लखीमपुर खीरी : यूपी के दुधवा टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है. दुधवा टाइगर रिजर्व के किशनपुर सेंचुरी में एक बाघिन पांच शावकों के साथ नजर आई. इन नन्हें शावकों की तस्वीर देखकर पर्यटक भी रोमांचित हो रहे हैं. शावकों संग बाघिन की तस्वीरें आने के बाद दुधवा टाइगर रिजर्व में प्रशासन ने किशनपुर सेंचुरी में चौकसी बढ़ा दी है. दुधवा टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर बी. प्रभाकर ने बताया कि कैमरे से इन शावकों की निगरानी कैमरों संग हो रही है. साथ ही बाघिन के मूवमेंट पर भी नजर रखी जा रही है. पर्यटकों को अब उस इलाके से दूर रखा जा रहा है.
दुधवा टाइगर रिजर्व लुप्त हो रहे बाघों के लिए वरदान साबित हो रहा है. रिजर्व में हाल ही में 5 शावकों संग एक बाघिन दिखाई पड़ी है. इसका एक वीडियो भी दुधवा के डिप्टी डायरेक्टर रंगा राजू ने शेयर किया. वीडियो में पांच शावक अलग-अलग देखे जा रहे हैं. तीन शावक एक जगह तो दो दूसरी जगह देखे गए हैं.
दुधवा के डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर रंगराजू का कहना है कि किशनपुर में शावकों का मिलना एक सुखद अनुभव है. हम सबके लिए ये किसी बड़ी खुशखबरी से कम नहीं है. हमारे नेचर गाइड्स और स्टाफ ने बाघिन और शावकों की लोकेशन ट्रेस की है. इनका वीडियो बनाया गया है और तस्वीरें भी खींची गई है. डॉ. रंगराजू का कहना है कि बाघ के नए शावक मिलने के बाद रिजर्व की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है. रिजर्व के सारे स्टाफ इन शावकों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी उठा रहे हैं. सुरक्षा के मद्देनजर किशनपुर सेंचुरी के आसापास टूरिस्ट गतिविधि बंद कर दी गई है.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले इंडो नेपाल बॉर्डर के संपूर्णानगर रेंज में भी एक बाघिन दो शावकों के साथ दिखाई पड़ी थी. उन दो शावकों की सुरक्षा का प्रबंध भी दुधवा टाइगर रिजर्व के बफर जोन के अधिकारी कर रहे हैं. किशनपुर सेंचुरी में तीन साल पहले भी बाघ के तीन शावक देखे गए थे, मगर वे सभी अचानक लापता हो गए थे. तब शावकों की सुरक्षा को लेकर सवाल भी खड़े हुए थे.दुधवा के डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर रंगा राजू ने बताया कि इन शावकों की निगरानी कैमरा ट्रैप लगाकर भी की जा रही है. इस इलाके में कैमरा ट्रैप जगह-जगह पर लगाया गया है, जिससे इन बाघों की लोकेशन की जानकारी मिलती रहे.
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