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NIA Raid : उत्तर प्रदेश के आठ ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी, देवरिया के सपा नेता पर भी शिकंजा

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 5, 2023, 11:31 AM IST

Updated : Sep 5, 2023, 8:48 PM IST

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मंगलवार को यूपी के आठ ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई शुरू की है. एनआईए टीम के प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़ और देवरिया जिलों में कार्रवाई की सूचना मिल रही है. वाराणसी में दो युवतियों और देवरिया में एक सपा नेता के घर में कार्रवाई की बात सामने आ रही है.

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लखनऊ/प्रयागराज/वाराणसी/आजमगढ़/चन्दौली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) सीपीआई टेरर फंडिंग मामले में बड़ी कार्रवाई कर रही है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़ और देवरिया जिलों में 8 स्थानों पर तलाशी कर रही है. सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश में नक्सल गतिविधियों से संबंधित एक मामले में आगे की तफ्तीश के लिए एनआईए की टीम पहुंची है. दरअसल, एनआईए की टीम को सूचना मिली थी कि युवाओं को बहला फुसलाकर नक्सलियों को फंडिंग की जा रही है. इसी सूचना के आधार पर एनआईए की छापेमारी जारी है.

जानकारी के मुताबिक वाराणसी के महामानपुरी कॉलोनी स्थित एक घर में एनआईए ने मंगलवार की सुबह छापा मारा. एनआईए की टीम ने घर में मौजूद एक छात्र संगठन से जुड़ी दो युवतियों से पूछताछ कर रही है. इस दौरान पूरे इलाके को सील कर दिया गया और जिस मकान में एनआईए की टीम पूछताछ कर रही है उस तरफ से आवाजाही रोक दी गई है. देवरिया के उमा नगर कस्बे में एनआईए की कार्रवाई चल रही है. यहां डॉ. रामनाथ चौहान के घर एनआईए की टीम मौजूद है. डॉ.रामनाथ चौहान जनवादी क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव हैं. घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. डॉ.रामनाथ चौहान घोसी के उपचुनाव में सपा का प्रचार कर रहे थे. इसके पहले डॉ.रामनाथ चौहान बीएसपी से भी जुड़े रहे. एनआईए की टीम मंगलवार सुबह 5:00 बजे ही पहुंच गई थी. हालांकि डॉ. रामनाथ चौहान घर पर नहीं है. घर के अंदर परिवार के कई लोगों से पूछताछ हो रही है.

पांच नक्सलियों को बलिया से किया गया था गिरफ्तार : बता दें, इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) अधिकारियों ने पांच नक्सलियों को बलिया से गिरफ्तार किया था. जिनको रिमांड पर लेकर पूछताछ हो रही है. अधिकारियों का दावा है कि पांच आरोपी जो प्रतिबंधित कम्युनिटी पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के प्रमुख सदस्य थे. उनको एक झोपड़ी से गिरफ्तार किया गया था. जहां वे बैठक कर रहे थे. एटीएस को तीन कथित नक्सलियों की 10 दिन की रिमांड मिल गई थी, इन तीनों में पिता-पुत्री भी शामिल थे.

प्रयागराज में चार स्थानों पर एनआईए की अलग-अलग टीम छापेमारी कर रही है. एनआईए की एक टीम ने तेलियरगंज थाना क्षेत्र के मेंहदौरी इलाके में छापेमारी की. मेंहदौरी इलाके में रहने वाले विश्वविजय और सीमा आजाद के घर में छापेमारी चल रही है. सीमा विश्वविजय के घर से जांच एजेंसी तमाम तरह के दस्तावेजों के साथ ही लैपटॉप और अन्य दस्तावेज सील किया है. इस दौरान सीमा आजाद के पति विश्वविजय ने मीडिया के सामने आकर सरकार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
प्रयागराज के शिवकुटी थाना क्षेत्र के मेंहदौरी कॉलोनी इलाके में एनआईए की टीम भोर में पहुंच गई. जहां पर जांच एजेंसी ने अर्बन नक्सलियों से संबंध रखने के आरोप में जेल जा चुकी सीमा आजाद के घर को खुलवाया और घर की तलाशी शुरू कर दी. कई घंटे की जांच पड़ताल के दौरान जांच एजेंसी ने सीमा आजाद के घर में रखे हुए तमाम दस्तावेजों को खंगालने का काम शुरू कर दिया.

