नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर देश भर के 75 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्रदान करेंगी. शिक्षा मंत्री के अनुसार पुरस्कार समारोह नई दिल्ली के विज्ञान भवन में होगा. प्रत्येक पुरस्कार में योग्यता प्रमाण पत्र, 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार और एक रजत पदक दिया जाता है. बयान में कहा गया है कि पुरस्कार विजेताओं को प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने का भी मौका मिला.
शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा कठोर, पारदर्शी चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने के लिए हर साल शिक्षक दिवस पर एक राष्ट्रीय स्तर का समारोह आयोजित करता रहा है. इसमें कहा गया है कि इस वर्ष से राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के दायरे को उच्च शिक्षा विभाग और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के शिक्षकों को शामिल करने के लिए विस्तारित किया गया है.
इस वर्ष 50 स्कूली शिक्षकों, उच्च शिक्षा के 13 शिक्षकों और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के 12 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा. हर साल देश 5 सितंबर को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रूप में मनाता है. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार का उद्देश्य देश में शिक्षकों के अद्वितीय योगदान का जश्न मनाना और उन शिक्षकों को सम्मानित करना है जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण के माध्यम से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया है.
नवीन शिक्षण अनुसंधान, सामुदायिक आउटरीच और काम की नवीनता को पहचानने की दृष्टि से भागीदारी (जन भागीदारी) को अधिकतम करने के लिए ऑनलाइन मोड में नामांकन मांगे गए थे. मंत्रालय ने शिक्षकों के चयन के लिए प्रतिष्ठित व्यक्तियों को शामिल करते हुए तीन अलग-अलग स्वतंत्र राष्ट्रीय जूरी का गठन किया. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2023 के विजेताओं के साथ बातचीत की.
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विजेताओं से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'हमारे देश के अनुकरणीय शिक्षकों से मुलाकात हुई जिन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मान के लिए चुना गया. युवा दिमागों को आकार देने के प्रति उनका समर्पण और शिक्षा में उत्कृष्टता के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता बहुत प्रेरणादायक है. अपनी कक्षाओं में वे भारत के युवाओं के लिए एक उज्जवल भविष्य की पटकथा लिख रहे हैं.' इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और अन्य भी उपस्थित थे.
(एएनआई)