कालीकट: केरल के कालीकट की 43 वर्षीय मुस्लिम महिला सनम फिरोज भगवान कृष्ण और गणेश जैसे हिंदू देवताओं को चित्रित करके सभी का ध्यान आकर्षित कर रही है. वह एक मुस्लिम पृष्ठभूमि से है, लेकिन इसके बावजूद वह बाधाओं को पार कर रही है और अपने विचारों को आकार देकर उसमें रंग भर रही है. बता दें कि सनम की कलात्मक परंपरा उसके माता-पिता, शबीर जान और ज़ुहर से विरासत में मिली है.
कला की ओर सनम का बचपन से ही आकर्षण रहा और उसने अपनी कला की यात्रा शादी के बाद भी जारी रखी. उन्होंने तीन साल के लिए प्रसिद्ध चित्रकार सतीश थायत से भित्ति चित्रकला सीखी. गृहिणी से चित्रकार के लिए अपने सफर के दौरान उन्होंने अपने विचारों और डिजाइनों को अपने सराय में चित्रित करने के लिए अलग -अलग माध्यमों का इस्तेमाल किया. पारंपरिक फ्रेम का उपयोग करने के अलावा, तस्वीरों को बांस के डंठल और मिट्टी के बर्तनों पर बनाना उन्हें ज्यादा पसंद है.
इसके अलावा एक प्रयोग के रूप में उन्होंने साड़ियों, चुरिदर्स, शर्ट, ढोटिस आदि में भी विभिन्न प्रकार की तस्वीरों को उकेरा है, जिसकी वजह से उन्हें भरपूर प्रशंसा मिली है. हिंदू देवताओं के चित्रण की बात करें तो उन्होंने भगवान गणेश के साथ इसकी शुरुआत की, फिर उन्होंने भगवान कृष्ण की पेंटिंग बनानी शुरू की.
सनम ने कहा कि भगवान कृष्ण एक अलग अनुभव थे. मैं इसका बहुत आनंद लेती हूं. मैंने कृष्ण के विभिन्न रूपों को चित्रित किया है और मुझे एहसास हुआ कि यह बहुत ऊर्जा देता है. सनम इसे एक महान विशेषाधिकार मानती है कि वह गुरुवायूर मंदिर में कृष्ण पेंटिंग पेश कर सकती है. लेकिन वह इससे कोई प्रसिद्धि नहीं चाहती है. वह अपने प्रत्येक काम में अपनी पूरी रचनात्मक प्रतिभा का इस्तेमाल करने की कोशिश करती है. अब वह चित्रों की एक श्रृंखला के माध्यम से भगवान कृष्ण के अवतार को आकर्षित करने की योजना बना रही है.