नई दिल्ली: कोरोना के चलते तिहाड़ जेल से छोड़े गए 6 हजार से ज्यादा कैदियों में 2400 फरार हो चुके हैं. वह लगभग डेढ़ साल से लापता हैं. इनकी सूची दिल्ली पुलिस के साथ साझा की गई है और उनकी तलाश में दिल्ली पुलिस ने इनाम भी घोषित किए हैं. लेकिन अभी तक यह बदमाश पुलिस के हाथ नहीं लग सके हैं. वहीं कोरोना की दूसरी लहर में भी 5 हजार से ज्यादा कैदी छोड़े गए थे. लेकिन उन्हें अभी सरेंडर करने के लिए नहीं कहा गया है.
जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 और 2021 में कोविड-19 संक्रमण के चलते बड़ी संख्या में कैदियों को अंतरिम जमानत पर छोड़ा गया था. तिहाड़ जेल में कैदियों की ज्यादा संख्या के चलते यह फैसला लिया गया था. तिहाड़ जेल में अब तक 521 कैदी कोरोना से संक्रमित हुए हैं जबकि 534 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं. अभी के समय में तिहाड़ जेल में कोरोना का एक भी केस नहीं है. वर्ष 2020 में कोविड-19 के चलते जेल में कैदियों की संख्या कम करने के लिए 6000 कैदियों को अंतरिम जमानत और इमरजेंसी पैरोल पर छोड़ा गया था. उन्हें मार्च 2021 तक सरेंडर करने के लिए कहा गया था. लेकिन इनमें से 2400 कैदी वापस ही नहीं लौटे.
फरवरी-मार्च 2021 में दोबारा से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे थे. इसके चलते लगभग 5000 कैदियों को अप्रैल-मई 2021 में छोड़ा गया था. अदालत ने अपने आदेश में कहा था कि इन कैदियों को तब सरेंडर करने के लिए कहा जाएगा जब सुप्रीम कोर्ट का आदेश होगा. इसके चलते यह कैदी भी अभी तिहाड़ जेल वापस नहीं लौटे हैं. जेल सूत्रों के अनुसार कोरोना संक्रमण के चलते 10 कैदियों की मौत हुई है जिनमें बिहार के बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन शामिल है. अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन भी कोरोना से संक्रमित हुआ था लेकिन वह बच गया था. अभी के समय में तिहाड़ जेल, मंडोली जेल और रोहिणी जेल में कुल 18 हजार कैदी हैं जिनमें से किसी को भी कोरोना नहीं है.
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि तिहाड़ जेल से अंतरिम जमानत और इमरजेंसी पैरोल पर बाहर निकले कैदी कई जगह पर अपराध कर रहे हैं. इस वजह से तिहाड़ जेल ने उनकी सूची दिल्ली पुलिस के साथ साझा की है और उन्हें पकड़ने का काम किया जा रहा है.