लखीमपुर खीरी : जिले के दौरे पर आए प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि 112 सेवा जल्द पूरे देश में एक साथ लागू होगी. इसके बाद डायल 100 और दूसरी सभी सेवाओं को इसमें मर्ज कर दिया जाएगा और एक ही नंबर से सारी सुविधाएं मिलेंगी. फिर चाहे वह एंबुलेंस बुलाना हो या फायर ब्रिगेड या फिर पुलिस. डीजीपी ने कहा कि कुछ ही महीने में देश भर में यह सेवा देश भर में एक साथ शुरू कर दी जाएगी. इसके लिए कई विभागों से बात हो चुकी है.
यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह शनिवार सुबह लखीमपुर खीरी पहुंचे. यहां उन्होंने पुलिस विभाग के नए दफ्तरों का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने बताया कि यूपी पुलिस भी अमेरिका की तर्ज पर अब एक ही हेल्पलाइन नंबर चलाएगी. इससे महिला सुरक्षा से लेकर स्वास्थ्य सेवाएं तक मिलेंगी.
हर इमरजेंसी के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 112
नेशनल इंटीग्रेटेड इमरजेंसी सिस्टम (एनआइईएस) के तहत पुलिस, फायर, एंबुलेंस, डिजास्टर, महिला और बाल सुरक्षा समेत सभी तरह की सेवाओं को इंटीग्रेटेड करने पर काम किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने यह बातें लखीमपुर के दौरे के दौरान कहीं.
प्रमुख बातें-
- अमेरिका की तर्ज पर होगी उत्तर प्रदेश पुलिस
- डायल 100 को जल्द 1090 से जोड़ा जाएगा
- महिला सुरक्षा के लिए 181 से भी डायल 100 को जोड़ा जा रहा है
- 112 सेवा जल्द पूरे देश में एक साथ लागू होगी
- डायल 100 को 112 में समाहित किया जाएगा
- आपात स्थिति में एक नम्बर ही देश भर में इमरजेंसी नम्बर होगा.
शहर में 10 और गांव में 30 मिनट में मिलेगी सेवा
- इमरजेंसी रिस्पांस व्हीलर (ईआरवी) की टीम शहर में 10 मिनट और ग्रामीण इलाकों में 30 मिनट में पहुंचेगी.
- इस नंबर पर पुलिस के अलावा एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड की सुविधा मिलेगी और बाद में उसका और विस्तार किया जा सकता है.
- छह माह में डायल-100 सिस्टम के तहत चलने वाली पीआरवी का रेस्पॉन्स टाइम 10 मिनट करने का लक्ष्य है.
- डीजीपी ने मुजफ्फरनगर में पीएसी बटालियन बनाए जाने और प्रदेश में तीन महिला बटालियन बनाने और सिटिजन ऐप के बारे में भी बताया.
एक फोन कॉल पर ही मिलेगी सुविधा
- लखीमपुर खीरी जिले के पुलिस लाइन्स सभागार में प्रेस से मुखातिब होकर डीजीपी ने कहा कि डायल 100 को जल्द हम फायर,रेलवे और एम्बुलेंस से जोड़ रहे हैं.
- फायर, रेलवे और एम्बुलेंस के जुड़ने से सिंगल विंडो सिस्टम बन सकेगा और लोगों को एक काल पर ही पीड़ित को कई सेवाएं मिल सकेंगी.
प्रदेश भर में डायल 100 में लगभग 4500 गाड़ियां हैं. सभी जिलों में डायल 100 का डिप्लॉयमेंट है. हम जल्द ही इसके डिप्लॉयमेंट में फेरबदल करने जा रहे हैं. हाट स्पॉट्स को हमने चिन्हित किया है, जहां अपराध होने की ज्यादा संभावना रहती है. ऐसी जगहों पर डायल 100 को तैनात करेंगे. डायल 100 कामर्शियल जगहों जैसे बैंक ,माल, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन आदि पर डिप्लॉय होगी. हमारी पूरी कोशिश होगी कि विजिबिलिटी बढ़े और ज्यादा से ज्यादा जगहों पर पुलिस की नजर रहे. डायल 100 को जीआरपी, एम्बुलेंस, फायर से जोड़ा गया है और जल्द ही इसे दूसरी सुविधाओं से भी जोड़ा जाएगा.
ओपी सिंह, डीजीपी उत्तर प्रदेश