वाराणसी : विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले मैदागिन से लेकर विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध घाट तक सभी मकानों और दुकानों को एक रंग में रंगे जाने की पहल की गई. इसी दौरान बुलानाला इलाके में एक मस्जिद को भगवा रंग में रंगे जाने के प्रकरण (Varanasi mosque painted gerua) पर हंगामा मच गया. आनन-फानन में हरकत में आए प्रशासन ने मस्जिद को दोबारा सफेद रंग में रंगवाया जा रहा है. (mosque painted saffron color to be painted white).
मस्जिद को गेरुआ करने और फिर सफेद किए जाने के प्रकरण में ईटीवी भारत ने उस मस्जिद में पहुंचकर वहां के केयरटेकर से बातचीत की. प्रशासन की तरफ से मस्जिद का रंग बदलने का काम शुरू हो गया है. मस्जिद के केयरटेकर ने कहा कि उन्हें आपत्ति रंग बदलने से नहीं, बल्कि बिना अनुमति के रातों-रात इस तरह का काम किए जाने से है. उनका कहना था कि यह संदेश गलत गया है और इस तरह के काम नहीं किए जाने चाहिए.
दरअसल, विश्वनाथ धाम के लोकार्पण से पहले विश्वनाथ मंदिर प्रशासन व वाराणसी विकास प्राधिकरण की ओर से रास्ते में पड़ने वाले हर मकान और दुकानों को एक ही रंग में रंगने का काम प्रसाद योजना के अंतर्गत चल रहा है. इस योजना के अंतर्गत बीती रात बुलानाला क्षेत्र में पड़ने वाली एक मस्जिद को भी उसी रंग में रंग दिया गया.
इधर, मस्जिद के केयरटेकर एजाज मोहम्मद ने कहा कि संदेश गलत गया है. वे भी यह मानते हैं कि रंग भगवा नहीं है. लेकिन इस तरह से बिना बताए बिना अनुमति लिए मस्जिद के रंग को बदलना गलत संदेश देता है. इसका लोगों ने मजाक उड़ाना शुरू कर दिया है. जिसे लेकर कम्युनिटी में नाराजगी भी है.
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इसलिए उनकी तरफ से फिलहाल मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को लिखित आपत्ति पत्र दिया जा रहा है. हालांकि मीडिया की सुर्खियों में खबर के आने के बाद इस प्रकरण ने तूल पकड़ लिया और अब मस्जिद के रंग को बदलने की कवायद शुरू हो गई है. बताया गया कि फिर से मस्जिद का रंग सफेद किए जाने का काम शुरू हो गया है.