जांच टीम एक तरफ जहां सीमा आजाद के घर में मौजूद सभी तरह के साहित्य और अन्य कागजी दस्तावेजों की जांच पड़ताल कर रही है, वहीं उनके घर में मिले कंप्यूटर और लैपटॉप और मोबाइल की भी जांच की जा रही है. इस दौरान मीडिया के सामने आकर सीमा आजाद के पति ने आरोप लगाया कि उनके घर में रखे हुए सामान को जांच एजेंसी जांच के नाम पर अस्त-व्यस्त कर रही है और घर के तमाम साहित्य और शिक्षा से जुड़े हुए दस्तावेजों को जांच के नाम पर तहस नहस किया जा रहा है. सीमा के पति विश्वविजय का आरोप है कि सरकार के इशारे पर जांच के नाम पर उन्हें प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है. सीमा आजाद के पति विश्व विजय ने एनआईए की टीम पर जांच के नाम पर परेशान करने का भी आरोप लगाया है. भोर में शुरू हुई जांच पड़ताल दोपहर तक जारी है. एनआईए की टीम सीमा आजाद के घर में अभी भी दस्तावेजों को खंगाल रही है, वहीं मीडिया से बात करने के दौरान सीमा आजाद के पति विश्वविजय की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से नोक झोंक भी हुई.

BHU में NIA का छापा, सात घंटे तक दो छात्राओं से पूछताछ : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में मंगलवार सुबह-सुबह हड़कंप मच गया, जब अचानक से पुलिस के साथ NIA की टीम परिसर में जा पहुंची. NIA की टीम सुबह बीएचयू में आ धमकी. NIA की टीम ने बीएचयू परिसर में स्थित छात्र संगठन भगत सिंह छात्र मोर्चा कार्यालय में छापेमारी की. इस दौरान वहां हड़कंप मच गया और लोग इधर-उधर भागने लगे. इस दौरान NIA की टीम ने वहां मौजूद दस्तावेज सहित छात्रों के लैपटॉप और मोबाइल खंगाले. इसके साथ ही बीएचयू में पढ़ने वाली दो छात्राओं से भी पूछताछ की. करीब सात घंटे तक पूछताछ चली है.

मंगलवार की सुबह काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में सब शांत चल रहा था. अचानक से परिसर में पुलिस के साथ NIA की टीम परिसर में दाखिल होती है. किसी को कुछ समझ नहीं आता कि क्या होने वाला है. इसी बीच ये टीम महमनापुरी स्थित छात्र संगठन भगत सिंह छात्र मोर्चा कार्यालय में दाखिल हो गई. थोड़ी ही देर में सबको पता चल गया कि NIA की टीम ने वाराणसी के बीएचयू में छापेमारी शुरू कर दी है. अचानक से हुई इस कार्रवाई से हर तरफ हड़कंप मच गया, वहीं छात्र संगठन के इस कार्यालय में मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे. NIA की टीम ने किसी को भी बाहर न निकलने की चेतावनी दी थी.

सात घंटे की पूछताछ, खंगाले लैपटॉप-मोबाइल : NIA की टीम के साथ वाराणसी पुलिस की भी टीम पहुंची थी. इस कार्रवाई में भगत सिंह मोर्चा के दो सदस्यों आकांक्षा और उसके साथी मित्र से टीम ने पूछताछ की. ये दोनों ही काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की छात्राएं हैं. करीब सात घंटे लंबी चली इस पूछताछ में NIA की टीम ने कार्यालय में मौजूद दस्तावेजों को खंगाला. इसके साथ ही छात्र-छात्राओं के लैपटॉप और मोबाइल फोन भी खंगाले गए. पूछताछ में पता चला कि ये दोनों छात्राएं महामनापुरी नगर में स्थित एक मकान में किराए पर रहती हैं.


मोबाइल, सिम कार्ड किया गया जब्त : NIA की जांच समाप्त होने के बाद दोनों छात्राओं ने मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि लगभग सवा एक बजे तक टीम की छापेमारी और पूछताछ की कार्रवाई चली है. हमारे सामानों को तहस-नहस कर दिया, हमारी किताबों, डायरी को इधर-उधर कर दिया गया. इसके साथ ही हमारी मैगजीन दस्तक और संगठन के अखबार मशाल को लेकर भी टीम गई है. मोबाइल और लैपटॉप की तलाशी ली गई. एक छात्रा ने बताया कि मेरा मोबाइल और दो सिम कार्ड जब्त कर लिया गया है. एक एसडी कार्ड भी जब्त किया गया है.'

