उज्जैन। शहर के थाना चिमनगंज क्षेत्र के तहत आने वाली कमल कॉलोनी में मंगलवार दोपहर को घर के बाहर खेलते-खेलते अचानक गायब हुई साढ़े तीन वर्षीय बच्ची का राज पुलिस ने खोल दिया है. पुलिस ने बच्ची के गायब होने के 24 घंटे बाद उसका शव बोरे में बंद नाले से बुधवार को बरामद किया था. इस मामले में पुलिस ने बच्ची के पड़ोस में रहने वाले कुल 4 लोगों को तत्काल हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की. इनसे कड़ी पूछताछ की गई तो मामला खुलकर सामने आ गया.
पानी की टंकी में डुबोकर मारा : एएसपी आकाश भूरिया ने बताया कि पड़ोस में रहने वाला अजय उम्र (21 वर्ष) ने घर के बाहर से बहला फुसलाकर बच्ची को बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की. लेकिन इसी दौरान बच्ची की सांसें अटकने लगीं तो वह घबरा गया. इसके बाद अजय ने घर में मौजूद अपनी बहन 19 वर्षीय रानू व मां मिलन बाई को इस बारे में जानकारी दी. युवक की बहन ने अपने ब्वॉयफ्रेंड विक्की ठाकुर को भी घर मे बुला लिया. तीनों ने मिलकर बच्ची के मुंह को मौत होने तक दबाया व उसको पानी मे डुबाया.
बोरे में डेडबॉडी भरकर नाले में फेंका : बच्ची की मौत के बाद आरोपियों ने छत पर ले जाकर बच्ची के शव को बोरे में पैक किया. युवती के ब्वॉयफ्रेंड विक्की ठाकुर ने बच्ची की बॉडी से भरे बोरे को सफेद रंग की एक्टिवा में आगे रखा. वह उसे वाल्मीकि धाम आश्रम के पास ले गया, जहां नाले में फेंककर घर लौट आया. आरोपी पुलिस को पूछताछ में गुमराह करते रहे. आरोपियों ने बताया कि बच्ची घर में खेल रही थी. इस दौरान पानी की टंकी में गिरने से उसकी मौत हो गई. लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो मामला खुल गया.
आरोपियों से पूछताछ जारी : एएसपी आकाश भृरिया का कहना है कि धारा 363 के साथ ही धारा 302 हत्या व 201 धारा चारों आरोपियों के विरुद्ध लगाई गई हैं. अभी आरोपियों से पूछताछ जारी है. आरोपियों को अभी हिरासत में लिया है.अभी गिरफ्तारी बाकी है. पुलिस के अनुसार सीसीटीवी फुटेज में बच्ची के डेडबॉडी को ले जाने की पुष्टि हुई है. हालांकि अभी रिपोर्ट्स आने के बाद पता चलेगा दुष्कर्म हुआ या नहीं. एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि अभी कई रिपोर्ट आना बाकी है, जिसमें स्पष्ट होगा कि बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है या नहीं. उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश हुई है, यह पता चल पाया है.
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घर के बाहर से ले गया बच्ची को : पुलिस के अनुसार चारों आरोपियों के नाम अजय 21 वर्षीय (दुष्कर्म की कोशिश करने वाला), रानू 19 वर्षीय (अजय की बहन), मिलन बाई (अजय की मां) और विक्की ठाकुर (बच्ची के शव ले जाने वाला). बताया जाता है कि बच्ची की मां अपंग है, जो चल फिर नहीं सकती. जब बच्ची घर के बाहर खेल रही थी तो मां घर के अंदर ही थी. बच्ची पड़ोसियों से घुलीमिली थी. इसलिए बच्ची आरोपी के पास चली गई.वह गलत नीयत से बच्ची को घर में एकांत जगह में ले गया, जहां दुष्कर्म की कोशिश की.