जम्मू: जम्मू कश्मीर के बालाकोट सेक्टर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. बालाकोट में सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों ने संदिग्ध पाए जाने पर दो आतंकियों को ढेर कर दिया. वहीं, राजौरी के डांगरी हमले में शामिल आतंकियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन जारी है. अधिकारियों के अनुसार राजौरी हमले में एक और घायल की मौत हो गयी जिससे मृतकों की कुल संख्या बढ़कर सात हो गई है.
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि पुंछ के बालाकोट सेक्टर में रात भर चले अभियान में दो आतंकवादी मारे गए. लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने बताया कि सतर्क सैनिकों ने शनिवार शाम को बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास एक संदिग्ध गतिविधि देखी जिसके बाद फायरिंग की. इसके बाद इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया. इस दौरान आतंकवादियों से सामना हुआ. सुरक्षा बलों की कार्रवाई दो अज्ञात आतंकवादी मारे गए.
लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने कहा, 'अब तक की तलाशी में हथियारों, मैगजीन, गोला-बारूद और अन्य युद्ध के सामानों के साथ दो शव बरामद किए गए हैं. सेना ने अब तक दो एके-47 राइफल के साथ दो मैगजीन, दो पिस्टल, तीन मैगजीन, 24 राउंड पिस्टल, 30 राउंड एके-47, नाइट विजन गॉगल्स, खंजर, सर्दियों के कपड़े, रबर के दस्ताने और खाने-पीने की चीजें प्राप्त हुई हैं, जो लंबी अवधि के लिए पर्याप्त हैं.'
सेना ने यह भी कहा कि '29 दिसंबर, 2022 को कृष्णाघाटी सेक्टर में एलओसी पर तैनात सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे तीन आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा के पास देखा था. सैनिकों द्वारा प्रभावी गोलाबारी से ललकारे जाने पर आतंकवादी जंगलों में भाग निकले.' उन्होंने कहा, '30 दिसंबर, 2022 को क्षेत्र में सर्च अभियान चलाने के बाद जंगी-भंडार वाले बैग और कई अन्य सामान की बरामदगी हुई.'
उन्होंने कहा कि इलाके में आतंकवादी की मौजूदगी पूरी तरह से खत्म करने को लेकर तलाशी अभियान जारी है. गौरतलब है कि हाल ही में राजौरी के डांगरी इलाके में दो नाबालिगों सहित छह लोगों की हत्या के मद्देनजर जम्मू, पुंछ-राजौरी जिलों में हाई अलर्ट के बीच दो आतंकवादियों को मार गिराया गया है.
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इस बीच, डांगरी गोलीबारी की घटना में घायल हुए एक व्यक्ति की आज तड़के मौत हो गई. हमले की दो घटनाओं में मरने वालों की संख्या सात हो गई है. अधिकारियों के अनुसार मारे गए व्यक्ति को जीएमसी राजौरी से हवाई मार्ग से जम्मू के अस्पताल में लाया गया था. उसकी पहचान प्रिंस शर्मा के रूप में हुई है. डांगरी फायरिंग की घटना के पहले दिन वह घायल हो गया था.
बता दें कि एक जनवरी को हुई हत्या की घटना के बाद, डांगरी गांव के स्थानीय लोगों ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए बल तैनात करने की मांग की थी. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजौरी जिले में दो आतंकी हमलों में नागरिकों के मारे जाने के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त 18 कंपनियों को तैनात करने का आदेश जारी किया था. एक जनवरी की शाम को जहां चार लोगों को गोली मार दी गई थी, वहीं 2 जनवरी की सुबह राजौरी के ऊपरी धनगरी गांव में एक संदिग्ध इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) विस्फोट के बाद दो बच्चों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे.