जयपुर : राजस्थान के अजमेर में जन्मे पराग अग्रवाल के ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Twitter CEO Parag Agarwal) के पद पर नियुक्त होने पर शहर का मान बढ़ा है. पराग की कामयाबी से अजमेरवासियों में खुशी की लहर है. जानकारी के मुताबिक पराग अग्रवाल के माता-पिता चार दिसंबर को अजमेर आ रहे हैं.
पराग अग्रवाल (Parag Agarwal ) के टि्वटर के सीईओ बनने से अजमेर में खुशी की लहर है. देश और प्रदेश के लिए भी यह गर्व की बात है. बताया जाता है कि पराग अग्रवाल का जन्म अजमेर के सरकारी जेएलएन हॉस्पिटल में हुआ था. इनके माता-पिता (Parag Agarwal parents) शशि अग्रवाल और रामगोपाल अग्रवाल दरगाह बाजार में धान मंडी इलाके में रहते थे. उस वक़्त पराग के पिता रामगोपाल अग्रवाल मुंबई में बीएमआरसी में नौकरी करते थे.
अजमेर में पराग के दादा दादी रहते थे. पराग अग्रवाल का अजमेर में लालन-पालन हुआ. बाद में उनका परिवार मुंबई चला गया, जहां पराग अग्रवाल ने आईआईटी बॉम्बे में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई (Parag Agarwal studies) की और फिर विदेश जाकर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी (Parag Agarwal PhD from Stanford University) पूरी की.
पराग अग्रवाल लगभग 10 साल से ट्विटर कंपनी से जुड़े हुए हैं. उन्होंने एक विशेष सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में ट्विटर जॉइन किया था. ट्विटर ने उन्हें 2018 में चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) बनाया था. ट्विटर से पहले पराग अग्रवाल माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), याहू (yahoo) और एटीएंडटी लैब्स के साथ काम कर चुके हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार एसपी मित्तल ने बताया कि पराग के दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी में सीईओ का पद (CEO position in social media company) संभालने से सिर्फ देश प्रदेश का मान बढ़ा है बल्कि उन्होंने अपनी जन्मभूमि अजमेर का भी मान बढ़ाया है.
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एसपी मित्तल बताया कि पराग के जन्म के समय उनके पिता रामगोपाल पत्नी शशि की डिलीवरी करवाने के लिए मुंबई से अजमेर आए थे. यहां सरकारी अस्पताल में पराग अग्रवाल का जन्म 21 मई 1984 को हुआ था. तब यह कोई नहीं जानता था कि वह शिशु कामयाबी के शिखर पर पहुंचेगा.
स्थानीय निवासी शिव बंसल ने बताया कि पराग अग्रवाल की कामयाबी को लेकर अग्रवाल समाज भी खुश है. सबने एक दूसरे को बधाई दी है और पराग व उनके माता-पिता को शुभकामनाएं भेजी गई हैं. शिव बंसल ने बताया कि पराग अग्रवाल के माता-पिता 4 दिसम्बर को अजमेर आ रहे हैं. उनके अजमेर आगमन पर उनका अभिनंदन किया जायेगा.
ट्वीट करने में बहुत ज्यादा रुचि नहीं
बता दें कि पराग अग्रवाल ज्यादा ट्वीट्स नहीं करते हैं. 2011 में ट्विटर से जुड़ने के बाद से अबतक उन्होंने केवल 3200 ट्वीट्स किए हैं. बता दें कि उन्होंने अपना पहला ट्वीट चार अक्टूबर 2011 को किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि ऐसा लगता है जैसे मुझे इस नौकरी में आनंद आएगा.
क्या होगी उनकी सैलरी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनकी बेस सैलरी 7.5 करोड़ होगी. इसके अलावा उन्हें टारगेट बोनस के रूप में सैलरी का 150 प्रतिशत मिलेगा. पराग को ट्वीटर ब्लू और सुपर फॉलोज जैसे फीचर्स की शुरुआत करने का क्रेडिट जाता है.