हैदराबाद : ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (जीएचएमसी) चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को हैदराबाद के मलकाजगिरी क्षेत्र में रोड शो किया. योगी के रोड शो में भारी भीड़ जुटी और भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला.
इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर हम हैदराबाद का नाम बदल कर भाग्यनगर करेंगे.
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#WATCH | Some people were asking me if Hyderabad can be renamed as Bhagyanagar. I said - why not. I told them that we renamed Faizabad as Ayodhya & Allahabad as Prayagraj after BJP came into power in UP. Then why Hyderabad can't be renamed as Bhagyanagar?: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/hy7vvSLH0z
— ANI (@ANI) November 28, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) November 28, 2020#WATCH | Some people were asking me if Hyderabad can be renamed as Bhagyanagar. I said - why not. I told them that we renamed Faizabad as Ayodhya & Allahabad as Prayagraj after BJP came into power in UP. Then why Hyderabad can't be renamed as Bhagyanagar?: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/hy7vvSLH0z
— ANI (@ANI) November 28, 2020
सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग मुझसे पूछ रहे थे कि क्या हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर किया जा सकता है. मैंने उनसे कहा कि क्यों नहीं. जब उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आई तो हमने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया, तो फिर हैदराबाद का असली नाम भाग्यनगर क्यों नहीं हो सकता है.
गौरतलब है कि इससे पहले भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और स्मृति ईरानी हैदराबाद में पहुंचकर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर चुके हैं. प्रकाश जावड़ेकर ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की सरकार के खिलाफ कई आरोप लगाए थे. स्मृति ईरानी भी राज्य की सरकार पर हमलावर रहीं.
ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (जीएचएमसी) की कुल 150 निकाय सीटों के लिए एक दिसंबर को मतदान होगा.
पिछले चुनाव में भाजपा को मिली थीं चार सीटें
पिछली बार हुए चुनाव में 99 सीटें जीतकर राज्य की सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) ने मेयर पद पर कब्जा जमाया था. तब भाजपा को सिर्फ चार और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को 44 सीटें मिलीं थीं. भाजपा इस बार ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है.
हैदराबाद नगर निगम का चुनाव भाजपा के लिए एक प्रतिष्ठा का सवाल है और ये इस बात से पता चलता है कि यहां भाजपा के कई स्टार प्रचारक मैदान में उतर रहे हैं, जो कि अक्सर स्थानीय चुनाव में देखने को नहीं मिलता है.