करीब 25 से 30 की संख्या में पहुंची थी टीम : मीडिया से बात करते हुए एक छात्रा ने बताया कि 'मुझे 12 तारीख को एनआईए के लखनऊ ब्रांच में हाजिर होने के लिए नोटिस दिया है. छात्रा ने बताया, 'NIA लखनऊ ब्रांच से रश्मि शुक्ला, डिप्टी सुप्रिटेंडेंट थी, झारखंड, बिहार, पटना और रांची से भी कुछ लोग टीम में शामिल थे. इसके साथ ही दो महिला एसआई, चार से पांच पुरुष एसआई रहे होंगे. इनके साथ 7-8 महिला कांस्टेबल थीं. बहुत सारे पुरुष पुलिस अधिकारी भी थे. छापेमारी की कार्रवाई के दौरान करीब 25 से 30 की संख्या में पूरी टीम थी.'


प्रदेश के कई जिलों में की गई छापेमारी : मिली जानकारी के मुताबिक, एनआईए को छात्र संगठन भगत सिंह छात्र मोर्चा के वाराणसी में आसमाजिक गतिविधियों में संलिप्त होने का इनपुट मिला था. इसी इनपुट के आधार पर टीम ने वाराणसी में इस संगठन के लोगों की सक्रियता और उनकी गतिविधियों पर नजर रखी. इसके बाद आज सुबह ही टीम महामानपुरी कॉलोनी स्थित इस कार्यालय पर पहुंच गई और छापेमारी शुरू कर दी. आपको बता दें कि NIA की टीम ने एक साथ आजमगढ़, देवरिया, प्रयागराज और चंदौली में भी आज छापेमारी की है.

देश के बड़े संस्थान में इस तरह की कार्रवाई? : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में इस तरह की कार्रवाई के बाद अब कई बड़े सवाल उठने लगे हैं. देश के इतने बड़े शैक्षणिक संस्थान में NIA की छापेमारी विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल करती है. अगर परिसर में स्थित छात्र संगठन के कार्यालय में किसी तरह की कोई गतिविधि हो रही थी तो प्रशासन को कैसे नहीं पता चला. इसके साथ ही महामना द्वारा स्थापित इस संस्थान में इस तरह की कार्रवाई होना कहीं न कहीं संस्थान के साख पर सवाल करने जैसा हो जाता है.

जिले के तहबरपुुुुर थाने के बैरमपुर गांव में मंगलवार को सुबह लगभग 5 बजे NIA ने स्थानीय पुलिस फोर्स के सहयोग से नक्सल गतिविधियों से जुड़े होने के शक में छापा मारा. राजेश के ससुराल वालों ने बताया कि वह हर 15 से 20 दिन में आजमगढ़ आते थे और खिरिया बाग में आंदोलन में शिरकत करते थे. बताया कि राजेश का विवाह करीब 10 वर्ष पूर्व हुआ था. जब भी उन्हें समय मिलता था आजमगढ़ आते थे. अंतिम बार 15 अगस्त को आए थे और खिरियाबाग में आंदोलन में भी शामिल हुए थे.

एनआईए की टीम ने चंदौली के सैयदराजा थाना क्षेत्र के बगही कुम्भापुर गांव में स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की. एनआईए के डिप्टी एसपी अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में यह सर्च ऑपरेशन चला. छापेमारी में नक्सल गतिविधियों में बिहार के औरंगाबाद जेल में बंद रोहित राय के घर छानबीन की गई. छापेमारी में एनआईए की टीम ने स्थानीय लोगों से भी रोहित के बारे में पूछताछ की. छापेमारी के दौरान पुलिस स्थान और आसपास के क्षेत्र को सील कर दिया है. बताया जा रहा है की इनपुट के आधार पर रोहित राय का सीपीआई माओवादी संगठन की विभिन्न गतिविधियों से तार जुड़े होने की बात सामने आई है. एनआईए की टीम ने रोहित के घर से नक्सल मूवमेंट से जुड़े कागजात व डायरी व फोल्डर अपने साथ ले गई. छह घंटे से ज्यादा समय तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद एनआईए की टीम रवाना हो गई.

