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पुडुचेरी सरकार चक्रवात से हुए नुकसान का आकलन कर रही है, केंद्र को रिपोर्ट भेजेगी: मुख्यमंत्री

चक्रवात का असर केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों पर पड़ा. यहां रविवार से ही रोजमर्रा की जिंदगी अस्त-व्यस्त थी.

CYCLONE FENGAL Puducherry
एनडीआरएफ कर्मी पुडुचेरी में रविवार 1 दिसंबर, 2024 को चक्रवात फेंगल के बाद बाढ़ग्रस्त क्षेत्र से एक निवासी को निकालते हुए. (PTI)
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By PTI

Published : 3 hours ago

पुडुचेरी: पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी ने कहा कि चक्रवात 'फेंगल' से हुए नुकसान का आकलन कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है और राहत मांगने के लिए इसे केंद्र को भेजा जाएगा. पुडुचेरी के गृह मंत्री ए नम: शिवायम ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सोमवार को पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे.

चक्रवात 'फेंगल' 30 नवंबर को पुडुचेरी के पास पहुंचने के बाद रविवार को कमजोर पड़ गया, लेकिन इसके प्रभाव के चलते हुई मूसलाधार बारिश ने केंद्र शासित प्रदेश में तबाही ला दी. पानी की वजह से जलमग्न हुए इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना को मोर्चा संभालना पड़ा. अधिकारियों ने विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा कि बारिश से संबंधित घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई. पूरे क्षेत्र में ठप पड़ी बिजली आपूर्ति सोमवार को सुबह चरणबद्ध तरीके से बहाल कर दी गई.

अधिकारियों ने बताया कि बिजली विभाग के कुछ उप केंद्रों में पानी भर गया था जिसे बाहर निकालने के लिए तत्काल कदम उठाए गए. उन्होंने बताया कि वेंकट नगर, कामराज नगर, वलालर सलाई, कामराजर सलाई और कई आवासीय कॉलोनियों में पानी भर गया और लोग घरों में कैद हो गए. मुख्यमंत्री ने रविवार को पुडुचेरी और उसके आसपास बारिश से प्रभावित इलाकों का दौरा किया. रंगास्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि चक्रवात 'फेंगल' के कारण और पुडुचेरी तथा कराईकल क्षेत्रों में भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है और केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी.

उपराज्यपाल के कैलाशनाथन ने भी बारिश से प्रभावित कई इलाकों का दौरा किया. इस बीच, पुडुचेरी के जिलाधिकारी ए कुलोथुंगन ने सोमवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में सबसे भारी बारिश दर्ज की गई. उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि पिछले 50 वर्षों के दौरान पुडुचेरी में इतनी भारी बारिश हुई.

उन्होंने एक विज्ञप्ति में कहा कि राहत शिविर स्थापित कर बाढ़ में फंसे लोगों को शिविरों में ले जाया गया, जहां उन्हें भोजन के पैकेट दिए गए. जिलाधिकारी ने कहा कि अरकोणम (तमिलनाडु) से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम और रक्षा विभाग द्वारा तैनात सेना के जवानों की मदद से वरिष्ठ नागरिकों सहित कई लोगों को उनके घरों से निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया. कुलोथुंगन ने कहा कि पांडिचेरी हेरिटेज राउंड टेबल 167 जैसे स्वयंसेवी संगठनों ने राहत शिविरों में रह रहे लोगों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराने के लिए सरकार के प्रयासों में सहयोग दिया है.

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पुडुचेरी: पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी ने कहा कि चक्रवात 'फेंगल' से हुए नुकसान का आकलन कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है और राहत मांगने के लिए इसे केंद्र को भेजा जाएगा. पुडुचेरी के गृह मंत्री ए नम: शिवायम ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सोमवार को पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे.

चक्रवात 'फेंगल' 30 नवंबर को पुडुचेरी के पास पहुंचने के बाद रविवार को कमजोर पड़ गया, लेकिन इसके प्रभाव के चलते हुई मूसलाधार बारिश ने केंद्र शासित प्रदेश में तबाही ला दी. पानी की वजह से जलमग्न हुए इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना को मोर्चा संभालना पड़ा. अधिकारियों ने विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा कि बारिश से संबंधित घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई. पूरे क्षेत्र में ठप पड़ी बिजली आपूर्ति सोमवार को सुबह चरणबद्ध तरीके से बहाल कर दी गई.

अधिकारियों ने बताया कि बिजली विभाग के कुछ उप केंद्रों में पानी भर गया था जिसे बाहर निकालने के लिए तत्काल कदम उठाए गए. उन्होंने बताया कि वेंकट नगर, कामराज नगर, वलालर सलाई, कामराजर सलाई और कई आवासीय कॉलोनियों में पानी भर गया और लोग घरों में कैद हो गए. मुख्यमंत्री ने रविवार को पुडुचेरी और उसके आसपास बारिश से प्रभावित इलाकों का दौरा किया. रंगास्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि चक्रवात 'फेंगल' के कारण और पुडुचेरी तथा कराईकल क्षेत्रों में भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है और केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी.

उपराज्यपाल के कैलाशनाथन ने भी बारिश से प्रभावित कई इलाकों का दौरा किया. इस बीच, पुडुचेरी के जिलाधिकारी ए कुलोथुंगन ने सोमवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में सबसे भारी बारिश दर्ज की गई. उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि पिछले 50 वर्षों के दौरान पुडुचेरी में इतनी भारी बारिश हुई.

उन्होंने एक विज्ञप्ति में कहा कि राहत शिविर स्थापित कर बाढ़ में फंसे लोगों को शिविरों में ले जाया गया, जहां उन्हें भोजन के पैकेट दिए गए. जिलाधिकारी ने कहा कि अरकोणम (तमिलनाडु) से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम और रक्षा विभाग द्वारा तैनात सेना के जवानों की मदद से वरिष्ठ नागरिकों सहित कई लोगों को उनके घरों से निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया. कुलोथुंगन ने कहा कि पांडिचेरी हेरिटेज राउंड टेबल 167 जैसे स्वयंसेवी संगठनों ने राहत शिविरों में रह रहे लोगों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराने के लिए सरकार के प्रयासों में सहयोग दिया है.

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