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बाबा विश्वनाथ के विवाह में यजमान बने पीएम मोदी, हल्दी अर्पित कर विश्व शांति की कामना - pm modi became host at baba vishwanath wedding

वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार पर रविवार को शिव भक्ति के रस में डूबे नजर आए. मौका था भगवान विश्वनाथ के विवाह उत्सव के हल्दी सगुन का. प्रधानमंत्री न सिर्फ बाबा विश्वनाथ के हल्दी रस्म में यजमान बने, बल्कि स्वयं हल्दी कुमकुम अर्पित कर महादेव का श्रृंगार भी किया.

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Published : Feb 28, 2022, 12:05 PM IST

वाराणसी: महादेव के भक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार पर रविवार को शिव भक्ति के रस में डूबे नजर आए. मौका था भगवान विश्वनाथ के विवाह उत्सव के हल्दी सगुन का. जी हां यहां प्रधानमंत्री न सिर्फ बाबा विश्वनाथ के हल्दी रस्म में यजमान बने, बल्कि स्वयं हल्दी कुमकुम अर्पित कर महादेव का श्रृंगार भी किया. इस दौरान उन्होंने विश्व शांति की कामना संग भगवान से विजय का आशीर्वाद भी मांगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे थे. सबसे पहले बूथ कार्यकर्ताओं से बातचीत के बाद पीएम मोटरसाइकिल रोड शो के जरिए बाबा विश्वनाथ के दरबार पहुंचे और भगवान के हल्दी शगुन कार्यक्रम में बतौर यजमान शामिल हुए.

एक मार्च यानी कि महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान विश्वनाथ का विवाह मां गौरा के संग होगा. इसको लेकर के पहले से ही रस्म अदायगी के कार्यक्रम चल रहे हैं. इसी क्रम में आज भगवान विश्वनाथ का हल्दी सगुन था. इसको लेकर के पूरे दरबार को पीली रोशनी में भव्यता के साथ सजाया गया था. इस दौरान भगवान विश्वनाथ के गर्भ गृह में लगे स्वर्ण छत्र इस पीली आभा को और ज्यादा मंडित कर रहे थे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी हाजिरी लगाते हुए भगवान विश्वनाथ के हल्दी सगुन कार्यक्रम में बतौर यजमान अपनी भक्ति दिखाई.

मंदिर के मुख्य अर्चक पंडित नीरज ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज बेहद शुभ बेला में भगवान का आशीर्वाद लिया है. आज तीन अर्चकों ने पीएम मोदी का पूजा-अर्चन कराया. इसमें षोडशोपचार पूजन संग बाबा विश्वनाथ का हल्दी सगुन शामिल रहा. इसके बाद हल्दी, कुमकुम, दूर्वा, इत्र, गुलाब जल व अन्य द्रव्य के साथ भगवान विश्वनाथ का महाअभिषेक कर विधि-विधानपूर्वक पूजन किया गया. इसके उपरांत प्रधानमंत्री ने भगवान का श्रृंगार कर उन्हें विशेष रूप से हल्दी कुमकुम अर्पित की. उन्होंने बताया कि हल्दी कुमकुम अर्पित करना बेहद मंगलकारी माना जाता है. हल्दी मंगल का सूचक है और निश्चित तौर पर यह मंगल के साथ-साथ विजय भी दिलाता है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने भगवान विश्वनाथ के श्रृंगार के पश्चात विश्व शांति व विजय की कामना की.

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने काशी में क्यों कहीं अपनी मृत्यु की बात, जानकर रह जाएंगे हैरान

मंदिर के मुख्य अर्चक पंडित नीरज ने बताया कि पूजा के उपरांत प्रधानमंत्री ने श्रद्धालुओं का कुशल क्षेम भी जाना. इसके साथ ही मंदिर प्रशासन की व्यवस्थाओं के बारे में भी बारीकी से बातचीत की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हम सभी को आश्वस्त किया कि उन्हें कभी भी कोई दिक्कत नहीं होगी. उसके साथ ही उन्होंने सभी के सुख व मंगल की कामना की.

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वाराणसी: महादेव के भक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार पर रविवार को शिव भक्ति के रस में डूबे नजर आए. मौका था भगवान विश्वनाथ के विवाह उत्सव के हल्दी सगुन का. जी हां यहां प्रधानमंत्री न सिर्फ बाबा विश्वनाथ के हल्दी रस्म में यजमान बने, बल्कि स्वयं हल्दी कुमकुम अर्पित कर महादेव का श्रृंगार भी किया. इस दौरान उन्होंने विश्व शांति की कामना संग भगवान से विजय का आशीर्वाद भी मांगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे थे. सबसे पहले बूथ कार्यकर्ताओं से बातचीत के बाद पीएम मोटरसाइकिल रोड शो के जरिए बाबा विश्वनाथ के दरबार पहुंचे और भगवान के हल्दी शगुन कार्यक्रम में बतौर यजमान शामिल हुए.

एक मार्च यानी कि महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान विश्वनाथ का विवाह मां गौरा के संग होगा. इसको लेकर के पहले से ही रस्म अदायगी के कार्यक्रम चल रहे हैं. इसी क्रम में आज भगवान विश्वनाथ का हल्दी सगुन था. इसको लेकर के पूरे दरबार को पीली रोशनी में भव्यता के साथ सजाया गया था. इस दौरान भगवान विश्वनाथ के गर्भ गृह में लगे स्वर्ण छत्र इस पीली आभा को और ज्यादा मंडित कर रहे थे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी हाजिरी लगाते हुए भगवान विश्वनाथ के हल्दी सगुन कार्यक्रम में बतौर यजमान अपनी भक्ति दिखाई.

मंदिर के मुख्य अर्चक पंडित नीरज ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज बेहद शुभ बेला में भगवान का आशीर्वाद लिया है. आज तीन अर्चकों ने पीएम मोदी का पूजा-अर्चन कराया. इसमें षोडशोपचार पूजन संग बाबा विश्वनाथ का हल्दी सगुन शामिल रहा. इसके बाद हल्दी, कुमकुम, दूर्वा, इत्र, गुलाब जल व अन्य द्रव्य के साथ भगवान विश्वनाथ का महाअभिषेक कर विधि-विधानपूर्वक पूजन किया गया. इसके उपरांत प्रधानमंत्री ने भगवान का श्रृंगार कर उन्हें विशेष रूप से हल्दी कुमकुम अर्पित की. उन्होंने बताया कि हल्दी कुमकुम अर्पित करना बेहद मंगलकारी माना जाता है. हल्दी मंगल का सूचक है और निश्चित तौर पर यह मंगल के साथ-साथ विजय भी दिलाता है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने भगवान विश्वनाथ के श्रृंगार के पश्चात विश्व शांति व विजय की कामना की.

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मंदिर के मुख्य अर्चक पंडित नीरज ने बताया कि पूजा के उपरांत प्रधानमंत्री ने श्रद्धालुओं का कुशल क्षेम भी जाना. इसके साथ ही मंदिर प्रशासन की व्यवस्थाओं के बारे में भी बारीकी से बातचीत की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हम सभी को आश्वस्त किया कि उन्हें कभी भी कोई दिक्कत नहीं होगी. उसके साथ ही उन्होंने सभी के सुख व मंगल की कामना की.

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