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चंदौली में भीड़ के चलते 21 साउथ इंडियन की ट्रेन छूटी, रेलवे स्टाफ को बनाया बंधक, हंगामा

चंदौली में भीड़ के चलते 21 साउथ इंडियन की ट्रेन छूट गई. इससे नाराज साउथ इंडियन ने रेलवे स्टाफ को बंधक बना लिया.

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Published : Jun 15, 2023, 4:37 PM IST

चंदौली: पंडित दीनदयाल स्टेशन पर उस समय हंगामा मच गया जब साउथ इंडिया से काशी दर्शन को आए 21 यात्रियों की ट्रेन छूट गई. भीड़ के चलते ये यात्री ट्रेन पर नही चढ़ पाए. इससे नाराज होकर इन यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया. टीटी रेस्ट हाउस में स्थित अनाउंसमेंट आफिस में कर्मचारियों को बंधक बना लिया. यात्रियों में ज्यादातर महिलाएं हैं. रेलवे कर्मचारियों को बंधक बनाए जाने की सूचना पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंचे अधिकारी स्टेशन पर यात्रियों को मानने में जुट गए लेकिन 8 घंटे बीत जाने के बाद यात्री मानने को तैयार नहीं हैं.

यात्रियों ने की ये शिकायत.


रेलवे अपने यात्रियों की सुविधाओं का खास ख्याल रखने का दावा करता है. हालांकि, बीच-बीच में कई मामले ऐसे सामने आते हैं, जो रेलवे की साख पर बट्टा लगाने का काम करते हैं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर ऐसा ही एक मामला सामने आया है. यहां रिजर्वेशन होने के बावजूद 21 पैसेंजर ट्रेन में चढ़ नहीं पाए. ट्रेन के डिब्बों में पहले से ही यात्रियों की जबर्दस्त भीड़ थी. यात्री गेट खुलवाने के लिए पीटते रहे लेकिन किसी ने नहीं खोला.

इस बीच सिग्नल होने पर ट्रेन चल दी. यात्री ट्रेन छूटने पर चिल्लाते रहे लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी बल्कि ट्रेन से दूर कर दिया. इन सभी यात्रियों को दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से संघमित्रा एक्सप्रेस पकड़नी थी. इनमे 6 यात्री बेंगलूरू और 15 यात्रियों को विजयवाड़ा तक जाना है. भीड़ के कारण यात्री ट्रेन में चढ़ ही नहीं पाए. बाद में इसकी शिकायत यात्री सहायता केंद्र में कई तो उन्होंने भी मदद करने से हाथ खड़े कर दिए.

यात्रियों की वैकल्पिक व्यवस्था देने की मांग को रेलवे के आलाधिकारियों ने अनसुना कर दिया. इससे आक्रोशित यात्रियों ने सहायता केंद्र में तैनात सभी कर्मियों को बंधक बना लिया. इससे अफसरों में हड़कंप मच गया. जीआरपी व आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंच गईं और यात्रियों को मनाने में जुट गईं. यात्री वैकल्पिक व्यवस्था दिए जाने की मांग पर अड़े रहे.

बता दें कि संघमित्रा एक्सप्रेस को सोमवार की रात 11:00 बजे डीडीयू स्टेशन आना था. लेट होने के कारण ट्रेन रात करीब 2:00 बजे स्टेशन पहुंची. ट्रेन में भारी भीड़ होने के चलते यात्री ट्रेन में नहीं चढ़ सके. इसके बाद यात्रियों ने स्टेशन पर मौजूद रेलवे अधिकारियों से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग करने लगे. जब बात नहीं बनी तो यात्री आक्रोशित हो गए. हंगामा कर रहे ज्यादातर यात्रियों में महिलाएं हैं. इसके बाद यात्रियों में कुछ महिलाएं प्लेटफार्म नंबर एक पर स्थित अनाउंसमेंट ऑफिस पहुंचीं और अपनी बात कहने लगीं. बात न बनते देख यात्रियों ने अनाउंसमेंट ऑफिस में मौजूद कर्मचारियों को बंधक बना लिया.

अनाउंसमेंट ऑफिस पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि उन्होंने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह मान नहीं रहीं हैं. सुबह 4:00 बजे से ही इन यात्रियों ने अनाउंसमेंट ऑफिस के 5 कर्मचारियों को ऑफिस में ही बंधक बना लिया है और उन्हें बाहर आने-जाने नहीं दे रहे हैं. बंधक बनाए गए तमाम कर्मचारियों के ड्यूटी आवर्स भी पूरे हो गए हैं लेकिन महिलाएं उन्हें जाने नहीं दे रही हैं.

टीटीई का खेल यात्री चढ़ने में हुए फेल
ट्रेन में यात्रियों के दाखिल न हो पाने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं हुईं हैं. कुछ एक यात्रियों के साथ ऐसा होने के चलते मामला हाईलाइट नहीं होता. पूर्व मध्य रेल की ट्रेन जब दानापुर मंडल में पहुंचती है तो जनरल टिकट के यात्री गलत तरीके से रिजर्वेशन क्लास में दाखिल हो जाते है. इसके बाद टीटीई को सुविधा शुल्क देकर रसीद कटवा ली जाती है. इसके बाद 92 लोगों की क्षमता वाले कोच में सौ से ज्यादा यात्रियों की संख्या पिछले स्टेशनों पर ही हो जाती है. अत्यधिक भीड़ के चलते यात्री अंदर से दरवाजा बंद कर देते हैं. इसके चलते ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इसकी जानकारी रेलवे के कामर्शियल डिपार्टमेंट के अधिकारियों को भी है.

