर्ग की जातियों और अन्य जातियों के बीच वर्ग संघर्ष का संदेश देते नजर आ रहे हैं अगले पन्ने पर उन्होंने जब सामाजिक न्याय का अर्थशास्त्र बताया है तो इसमें वह और आगे कहते हैं की ढाई करोड़ से अधिक की संपत्ति रखने वाले भारतीय परिवारों पर उनकी कुल संपत्ति का 2 फ़ीसदी अतिरिक्त टैक्स लगाकर सामाजिक हस्तांतरण करने की जरूरत है और उनकी सरकार बनेगी तो वह ऐसा करेंगे .इसी तरह से वह अगले पृष्ठों पर बहुमत का विकास, शिक्षा प्रणाली में पुनर्विचार की जरूरत, रोजगार के अवसर ,युवा भारत के लिए आधारभूत संरचना, स्वर्णिम क्रांति, राष्ट्रीय सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा अभियान और जातीय भेदभाव से मुक्ति, महिलाओं को बराबरी का दर्जा जैसे विषयों पर भी समाजवादी पार्टी की समझ और सोच को प्रदर्शित करते हैं. स्वर्णिम क्रांति विजन के तहत वह किसानों को संपूर्ण कर्ज से मुक्ति दिलाने का वादा करते हैं.


Conclusion:अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी का विजन डॉक्यूमेंट पेश करते समय कृषि, शिक्षा और बेरोजगारी जैसे कई मुद्दों पर बदलाव की जरूरत बताते हैं लेकिन उनका सबसे ज्यादा होकर इसी बात पर है देश में समानता को खत्म करने के लिए सामान्य वर्ग से संसाधन वापस लेकर कमजोर वर्ग को दिए जाने की जरूरत है.

पीटीसी अखिलेश तिवारी
Last Updated : Apr 5, 2019, 9:50 PM IST

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.