यह भी पढ़ें : NIA Raid in Bhopal: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 10 जगहों पर NIA की रेड, दिल्ली से जुड़े मामले में चल रही है कार्रवाई

MP News: बड़े धमाके की तैयारी में थे ISIS से जुड़े संदिग्ध, निशाने पर थीं कई सरकारी फैक्ट्रियां, जबलपुर से NIA ने किया था गिरफ्तार

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लखनऊ/प्रयागराज/वाराणसी/आजमगढ़/चन्दौली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) सीपीआई टेरर फंडिंग मामले में बड़ी कार्रवाई कर रही है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़ और देवरिया जिलों में 8 स्थानों पर तलाशी कर रही है. सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश में नक्सल गतिविधियों से संबंधित एक मामले में आगे की तफ्तीश के लिए एनआईए की टीम पहुंची है. दरअसल, एनआईए की टीम को सूचना मिली थी कि युवाओं को बहला फुसलाकर नक्सलियों को फंडिंग की जा रही है. इसी सूचना के आधार पर एनआईए की छापेमारी जारी है.

जानकारी के मुताबिक वाराणसी के महामानपुरी कॉलोनी स्थित एक घर में एनआईए ने मंगलवार की सुबह छापा मारा. एनआईए की टीम ने घर में मौजूद एक छात्र संगठन से जुड़ी दो युवतियों से पूछताछ कर रही है. इस दौरान पूरे इलाके को सील कर दिया गया और जिस मकान में एनआईए की टीम पूछताछ कर रही है उस तरफ से आवाजाही रोक दी गई है. देवरिया के उमा नगर कस्बे में एनआईए की कार्रवाई चल रही है. यहां डॉ. रामनाथ चौहान के घर एनआईए की टीम मौजूद है. डॉ.रामनाथ चौहान जनवादी क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव हैं. घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. डॉ.रामनाथ चौहान घोसी के उपचुनाव में सपा का प्रचार कर रहे थे. इसके पहले डॉ.रामनाथ चौहान बीएसपी से भी जुड़े रहे. एनआईए की टीम मंगलवार सुबह 5:00 बजे ही पहुंच गई थी. हालांकि डॉ. रामनाथ चौहान घर पर नहीं है. घर के अंदर परिवार के कई लोगों से पूछताछ हो रही है.

पांच नक्सलियों को बलिया से किया गया था गिरफ्तार : बता दें, इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) अधिकारियों ने पांच नक्सलियों को बलिया से गिरफ्तार किया था. जिनको रिमांड पर लेकर पूछताछ हो रही है. अधिकारियों का दावा है कि पांच आरोपी जो प्रतिबंधित कम्युनिटी पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के प्रमुख सदस्य थे. उनको एक झोपड़ी से गिरफ्तार किया गया था. जहां वे बैठक कर रहे थे. एटीएस को तीन कथित नक्सलियों की 10 दिन की रिमांड मिल गई थी, इन तीनों में पिता-पुत्री भी शामिल थे.

प्रयागराज में चार स्थानों पर एनआईए की अलग-अलग टीम छापेमारी कर रही है. एनआईए की एक टीम ने तेलियरगंज थाना क्षेत्र के मेंहदौरी इलाके में छापेमारी की. मेंहदौरी इलाके में रहने वाले विश्वविजय और सीमा आजाद के घर में छापेमारी चल रही है. सीमा विश्वविजय के घर से जांच एजेंसी तमाम तरह के दस्तावेजों के साथ ही लैपटॉप और अन्य दस्तावेज सील किया है. इस दौरान सीमा आजाद के पति विश्वविजय ने मीडिया के सामने आकर सरकार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
प्रयागराज के शिवकुटी थाना क्षेत्र के मेंहदौरी कॉलोनी इलाके में एनआईए की टीम भोर में पहुंच गई. जहां पर जांच एजेंसी ने अर्बन नक्सलियों से संबंध रखने के आरोप में जेल जा चुकी सीमा आजाद के घर को खुलवाया और घर की तलाशी शुरू कर दी. कई घंटे की जांच पड़ताल के दौरान जांच एजेंसी ने सीमा आजाद के घर में रखे हुए तमाम दस्तावेजों को खंगालने का काम शुरू कर दिया.

