वाराणसी: भोजपुरी फिल्म एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे की मौत मामले में आरोपी समर सिंह और संजय सिंह दोनों गिरफ्तार हो चुके हैं. समर सिंह के साथ ही संजय सिंह को भी वाराणसी की जिला जेल में ही रखा गया है. समर सिंह को पुलिस ने 5 दिनों की रिमांड पर लिया है. उसकी रिमांड अवधि 13 अप्रैल यानी गुरुवार से शुरू हो गई है. वहीं संजय सिंह अभी 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर है.
बड़ी बात यह है कि न्यायालय ने समर सिंह को 13 अप्रैल की सुबह 10:00 बजे से 17 अप्रैल की शाम 5:00 बजे तक पुलिस रिमांड पर देने का आदेश दिया था, लेकिन पुलिस की सुस्ती ऐसी थी कि पुलिस ने गुरुवार को समर सिंह को सुबह 10:00 बजे की जगह शाम 4:00 बजे जिला जेल से बाहर निकाला और रिमांड लेकर कार्ड की कार्रवाई शुरू की. फिलहाल पुलिस की सुस्ती के बीच क्राइम ब्रांच ने समर सिंह से ऐसे 25 सवाल दागे हैं, जिनमें आकांक्षा दुबे के मौत मामले से जुड़े लगभग सभी तत्व शामिल हैं.
दरअसल समर सिंह और आकांक्षा दुबे बीते लगभग साढ़े तीन साल से एक साथ रह रहे थे. 26 मार्च को आकांक्षा दुबे का शव वाराणसी के सारनाथ स्थित होटल में मिला था. इसके बाद 28 मार्च को आकांक्षा की मां मधु दुबे ने बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए समर सिंह और संजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था. इस प्रकरण में समर सिंह को 8 अप्रैल को पुलिस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था, जबकि संजय सिंह को 2 दिन पहले वाराणसी से ही गिरफ्तार किया गया है.
समर सिंह की गिरफ्तारी के बाद उसकी रिमांड गुरुवार से शुरू हुई. पुलिस सूत्रों के मुताबिक समर सिंह पुलिस का पूरा सहयोग कर रहा है और पूछताछ में पूछे जा रहे हैं. लगभग हर सवाल का जवाब भी दे रहा है, लेकिन वह हर बार बस एक ही बात कह रहा है कि वह बेकसूर है और उसने आकांक्षा को नहीं मारा या आकांक्षा की मौत के पीछे उसका कोई हाथ नहीं है. समर सिंह का यह भी कहना है कि अगर आकांक्षा दुबे मेरी वजह से सुसाइड करती, तो कहीं तो कोई सुसाइड नोट या ऐसी बात होती जिसमें मुझे उसने दोषी ठहराया होता. हम दोनों के बीच ऐसे रिश्ते थे ही नहीं, जो वह ऐसा कदम उठाती. उसकी मौत के पीछे और कोई वजह है. वो वजह मैं नहीं हूं.
आकांक्षा दुबे मौत प्रकरण में रिमांड पर लिए गए समर सिंह से पुलिस में 25 सवालों में से पहला सवाल यही पूछा कि आकांक्षा दुबे से उसकी मुलाकात कब, कहां और कैसे हुई थी? जिसका जवाब समर सिंह ने दिया. आकांक्षा दुबे के साथ समर सिंह ने अब तक कितनी भोजपुरी एल्बम की है? उसका जवाब भी समर सिंह ने देते हुए बताया कि लगभग 26 से ज्यादा एल्बम दोनों ने साथ में की थीं. समर सिंह और आकांक्षा दुबे के रिश्ते के बारे में भी क्राइम ब्रांच ने उससे पूछा तो उसने कहा हमारा रिश्ता बेहतर था और अच्छे दोस्त होने की वजह से हम दोनों एक दूसरे से अपनी सारी बातें भी शेयर करते थे.
समर सिंह से पुलिस ने आकांक्षा दुबे के साथ हुए वित्तीय लेनदेन के बारे में भी बातचीत की. समर सिंह ने स्पष्ट तौर पर यह जानकारी भी दी है कि उसके ऊपर लगाए गए यह आरोप कि वह आकांक्षा दुबे को पैसे नहीं देता था गलत है, क्योंकि आकांक्षा ने उसके साथ जितनी भी एलबम या फिल्मों में काम किया है. उन सभी का पेमेंट आकांक्षा को मिला है और वह एक बेहतर जिंदगी जी रही थी. उसने ऐसा क्यों किया उसे नहीं पता, लेकिन उसकी मौत की वजह वह नहीं है.
फिलहाल पुलिस अब रिमांड की अवधि का समय बढ़ने के साथ समर सिंह को लखनऊ और मुंबई ले जाने की तैयारी में है, क्योंकि लखनऊ में समर सिंह का मोबाइल फोन है और मुंबई के गोरेगांव स्थित समर के ऑफिस में उसके सारे वित्तीय लेन-देन से जुड़े कागजात मौजूद हैं. इसमें आकांक्षा दुबे के साथ हुए लेनदेन के भी सारे काम शामिल हैं. फिलहाल पुलिस समर से पूछताछ कर रही है और शुक्रवार को भी समर सिंह से गुप्त स्थान पर पूछताछ की जा रही है.