मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के नुमाइश मैदान में राष्ट्रीय पशु प्रदर्शनी एवं कृषि मेला गुरुवार से शुरू हो गया. दो दिन यानी छह और सात अप्रैल तक चलने वाले इस मेले का आकर्षण हरियाणा की एक गाय, भैंसा और घोड़ी बने हुए हैं. गाय अपने आप में अलग इसलिए हैं क्योंकि वह दिन भर में तीन बार दूध देते है और वह भी 10-15 लीटर नहीं, पूरे 65 लीटर. यही नहीं मेले में जो भैंसा आया है, उसकी कीमत 10 करोड़ है. इसके अलावा घोड़ी की सुंदरता तो देखते ही बनती है.
मेले में देशभर के 1200 उच्च नस्लीय सर्टिफाइड पशुओं के साथ ही करीब 50 हजार किसान और पशुपालक जुटेंगे. मेले में किसानों को पशुपालन और खेती की नवीनतम जानकारी देने के लिए देशभर के वैज्ञानिक भी शामिल होंगे और करीब 150 स्टाल लगाए जाएंगे. मेले में आने वाले किसानों, पशुपालकों और पशुओं के ठहरने के लिए व्यवस्था की गई है.
नस्लीय आधार पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले पशुओं के लिए पशुपालकों को नकद धनराशि देकर सम्मानित भी किया जाएगा. बेस्ट एनीमल ऑफ द शो का इनाम पांच लाख रुपये रखा गया है. इसमें पशुओं की 18 श्रेणियों के लिए करीब 50 लाख रुपये की धनराशि इनाम में बांटी जाएगी. वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम, कुश्ती और कबड्डी के मुकाबले होंगे और विजेताओं को करीब डेढ़ लाख रुपये की राशि इनाम में मिलेगी. प्रतिभाग करने वाले पशुओं को फैशन मॉडलिंग और डॉग शो की भांति ही मंच पर कैटवॉक करते हुए देखा जा सकेगा.
कैटवॉक के आधार पर पशु की नस्ल और क्षमता को परखकर विजेता का खिताब दिया जाएगा. निर्णायक मंडल में विशेषज्ञ वैज्ञानिक शामिल रहेंगे. वह पशुओं की नस्ल और उनकी विशेषताओं पर निगरानी रखेंगे. मेला परिसर में आयोजित प्रदर्शनी में लगभग 150 स्टाल लगाए जाएंगे, जिसमें 75 कृषि यांत्रिकी उपकरण, ड्रोन, एग्री-स्टार्टअप, 40 स्टाल डेयरी एवं पशुपालन, 15 स्टाल मत्स्यपालन, 20 स्टाल आईसीएआर से सम्बंधित होंगे.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विशेषकर गन्ने की खेती करने वाले किसानों के लिए इससे सम्बंधित नई तकनीकों की जानकारी उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था है. पशु प्रदर्शनी में सिर्फ बछिया ही होगी वाला सीमन भी प्रदर्शित किया जाएगा. इसके लिए सरकार ने पांच सौ रुपये की सब्सिडी का भी ऐलान किया है. दो दिवशीय इस पशु मेले में अलग अलग राज्यों से पशु किसान पहुंचने शुरू हो गए हैं. इसमें अलग-अलग किस्म के पशु लाए गए हैं. उनमें एक भैंसा भी लाया गया है जिसकी कीमत लगभग 10 करोड़ बताई जा रही है. हरियाणा के करनाल के गालिब खेड़ी से चरणजीत सिंह अपनी नुक्ली नस्ल की घोड़ी रेशमा को मेले में लेकर आए हैं. रेशमा मेले में सबको भा गई है. वह बहुत अच्छी और सुंदर घोड़ी है.
वहीं रोहतक कारा का एक भैंसा है. वह भी सबको बहुत भा रहा है. उसके मालिक ने बताया कि वह ऑल इंडिया चैंपियन है और करीब 10 लीटर रोज दूध पीता है. करनाल में एचएफ नस्ल की उजली गाय जो कि 65 लीटर दूध देती है, वह भी आकर्षण का केंद्र रहेगी. उसके मालिक ने बताया कि यह रोजाना तीन बार दूध देती है जो कि लगभग 65 किलो के आसपास होता है. इसकी कीमत पांच लाख रुपए से अधिक की बताई गई है. ऐसे ही कई प्रकार के पशु मेले में आकर्षण का केंद्र बने हैं.