मेरठ : पुलवामा घटना के मास्टर माइंड और उसके साथियों की तलाश में सेना के जवानों ने पुलवामा के पिंगलाना में कुछ आतंकियों को घेर लिया. इस दौरान आतंकियों के साथ मुठभेड़ में मेरठ का लाल अजय कुमार शहीद हो गए. इस मुठभेड़ में एक मेजर समेत चार जवानों के शहीद होने की जानकारी सामने आई है. अजय कुमार के शहीद होने की सूचना से उनके पैतृक गांव बसा टिकरी में शोक की लहर छा गई.
शहीद के घर पर परिवार को सांत्वना देने वालों का तांता लग गया है. शहीद अजय कुमार के पिता भी सेना से रिटायर्ड हैं. ग्रामीणों ने बताया कि अजय कुमार की उम्र करीब 27 वर्ष थी. वह जनवरी में छुट्टी पर आए थे और 31 जनवरी को वापस ड्यूटी पर चले गए थे. अजय कुमार का करीब ढाई साल का एक बेटा है.
बता दें कि अजय कुमार 55 राष्ट्रीय राइफल्स में कमांडो थे. उनके बड़े भाई का करीब सात महीने पहले देहांत हो चुका है. वह घर का इकलौता चिराग था. परिजनों को सुबह फोन से अजय कुमार के शहीद होने के बारे में जानकारी दी गई. इसके बाद घर में मातम पसर गया. परिजनों ने बताया कि पुलवामा हमले के बाद अजय ने परिजनों से फोन पर बात की थी. तब उसने सब कुछ ठीक बताया था.
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अजय कुमार बेहद होनहार था. बचपन से ही उसे सेना में भर्ती होने का जुनून था. पहले उनकी तैनाती 20 ग्रेनेड बटालियन में हुई थी. करीब एक साल पहले वो 55 राष्ट्रीय राइफल्स में शामिल हुआ था. वह स्पेशल कमांडों की ट्रेनिंग लिए हुए था. ग्रामीण योगेंद्र का कहना है कि आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, कोई भी आतंकी बचना नहीं चाहिए.