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DGPs IGPs Conference : प्रधानमंत्री आज और कल पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन में शामिल होंगे

डीजीपी और आईजीपी सम्मेलन का उद्घाटन शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने किया. सत्र के दूसरे और तीसरे दिन, शनिवार और रविवार को प्रधानमंत्री सम्मेलन को संबोधित करेंगे. इससे पहले शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां अपना वर्चस्व कायम करने में कामयाब रही, भारत की अब कोई भी उपेक्षा नहीं कर सकता है. सम्मेलन में प्रमुख रूप से आंतरिक सुरक्षा के लिए भविष्य के रोडमैप पर चर्चा हुई.

DGPs IGPs Conference
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फाइल फोटो.
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Published : Jan 21, 2023, 7:34 AM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज और कल (21-22 जनवरी, 2023 को) राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, पूसा, नई दिल्ली में पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन 2022 में शामिल होंगे. 20 से 22 जनवरी 2023 तक आयोजित होने वाला यह तीन दिवसीय सम्मेलन हाईब्रिड प्रारूप में होगा. राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों सहित लगभग 100 आमंत्रित व्यक्ति इस सम्मेलन में भौतिक रूप से भाग लेंगे, जबकि शेष आमंत्रित व्यक्ति इस सम्मेलन में देश भर से वर्चुअल रूप से भाग लेंगे.

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इस सम्मेलन के दौरान साइबर अपराध, पुलिस व्‍यवस्‍था में प्रौद्योगिकी, आतंकवाद का मुकाबला करने में आने वाली चुनौतियों, वामपंथी उग्रवाद, क्षमता निर्माण, जेल सुधार सहित कई मुद्दों पर चर्चा होगी. यह सम्मेलन दरअसल चिन्हित थीमों पर जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तरों के पुलिस और खुफिया अधिकारियों को शामिल करके किए जाने वाले व्यापक विचार-विमर्श की परिणति है. इनमें से प्रत्येक थीम के तहत राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के सर्वोत्तम तौर-तरीकों को इस सम्मेलन के दौरान प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि राज्य एक दूसरे से सीख सकें.

पढ़ें: West Bengal Cartoon Gate Controversy: ममता बनर्जी का कार्टून साझा करने वाले प्रोफेसर 11 साल बाद मामले में आरोपमुक्त

वर्ष 2014 से ही प्रधानमंत्री डीजीपी सम्मेलन में गहरी दिलचस्पी लेते रहे हैं. जहां एक ओर पहले इस सम्मेलन में प्रधानमंत्रियों की महज सांकेतिक उपस्थिति हुआ करती थी, वहीं दूसरी ओर अब प्रधानमंत्री इस सम्मेलन के सभी प्रमुख सत्रों में उपस्थित रहते हैं. प्रधानमंत्री न केवल सभी जानकारियों एवं सुझावों को धैर्यपूर्वक सुनते हैं, बल्कि स्वतंत्र और अनौपचारिक चर्चाओं को प्रोत्साहित भी करते हैं, ताकि नए-नए विचार सामने आ सकें. इससे देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों को पूरे देश को प्रभावित करने वाले पुलिस व्‍यवस्‍था और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर प्रधानमंत्री को सीधे तौर पर जानकारी देने और उनके समक्ष अपनी खुली या निष्‍पक्ष एवं स्पष्ट अनुशंसाएं पेश करने के लिए अत्‍यंत सौहार्दपूर्ण माहौल मिलता है.

पढ़ें: DGPs IGPs Conference: नेपाल-म्यांमार और भूमि सीमाओं पर सुरक्षा चुनौती - अमित शाह

इसके अलावा प्रधानमंत्री के विजन को ध्‍यान में रखते हुए इस सम्मेलन में अब पुलिस व्‍यवस्‍था और सुरक्षा से जुड़ी भविष्यवादी या अत्‍याधुनिक थीमों पर चर्चा शुरू कर दी गई है, ताकि न केवल वर्तमान समय में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके, बल्कि उभरते मुद्दों और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता भी विकसित की जा सके. प्रधानमंत्री ने वर्ष 2014 से ही पूरे देश में वार्षिक डीजीपी सम्मेलनों का आयोजन किए जाने को भी प्रोत्साहित किया है.

