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Umesh Pal Murder Case : क्या उमेश पाल हत्याकांड में तीन और कारों में थे शूटर और उनके मददगार ? - उमेश पाल हत्याकांड का सीसीटीवी

उमेश पाल हत्याकांड में तीन और कारों का जिक्र किया जा रहा है. पुलिस और एसटीएफ की टीमें यह पता लगाने में लगी हैं कि इन कारों में भी शूटर थे या उनके मददगार. क्योंकि, इस वारदात में सीसीटीवी में दिख रहे शूटरों के अलावा कई और लोगों के शामिल होने का अंदेशा है.

Umesh Pal Murder Case
Umesh Pal Murder Case
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Published : Mar 16, 2023, 6:49 AM IST

उमेश पाल हत्याकांड में नया खुलासा

प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड में जहां अभी तक सिर्फ एक सफेद क्रेटा कार का जिक्र किया जा रहा है, जिसमें बैठकर वारदात को अंजाम देने वाले शूटर मौके पर पहुंचे थे. लेकिन, अब तक की जांच में चौकाने वाला खुलासा हुआ है. जांच कर रही टीमों को पता चला है कि इस वारदात में सीसीटीवी में दिखने वाले 6 शूटरों के अलावा 8 से 10 लोग और भी शामिल होने का अंदेशा है. क्योंकि, सरेआम बीच सड़क पर शूटआउट को अंजाम देने के लिए मजबूत बैकअप टीम भी मौके के आस पास ही लगाई गई थी. शूटआउट को अंजाम देने के लिए सिर्फ एक क्रेटा कार से हमलावर नहीं गए थे, बल्कि इस कार के बैकअप के लिए तीन और कारों में अतीक गैंग के लोग गये थे. इनको वापसी का रास्ता साफ करवाने की जिम्मेदारी दी गई थी. इसके साथ ही वो शूटआउट प्लान में कही पर गड़बड़ी होने पर उन्हें भी हथियार लेकर मोर्चा संभालने का निर्देश मिला था. लेकिन. सब कुछ तय प्लान के अनुसार होने पर उन्हें सिर्फ वापसी का रूट क्लीयर करवाकर सभी की सुरक्षित वापसी करवाना था.

24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के दौरान जिस क्रेटा कार से अतीक अहमद का बेटा असद और बाइक सवार शूटर अऱमान व बमबाज गुड्डू के अलावा तीन कारों से 8 से 10 दूसरे बदमाशों के भी शामिल होने की जानकारी मिली है. जांच टीम के एक्सपर्ट्स ने सीसीटीवी फुटेज व अन्य जानकारियों के आधार पर इस वारदात में शामिल कई दूसरे मददगारों का पता लगाया है. जानकारी के मुताबिक, शूटरों का बी प्लान भी तैयार था. इसकी जरूरत पड़ने पर इन तीनों कारों में मौजूद अतीक गैंग के गुर्गों को शामिल होना था. क्रेटा कार सवार शूटर और बमबाजों की योजना में कोई भी कमी रह जाती तो उसे पूरा करने के लिए इन शूटरों को बाहर निकलना था. इसके साथ ही उन्हें सड़क को खाली करवाकर वापसी के रास्ते में कोई दिक्कत आने पर उसे सही करवाने की जिम्मेदारी दी गई थी. यही नहीं हमले के दौरान होने वाली किसी भी तरह की गड़बड़ी से निपटने के लिए इस तरह का बी प्लान भी तैयार था.

लाल कार ने सड़क पर बने कट पर ट्रैफिक रोका, जहां से भागे बाइक सवार शूटर

उमेश पाल हत्याकांड के दौरान सफेद क्रेटा कार के पीछे तीन ऐसी कारें भी मौजूद बताई जा रही हैं, जिसमें शूटरों की बैकअप टीम बैठी हुई थी. इन कारों में सबसे पीछे वाली लाल रंग की कार ने उमेश पाल के घर के पहले सड़क पर बने डिवाइडर के कट पर ट्रैफिक को रोकने का काम किया, जिससे उस कट के आगे चार पहिया और दो पहिया वाहन आगे नहीं बढ़ सकें. इसके साथ ही दूसरे साइड से आई सफेद क्रेटा कार उसी कट के पास वापस आकर रुकी. डिवाइडर के इसी कट से गुड्डू बमबाज औऱ शूटर अरमान बाइक को भी सड़क के दूसरी तरफ ले गए थे. जहां से क्रेटा कार के साथ वो सभी मौके से फरार हो गए. इस दौरान गुड्डू ने एक बम इस लाल कार के पीछे फोड़कर सड़क पर भगदड़ मचा दी थी. इसके बाद उसी साइड से ये तीनों कारें बैक होकर उल्टे साइड से ही वापस गईं.

