बाराबंकी: जिले के रामनगर क्षेत्र के रानीगंज गांव के एक परिवार में जहरीली शराब से पिता छोटेलाल और 3 जवान बेटों की मौत हो गई. इनमें एक बेटा मुकेश है, जिसकी उम्र 35 वर्ष है. उसके दो मासूम बच्चियां हैं. एक की उम्र 8 वर्ष है तो दूसरे की महज 6 महीने.
इस दूधपीती बच्ची को यह भी नहीं मालूम है कि अब उसके सिर से उसके पिता का साया उठ गया है. इस बेरहम व्यवस्था और नशे के शौक ने दो मासूम बच्चियों के सिर से उसके पिता का साया ही उठा दिया. जिस उम्र में पिता बच्चों को खिलौने लाकर देता है, उस उम्र में बच्चों के सिर से पिता का साया उठ जाना एक बड़ी त्रासदी है.
एक मां अपने दो मासूम बच्चियों को कैसे बताएगी कि उनके पिता की मौत एक लापरवाही की भेंट चढ़ गई है. इन मासूमों के चेहरे देखने पर लगता है कि आखिर इनका क्या दोष था कि इनके सिर से इनके पिता की छाया और शीतलता अब इन्हें महसूस करने को नहीं मिलेगी.
यह बच्चियां जब भी अपने पिता को याद करेंगी तो ये भी याद आएगा कि उनके पिता कुछ रुपयों के लालची लोगों और नशे की भेंट चढ़ गए थे. प्रशासनिक व्यवस्था भी अगर इन मासूमों के मुरझाए चेहरों को देखेगा तो जरूर ऐसी कोई घटना ना हो इसके लिए पूरी सतर्कता बरतेगा.