लखनऊ: आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की योगी सरकार से स्कूलों की तीन माह की फीस माफ करने की मांग की है. पार्टी का तर्क है कि कोरोना से लॉकडाउन के चलते आर्थिक रूप से प्रभावित परिवारों और अभिभावकों को बच्चों की 3 माह की फीस दे पाने में कठिनाई हो रही है. इसे देखते हुए प्रदेश सरकार तीन माह की फीस माफ करे. पार्टी ने फीस माफी का ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा.
आप के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने बताया कि ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं कि बच्चों की फीस न जमा करने के कारण स्कूलों से नाम काटे जा रहे हैं. उन पर फीस जमा करने के लिए स्कूल दबाव डाल रहे हैं. आम आदमी पार्टी योगी सरकार से मांग करती है कि बच्चों की फीस 3 माह की माफ की जानी चाहिए और दूसरे तरीके से भी निजी स्कूल अभिभावकों का शोषण कर रहे हैं. इस पर भी अंकुश लगाया जाना चाहिए.
पार्टी के प्रवक्ता और जिला संगठन अध्यक्ष अजय गुप्ता ने कहा कि लॉकडाउन के कारण अभिभावक आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. लोगों को परिवार चलाने का संकट है, इसलिए अप्रैल, मई और जून की फीस माफ की जाए. निजी स्कूल हर वर्ष फायदे में रहते हैं, ऐसे में पूर्व की बचत से निजी स्कूलों के टीचर और अन्य कर्मचारियों को पूरी सैलरी दी जाए. पार्टी के प्रदेश सचिव तुषार श्रीवास्तव ने मांग की है कि प्रदेश के सभी निजी स्कूलों में NCERT की किताबें ही पढ़ाई जाएं. जिला संगठन उपाध्यक्ष अफरोज आलम ने कहा कि बच्चों से एक ही विद्यालय में हर साल रिएडमिशन फीस पर रोक लगाई जाए व निजी स्कूलों के तीन वर्ष की बैलेंस शीट की जांच हो.