ये भी पढ़ेंः Wrestlers Protest: दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट, एक जुलाई को अगली सुनवाई

चंदौली: पंडित दीनदयाल स्टेशन पर उस समय हंगामा मच गया जब साउथ इंडिया से काशी दर्शन को आए 21 यात्रियों की ट्रेन छूट गई. भीड़ के चलते ये यात्री ट्रेन पर नही चढ़ पाए. इससे नाराज होकर इन यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया. टीटी रेस्ट हाउस में स्थित अनाउंसमेंट आफिस में कर्मचारियों को बंधक बना लिया. यात्रियों में ज्यादातर महिलाएं हैं. रेलवे कर्मचारियों को बंधक बनाए जाने की सूचना पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंचे अधिकारी स्टेशन पर यात्रियों को मानने में जुट गए लेकिन 8 घंटे बीत जाने के बाद यात्री मानने को तैयार नहीं हैं.

यात्रियों ने की ये शिकायत.


रेलवे अपने यात्रियों की सुविधाओं का खास ख्याल रखने का दावा करता है. हालांकि, बीच-बीच में कई मामले ऐसे सामने आते हैं, जो रेलवे की साख पर बट्टा लगाने का काम करते हैं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर ऐसा ही एक मामला सामने आया है. यहां रिजर्वेशन होने के बावजूद 21 पैसेंजर ट्रेन में चढ़ नहीं पाए. ट्रेन के डिब्बों में पहले से ही यात्रियों की जबर्दस्त भीड़ थी. यात्री गेट खुलवाने के लिए पीटते रहे लेकिन किसी ने नहीं खोला.

इस बीच सिग्नल होने पर ट्रेन चल दी. यात्री ट्रेन छूटने पर चिल्लाते रहे लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी बल्कि ट्रेन से दूर कर दिया. इन सभी यात्रियों को दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से संघमित्रा एक्सप्रेस पकड़नी थी. इनमे 6 यात्री बेंगलूरू और 15 यात्रियों को विजयवाड़ा तक जाना है. भीड़ के कारण यात्री ट्रेन में चढ़ ही नहीं पाए. बाद में इसकी शिकायत यात्री सहायता केंद्र में कई तो उन्होंने भी मदद करने से हाथ खड़े कर दिए.

यात्रियों की वैकल्पिक व्यवस्था देने की मांग को रेलवे के आलाधिकारियों ने अनसुना कर दिया. इससे आक्रोशित यात्रियों ने सहायता केंद्र में तैनात सभी कर्मियों को बंधक बना लिया. इससे अफसरों में हड़कंप मच गया. जीआरपी व आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंच गईं और यात्रियों को मनाने में जुट गईं. यात्री वैकल्पिक व्यवस्था दिए जाने की मांग पर अड़े रहे.

बता दें कि संघमित्रा एक्सप्रेस को सोमवार की रात 11:00 बजे डीडीयू स्टेशन आना था. लेट होने के कारण ट्रेन रात करीब 2:00 बजे स्टेशन पहुंची. ट्रेन में भारी भीड़ होने के चलते यात्री ट्रेन में नहीं चढ़ सके. इसके बाद यात्रियों ने स्टेशन पर मौजूद रेलवे अधिकारियों से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग करने लगे. जब बात नहीं बनी तो यात्री आक्रोशित हो गए. हंगामा कर रहे ज्यादातर यात्रियों में महिलाएं हैं. इसके बाद यात्रियों में कुछ महिलाएं प्लेटफार्म नंबर एक पर स्थित अनाउंसमेंट ऑफिस पहुंचीं और अपनी बात कहने लगीं. बात न बनते देख यात्रियों ने अनाउंसमेंट ऑफिस में मौजूद कर्मचारियों को बंधक बना लिया.

अनाउंसमेंट ऑफिस पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि उन्होंने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह मान नहीं रहीं हैं. सुबह 4:00 बजे से ही इन यात्रियों ने अनाउंसमेंट ऑफिस के 5 कर्मचारियों को ऑफिस में ही बंधक बना लिया है और उन्हें बाहर आने-जाने नहीं दे रहे हैं. बंधक बनाए गए तमाम कर्मचारियों के ड्यूटी आवर्स भी पूरे हो गए हैं लेकिन महिलाएं उन्हें जाने नहीं दे रही हैं.

टीटीई का खेल यात्री चढ़ने में हुए फेल
ट्रेन में यात्रियों के दाखिल न हो पाने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं हुईं हैं. कुछ एक यात्रियों के साथ ऐसा होने के चलते मामला हाईलाइट नहीं होता. पूर्व मध्य रेल की ट्रेन जब दानापुर मंडल में पहुंचती है तो जनरल टिकट के यात्री गलत तरीके से रिजर्वेशन क्लास में दाखिल हो जाते है. इसके बाद टीटीई को सुविधा शुल्क देकर रसीद कटवा ली जाती है. इसके बाद 92 लोगों की क्षमता वाले कोच में सौ से ज्यादा यात्रियों की संख्या पिछले स्टेशनों पर ही हो जाती है. अत्यधिक भीड़ के चलते यात्री अंदर से दरवाजा बंद कर देते हैं. इसके चलते ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इसकी जानकारी रेलवे के कामर्शियल डिपार्टमेंट के अधिकारियों को भी है.

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