जौनपुर: 'टीबी हारेगा, देश जीतेगा' अभियान की शुरुआत जनपद में भी हो गई है.विश्व टीबी दिवस के मौके पर जौनपुर जनपद में टीबी मरीजों की संख्या 7000 से पार हो चुकी है. इनमें 6000 टीबी के मरीज स्वास्थ्य विभाग के अधीन इलाज करा रहे हैं तो वहीं 1000 टीबी मरीज का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है. सरकार की मंशा है कि टीबी को जड़ से खत्म किया जाए. इस लिहाज से टीबी के मरीजों की खोज के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है.
जौनपुर जनपद में टीबी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इन दिनों जनपद में 7000 से ज्यादा टीबी मरीजों की संख्या हो चुकी है जिनमें 1000 मरीजों का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है. 'टीबी हारेगा, देश जीतेगा' नाम से एक मुहिम स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत शुरू की गई है जिसमें जनपद के हर गांव में छिपे हुए टीवी के मरीजों को ढूंढना है और फिर उनका इलाज शुरू करना है.
इस अभियान के चलने से टीबी का कोई भी मरीज इलाज से बच नहीं पाएगा और इलाज के माध्यम से टीबी की जंग जीतने में मदद मिलेगी. आज जौनपुर जनपद में एक सप्ताह तक चलने वाले एक अभियान की शुरुआत की गई. इस अभियान में यह बताया गया कि टीबी के अब तक 35 सौ मरीजों को पोषण भत्ते के रूप में ₹500 महीना दिया जा रहा है. जनपद में अब तक ₹700000 पोषण भत्ते के रूप में खर्च किया जा चुका है.
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राम जी पांडे ने बताया कि जनपद में टीबी के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है. वहीं जनपद में टीबी के साथ हजार मरीजों को खोजा जा चुका है, जिनका इलाज स्वास्थ्य विभाग और प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है. 35 सौ मरीजों को टीबी का पोषण भत्ता दिया जा रहा है.