शूटरों के इन मददगारों का भी पता लगाने में जुटी पुलिस

पुलिस और एसटीएफ की टीमें सीसीटीवी में दिख रहे इन शूटरों के साथ ही उनके इन मददगारों का भी पता लगाने में जुट गई हैं. पुलिस पता लगा रही है कि क्रेटा कार वापस जाने के बाद भीड़ भरी सड़क पर उल्टे साइड से वापस गईं तीनों कारें किसकी हैं. उन कारों के अंदर कौन-कौन लोग बैठे हुए थे. उन्होंने इस वारदात में क्या-क्या भूमिका निभाई थी. इसके साथ ही जिस तरह से घटना को अंजाम देने में इतनी कारों का इस्तेमाल किया गया है, उसी तरह से वारदात के बाद शूटरों के भागने और उन्हें भगाने में किसका-किसका सहयोग है.

मिली जानकारी के मुताबिक, शूटरों वाली कार के अलावा मौजूद इन कारों में 8 से 10 लोग सवार थे. घटना स्थल पर शूटरों वाली क्रेटा कार वारदात के बाद वापस भागने के लिए अगर सड़क से मुड़कर वापस न आ पाती तो शूटरों को इन्ही तीन कारों की मदद से मौके से भागना था. बहरहाल, पुलिस या एसटीएफ से जुड़े कोई भी अधिकारी इस बारे में किसी तरह की जानकारी से अनभिज्ञता जता रहे हैं. जबकि, सूत्र बता रहे हैं कि पुलिस अब शूटआउट के पहले से लेकर उसके बाद तक शूटरों की किसी भी तरह से मदद करने वालों का पता लगाकर उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी कर चुकी है. साथ ही पुलिस माफिया और शूटरों के सभी मददगारों पर भी कड़ी कार्रवाई करने की शुरुआत करने वाली है.

शूटआउट के बाद वीडियो बनाने वाली युवती पर भी शक

उमेश पाल हत्याकांड के बाद एक तरफ जहां सड़क पर अफरा-तफरी मची हुई थी. मौके पर मौजूद सभी लोग इधर-उधर भाग रहे थे. लेकिन, इसी अफरा-तफरी के बीच शूटरों वाली सफेद क्रेटा कार के ठीक पीछे वाली कार में बैठी एक युवती वारदात के समय भी वहीं खड़ी थी. वह मोबाइल से घटना का वीडियो बना रही थी या किसी को लाइव शूटआउट दिखा रही थी. पीले शूट वाली युवती कौन थी और वो लाइव शूटआउट किसे दिखा रही थी. इन सभी सवालों का भी पुलिस जवाब तलाश रही है. जांच टीम यह भी पता लगाने में जुटी हुई है कि कहीं इस युवती का अतीक अहमद गैंग से कोई जुड़ाव तो नहीं है. कहीं वो जेल में बंद अतीक अहमद उसके भाई अशरफ और जेल में बंद दोनों बेटों को घटना का लाइव करके तो नहीं दिखा रही थी. बहरहाल, वीडियो बनाने या लाइव दिखाने वाली पीले शूट वाली युवती कौन है, पुलिस और एसटीएफ इसका भी पता लगा रही है.

यह भी पढ़ें: माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी ने कहा, उमेश पाल हत्याकांड में उसके पति और भाई का हाथ नहीं

उमेश पाल हत्याकांड में नया खुलासा

प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड में जहां अभी तक सिर्फ एक सफेद क्रेटा कार का जिक्र किया जा रहा है, जिसमें बैठकर वारदात को अंजाम देने वाले शूटर मौके पर पहुंचे थे. लेकिन, अब तक की जांच में चौकाने वाला खुलासा हुआ है. जांच कर रही टीमों को पता चला है कि इस वारदात में सीसीटीवी में दिखने वाले 6 शूटरों के अलावा 8 से 10 लोग और भी शामिल होने का अंदेशा है. क्योंकि, सरेआम बीच सड़क पर शूटआउट को अंजाम देने के लिए मजबूत बैकअप टीम भी मौके के आस पास ही लगाई गई थी. शूटआउट को अंजाम देने के लिए सिर्फ एक क्रेटा कार से हमलावर नहीं गए थे, बल्कि इस कार के बैकअप के लिए तीन और कारों में अतीक गैंग के लोग गये थे. इनको वापसी का रास्ता साफ करवाने की जिम्मेदारी दी गई थी. इसके साथ ही वो शूटआउट प्लान में कही पर गड़बड़ी होने पर उन्हें भी हथियार लेकर मोर्चा संभालने का निर्देश मिला था. लेकिन. सब कुछ तय प्लान के अनुसार होने पर उन्हें सिर्फ वापसी का रूट क्लीयर करवाकर सभी की सुरक्षित वापसी करवाना था.

24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के दौरान जिस क्रेटा कार से अतीक अहमद का बेटा असद और बाइक सवार शूटर अऱमान व बमबाज गुड्डू के अलावा तीन कारों से 8 से 10 दूसरे बदमाशों के भी शामिल होने की जानकारी मिली है. जांच टीम के एक्सपर्ट्स ने सीसीटीवी फुटेज व अन्य जानकारियों के आधार पर इस वारदात में शामिल कई दूसरे मददगारों का पता लगाया है. जानकारी के मुताबिक, शूटरों का बी प्लान भी तैयार था. इसकी जरूरत पड़ने पर इन तीनों कारों में मौजूद अतीक गैंग के गुर्गों को शामिल होना था. क्रेटा कार सवार शूटर और बमबाजों की योजना में कोई भी कमी रह जाती तो उसे पूरा करने के लिए इन शूटरों को बाहर निकलना था. इसके साथ ही उन्हें सड़क को खाली करवाकर वापसी के रास्ते में कोई दिक्कत आने पर उसे सही करवाने की जिम्मेदारी दी गई थी. यही नहीं हमले के दौरान होने वाली किसी भी तरह की गड़बड़ी से निपटने के लिए इस तरह का बी प्लान भी तैयार था.