जांच टीम एक तरफ जहां सीमा आजाद के घर में मौजूद सभी तरह के साहित्य और अन्य कागजी दस्तावेजों की जांच पड़ताल कर रही है, वहीं उनके घर में मिले कंप्यूटर और लैपटॉप और मोबाइल की भी जांच की जा रही है. इस दौरान मीडिया के सामने आकर सीमा आजाद के पति ने आरोप लगाया कि उनके घर में रखे हुए सामान को जांच एजेंसी जांच के नाम पर अस्त-व्यस्त कर रही है और घर के तमाम साहित्य और शिक्षा से जुड़े हुए दस्तावेजों को जांच के नाम पर तहस नहस किया जा रहा है. सीमा के पति विश्वविजय का आरोप है कि सरकार के इशारे पर जांच के नाम पर उन्हें प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है. सीमा आजाद के पति विश्व विजय ने एनआईए की टीम पर जांच के नाम पर परेशान करने का भी आरोप लगाया है. भोर में शुरू हुई जांच पड़ताल दोपहर तक जारी है. एनआईए की टीम सीमा आजाद के घर में अभी भी दस्तावेजों को खंगाल रही है, वहीं मीडिया से बात करने के दौरान सीमा आजाद के पति विश्वविजय की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से नोक झोंक भी हुई.

BHU में NIA का छापा, सात घंटे तक दो छात्राओं से पूछताछ : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में मंगलवार सुबह-सुबह हड़कंप मच गया, जब अचानक से पुलिस के साथ NIA की टीम परिसर में जा पहुंची. NIA की टीम सुबह बीएचयू में आ धमकी. NIA की टीम ने बीएचयू परिसर में स्थित छात्र संगठन भगत सिंह छात्र मोर्चा कार्यालय में छापेमारी की. इस दौरान वहां हड़कंप मच गया और लोग इधर-उधर भागने लगे. इस दौरान NIA की टीम ने वहां मौजूद दस्तावेज सहित छात्रों के लैपटॉप और मोबाइल खंगाले. इसके साथ ही बीएचयू में पढ़ने वाली दो छात्राओं से भी पूछताछ की. करीब सात घंटे तक पूछताछ चली है.

मंगलवार की सुबह काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में सब शांत चल रहा था. अचानक से परिसर में पुलिस के साथ NIA की टीम परिसर में दाखिल होती है. किसी को कुछ समझ नहीं आता कि क्या होने वाला है. इसी बीच ये टीम महमनापुरी स्थित छात्र संगठन भगत सिंह छात्र मोर्चा कार्यालय में दाखिल हो गई. थोड़ी ही देर में सबको पता चल गया कि NIA की टीम ने वाराणसी के बीएचयू में छापेमारी शुरू कर दी है. अचानक से हुई इस कार्रवाई से हर तरफ हड़कंप मच गया, वहीं छात्र संगठन के इस कार्यालय में मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे. NIA की टीम ने किसी को भी बाहर न निकलने की चेतावनी दी थी.

सात घंटे की पूछताछ, खंगाले लैपटॉप-मोबाइल : NIA की टीम के साथ वाराणसी पुलिस की भी टीम पहुंची थी. इस कार्रवाई में भगत सिंह मोर्चा के दो सदस्यों आकांक्षा और उसके साथी मित्र से टीम ने पूछताछ की. ये दोनों ही काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की छात्राएं हैं. करीब सात घंटे लंबी चली इस पूछताछ में NIA की टीम ने कार्यालय में मौजूद दस्तावेजों को खंगाला. इसके साथ ही छात्र-छात्राओं के लैपटॉप और मोबाइल फोन भी खंगाले गए. पूछताछ में पता चला कि ये दोनों छात्राएं महामनापुरी नगर में स्थित एक मकान में किराए पर रहती हैं.


मोबाइल, सिम कार्ड किया गया जब्त : NIA की जांच समाप्त होने के बाद दोनों छात्राओं ने मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि लगभग सवा एक बजे तक टीम की छापेमारी और पूछताछ की कार्रवाई चली है. हमारे सामानों को तहस-नहस कर दिया, हमारी किताबों, डायरी को इधर-उधर कर दिया गया. इसके साथ ही हमारी मैगजीन दस्तक और संगठन के अखबार मशाल को लेकर भी टीम गई है. मोबाइल और लैपटॉप की तलाशी ली गई. एक छात्रा ने बताया कि मेरा मोबाइल और दो सिम कार्ड जब्त कर लिया गया है. एक एसडी कार्ड भी जब्त किया गया है.'