यह सम्मेलन वर्ष 2014 में गुवाहाटी में; वर्ष 2015 में धोरडो, कच्छ का रण में; वर्ष 2016 में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में; वर्ष 2017 में बीएसएफ अकादमी, टेकनपुर में; वर्ष 2018 में केवड़िया में; और वर्ष 2019 में आईआईएसईआर, पुणे में और वर्ष 2021 में पुलिस मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित किया गया था.

पढ़ें: Bikaner Tripple murder case: तिहरे हत्याकांड में 19 आरोपियों को आजीवन कारावास, 14 साल बाद कोर्ट ने सुनाई सजा

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज और कल (21-22 जनवरी, 2023 को) राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, पूसा, नई दिल्ली में पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन 2022 में शामिल होंगे. 20 से 22 जनवरी 2023 तक आयोजित होने वाला यह तीन दिवसीय सम्मेलन हाईब्रिड प्रारूप में होगा. राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों सहित लगभग 100 आमंत्रित व्यक्ति इस सम्मेलन में भौतिक रूप से भाग लेंगे, जबकि शेष आमंत्रित व्यक्ति इस सम्मेलन में देश भर से वर्चुअल रूप से भाग लेंगे.

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इस सम्मेलन के दौरान साइबर अपराध, पुलिस व्‍यवस्‍था में प्रौद्योगिकी, आतंकवाद का मुकाबला करने में आने वाली चुनौतियों, वामपंथी उग्रवाद, क्षमता निर्माण, जेल सुधार सहित कई मुद्दों पर चर्चा होगी. यह सम्मेलन दरअसल चिन्हित थीमों पर जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तरों के पुलिस और खुफिया अधिकारियों को शामिल करके किए जाने वाले व्यापक विचार-विमर्श की परिणति है. इनमें से प्रत्येक थीम के तहत राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के सर्वोत्तम तौर-तरीकों को इस सम्मेलन के दौरान प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि राज्य एक दूसरे से सीख सकें.

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वर्ष 2014 से ही प्रधानमंत्री डीजीपी सम्मेलन में गहरी दिलचस्पी लेते रहे हैं. जहां एक ओर पहले इस सम्मेलन में प्रधानमंत्रियों की महज सांकेतिक उपस्थिति हुआ करती थी, वहीं दूसरी ओर अब प्रधानमंत्री इस सम्मेलन के सभी प्रमुख सत्रों में उपस्थित रहते हैं. प्रधानमंत्री न केवल सभी जानकारियों एवं सुझावों को धैर्यपूर्वक सुनते हैं, बल्कि स्वतंत्र और अनौपचारिक चर्चाओं को प्रोत्साहित भी करते हैं, ताकि नए-नए विचार सामने आ सकें. इससे देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों को पूरे देश को प्रभावित करने वाले पुलिस व्‍यवस्‍था और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर प्रधानमंत्री को सीधे तौर पर जानकारी देने और उनके समक्ष अपनी खुली या निष्‍पक्ष एवं स्पष्ट अनुशंसाएं पेश करने के लिए अत्‍यंत सौहार्दपूर्ण माहौल मिलता है.

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इसके अलावा प्रधानमंत्री के विजन को ध्‍यान में रखते हुए इस सम्मेलन में अब पुलिस व्‍यवस्‍था और सुरक्षा से जुड़ी भविष्यवादी या अत्‍याधुनिक थीमों पर चर्चा शुरू कर दी गई है, ताकि न केवल वर्तमान समय में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके, बल्कि उभरते मुद्दों और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता भी विकसित की जा सके. प्रधानमंत्री ने वर्ष 2014 से ही पूरे देश में वार्षिक डीजीपी सम्मेलनों का आयोजन किए जाने को भी प्रोत्साहित किया है.

यह सम्मेलन वर्ष 2014 में गुवाहाटी में; वर्ष 2015 में धोरडो, कच्छ का रण में; वर्ष 2016 में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में; वर्ष 2017 में बीएसएफ अकादमी, टेकनपुर में; वर्ष 2018 में केवड़िया में; और वर्ष 2019 में आईआईएसईआर, पुणे में और वर्ष 2021 में पुलिस मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित किया गया था.

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