लाल कार ने सड़क पर बने कट पर ट्रैफिक रोका, जहां से भागे बाइक सवार शूटर

उमेश पाल हत्याकांड के दौरान सफेद क्रेटा कार के पीछे तीन ऐसी कारें भी मौजूद बताई जा रही हैं, जिसमें शूटरों की बैकअप टीम बैठी हुई थी. इन कारों में सबसे पीछे वाली लाल रंग की कार ने उमेश पाल के घर के पहले सड़क पर बने डिवाइडर के कट पर ट्रैफिक को रोकने का काम किया, जिससे उस कट के आगे चार पहिया और दो पहिया वाहन आगे नहीं बढ़ सकें. इसके साथ ही दूसरे साइड से आई सफेद क्रेटा कार उसी कट के पास वापस आकर रुकी. डिवाइडर के इसी कट से गुड्डू बमबाज औऱ शूटर अरमान बाइक को भी सड़क के दूसरी तरफ ले गए थे. जहां से क्रेटा कार के साथ वो सभी मौके से फरार हो गए. इस दौरान गुड्डू ने एक बम इस लाल कार के पीछे फोड़कर सड़क पर भगदड़ मचा दी थी. इसके बाद उसी साइड से ये तीनों कारें बैक होकर उल्टे साइड से ही वापस गईं.

शूटरों के इन मददगारों का भी पता लगाने में जुटी पुलिस

पुलिस और एसटीएफ की टीमें सीसीटीवी में दिख रहे इन शूटरों के साथ ही उनके इन मददगारों का भी पता लगाने में जुट गई हैं. पुलिस पता लगा रही है कि क्रेटा कार वापस जाने के बाद भीड़ भरी सड़क पर उल्टे साइड से वापस गईं तीनों कारें किसकी हैं. उन कारों के अंदर कौन-कौन लोग बैठे हुए थे. उन्होंने इस वारदात में क्या-क्या भूमिका निभाई थी. इसके साथ ही जिस तरह से घटना को अंजाम देने में इतनी कारों का इस्तेमाल किया गया है, उसी तरह से वारदात के बाद शूटरों के भागने और उन्हें भगाने में किसका-किसका सहयोग है.

मिली जानकारी के मुताबिक, शूटरों वाली कार के अलावा मौजूद इन कारों में 8 से 10 लोग सवार थे. घटना स्थल पर शूटरों वाली क्रेटा कार वारदात के बाद वापस भागने के लिए अगर सड़क से मुड़कर वापस न आ पाती तो शूटरों को इन्ही तीन कारों की मदद से मौके से भागना था. बहरहाल, पुलिस या एसटीएफ से जुड़े कोई भी अधिकारी इस बारे में किसी तरह की जानकारी से अनभिज्ञता जता रहे हैं. जबकि, सूत्र बता रहे हैं कि पुलिस अब शूटआउट के पहले से लेकर उसके बाद तक शूटरों की किसी भी तरह से मदद करने वालों का पता लगाकर उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी कर चुकी है. साथ ही पुलिस माफिया और शूटरों के सभी मददगारों पर भी कड़ी कार्रवाई करने की शुरुआत करने वाली है.

शूटआउट के बाद वीडियो बनाने वाली युवती पर भी शक

उमेश पाल हत्याकांड के बाद एक तरफ जहां सड़क पर अफरा-तफरी मची हुई थी. मौके पर मौजूद सभी लोग इधर-उधर भाग रहे थे. लेकिन, इसी अफरा-तफरी के बीच शूटरों वाली सफेद क्रेटा कार के ठीक पीछे वाली कार में बैठी एक युवती वारदात के समय भी वहीं खड़ी थी. वह मोबाइल से घटना का वीडियो बना रही थी या किसी को लाइव शूटआउट दिखा रही थी. पीले शूट वाली युवती कौन थी और वो लाइव शूटआउट किसे दिखा रही थी. इन सभी सवालों का भी पुलिस जवाब तलाश रही है. जांच टीम यह भी पता लगाने में जुटी हुई है कि कहीं इस युवती का अतीक अहमद गैंग से कोई जुड़ाव तो नहीं है. कहीं वो जेल में बंद अतीक अहमद उसके भाई अशरफ और जेल में बंद दोनों बेटों को घटना का लाइव करके तो नहीं दिखा रही थी. बहरहाल, वीडियो बनाने या लाइव दिखाने वाली पीले शूट वाली युवती कौन है, पुलिस और एसटीएफ इसका भी पता लगा रही है.

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