अंबेडकरनगर : लोकसभा चुनावों को धार देने में जुटी बसपा अब अपने ही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के बयान से सांसत में फंस गई है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम अचल राजभर ने अगड़ी और पिछड़ी जाति का मुद्दा उठाकर पार्टी को सांसत में डाल दिया है. बसपा नेता ने कहा कि अगड़ा बहुत चालाक होता है, हमारे महापुरषों का अपमान होता है, इस बयान से पार्टी के अगड़ी जाति के नेता रितेश पांडेय की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
बुधवार को सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्यासी की घोषणा होनी थी और दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं की संयुक्त बैठक बुलाई गई थी. इसी दौरान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बसपा के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक राम अचल गौतम ने कहा कि जब बाबू जगजीवन राम और सरदार पटेल की मौत हुई तो इन्हें उस राजघाट पर दफन करने के लिए दो गज जमीन नहीं दी गई. जहां पंडित नेहरू को दफनाया गया था. बसपा नेता ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय में सवर्णों का कब्जा है, पार्टी महासचिव यहीं नहीं रुके मंच से ही उन्होंने कहा कि अगड़ा बहुत चालाक है, इससे सावधान रहने की जरूरत है.
पार्टी महासचिव ने ऐसे समय में अगड़ों और पिछड़ों का मुद्दा उठाया है, जब पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी रितेश पांडेय अगड़े जाति के नेता हैं. राष्ट्रीय महासचिव द्वारा दिए गए बयान से दलित और पिछड़े कार्यकर्ताओं में भी सुगबुगाहट हो रही है.