करीब 25 से 30 की संख्या में पहुंची थी टीम : मीडिया से बात करते हुए एक छात्रा ने बताया कि 'मुझे 12 तारीख को एनआईए के लखनऊ ब्रांच में हाजिर होने के लिए नोटिस दिया है. छात्रा ने बताया, 'NIA लखनऊ ब्रांच से रश्मि शुक्ला, डिप्टी सुप्रिटेंडेंट थी, झारखंड, बिहार, पटना और रांची से भी कुछ लोग टीम में शामिल थे. इसके साथ ही दो महिला एसआई, चार से पांच पुरुष एसआई रहे होंगे. इनके साथ 7-8 महिला कांस्टेबल थीं. बहुत सारे पुरुष पुलिस अधिकारी भी थे. छापेमारी की कार्रवाई के दौरान करीब 25 से 30 की संख्या में पूरी टीम थी.'


प्रदेश के कई जिलों में की गई छापेमारी : मिली जानकारी के मुताबिक, एनआईए को छात्र संगठन भगत सिंह छात्र मोर्चा के वाराणसी में आसमाजिक गतिविधियों में संलिप्त होने का इनपुट मिला था. इसी इनपुट के आधार पर टीम ने वाराणसी में इस संगठन के लोगों की सक्रियता और उनकी गतिविधियों पर नजर रखी. इसके बाद आज सुबह ही टीम महामानपुरी कॉलोनी स्थित इस कार्यालय पर पहुंच गई और छापेमारी शुरू कर दी. आपको बता दें कि NIA की टीम ने एक साथ आजमगढ़, देवरिया, प्रयागराज और चंदौली में भी आज छापेमारी की है.

देश के बड़े संस्थान में इस तरह की कार्रवाई? : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में इस तरह की कार्रवाई के बाद अब कई बड़े सवाल उठने लगे हैं. देश के इतने बड़े शैक्षणिक संस्थान में NIA की छापेमारी विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल करती है. अगर परिसर में स्थित छात्र संगठन के कार्यालय में किसी तरह की कोई गतिविधि हो रही थी तो प्रशासन को कैसे नहीं पता चला. इसके साथ ही महामना द्वारा स्थापित इस संस्थान में इस तरह की कार्रवाई होना कहीं न कहीं संस्थान के साख पर सवाल करने जैसा हो जाता है.

जिले के तहबरपुुुुर थाने के बैरमपुर गांव में मंगलवार को सुबह लगभग 5 बजे NIA ने स्थानीय पुलिस फोर्स के सहयोग से नक्सल गतिविधियों से जुड़े होने के शक में छापा मारा. राजेश के ससुराल वालों ने बताया कि वह हर 15 से 20 दिन में आजमगढ़ आते थे और खिरिया बाग में आंदोलन में शिरकत करते थे. बताया कि राजेश का विवाह करीब 10 वर्ष पूर्व हुआ था. जब भी उन्हें समय मिलता था आजमगढ़ आते थे. अंतिम बार 15 अगस्त को आए थे और खिरियाबाग में आंदोलन में भी शामिल हुए थे.

एनआईए की टीम ने चंदौली के सैयदराजा थाना क्षेत्र के बगही कुम्भापुर गांव में स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की. एनआईए के डिप्टी एसपी अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में यह सर्च ऑपरेशन चला. छापेमारी में नक्सल गतिविधियों में बिहार के औरंगाबाद जेल में बंद रोहित राय के घर छानबीन की गई. छापेमारी में एनआईए की टीम ने स्थानीय लोगों से भी रोहित के बारे में पूछताछ की. छापेमारी के दौरान पुलिस स्थान और आसपास के क्षेत्र को सील कर दिया है. बताया जा रहा है की इनपुट के आधार पर रोहित राय का सीपीआई माओवादी संगठन की विभिन्न गतिविधियों से तार जुड़े होने की बात सामने आई है. एनआईए की टीम ने रोहित के घर से नक्सल मूवमेंट से जुड़े कागजात व डायरी व फोल्डर अपने साथ ले गई. छह घंटे से ज्यादा समय तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद एनआईए की टीम रवाना हो गई.

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Last Updated : Sep 5, 2023, 8:48 PM IST
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