इंदौर। इंडेक्स अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने बेहद कठिन ऑपरेशन को अंजाम देते हुए एक महिला के शरीर से 15 किलो का ट्यूमर निकाल दिया. महिला मूलरूप से आष्टा की रहने वाली है और बीते कुछ दिनों से पेट दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टरों के चक्कर काट रही थी. जब कई अस्पतालों में सही इलाज नहीं मिला तो इंडेक्स अस्पताल में ऑपरेशन का फैसला किया. जहां उसके पेट से 15 किलो का ट्यूमर निकला. जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए.
महिला के पेट में 15 किलो का ट्यूमर: महिला की जान बचाने के लिए अस्पताल के डॉ. अतुल व्यास, डॉ. गौरव सक्सेना, डॉ. गौरव यादव, डॉ. आशीष शर्मा, डॉ. मीनल झाला की टीम ने 2 घंटे में ऑपरेशन किया. डॉ. गौरव सक्सेना ने बताया कि ''अस्पताल के मुताबिक, महिला का कुल वजन 49 किलो है और शरीर में 15 किलो का ट्यूमर था जिसकी वजह से उसका पेट काफी फूल गया था और महिला को चलने या बैठने तक में परेशानी हो रही थी. यदि समय रहते इस ट्यूमर को नहीं हटाया जाता तो इसके शरीर में फटने की संभावना बढ़ जाती और महिला की जान चली जाती. फिलहाल महिला खतरे से बाहर है.
चलने फिरने में असमर्थ थी महिला: परिजन मयूरी शर्मा ने बताया कि ''मरीज शीतल को इंदौर सहित आष्टा के कई अस्पतालों में दिखाया था. इंडेक्स अस्पताल में डॉक्टर ने पेट में ओवोरियन ट्यूमर के बारे में बताया. इसके बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन का निर्णय लिया. कई महीने से इस बीमारी के कारण मरीज परेशान थी. इंडेक्स अस्पताल के कारण मरीज को नया जीवनदान मिला है. इस ऑपरेशन की सर्जरी टीम में डॉ. विधि देसाई, डॉ. यश भारद्वाज, डॉ. राज केसरवानी, डॉ. होशियार सिकरवार, डॉ. राहुल शर्मा, एनेस्थीसिया टीम में डॉ. आनंद कुशवाह, डॉ. प्रियंका ठाकुर, डॉ. रूचि तिवारी, डॉ. अपूर्वा सक्सेना, डॉ. वैभव तिवारी शामिल रहे. इंडेक्स समूह के चैयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया व वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया, जटिल ऑपरेशन के लिए डॉक्टरों की टीम को बधाई दी है.
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जरा सी चूक से चली जाती मरीज की जान: डॉ. अतुल व्यास ने बताया कि ''41 वर्षीय महिला मूलरूप से आष्टा की रहने वाली है और बीते कुछ दिनों से पेट दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टरों के चक्कर काट रही थी. प्राथमिक जांच के बाद डॉक्टरों ने पाया कि महिला के पेट में एक बड़ा ओवोरियन ट्यूमर है. उसका ट्यूमर बहुत बड़ा था और उसे खाना खाने के अलावा चलने में भी समस्या हो रही थी. इस ट्यूमर को डिम्बग्रंथि ट्यूमर के रूप में जाना जाता है. इसके बाद इलाज की तैयारियां शुरू हुईं और महिला के पेट से सफलतापूर्वक ट्यूमर निकाला गया. ऑपरेशन इसलिए कठिन था क्योंकि महिला के पेट में ट्यूमर 15 किलो का था और जरा सी चूक से शरीर की कई नसों को नुकसान हो सकता था. इसलिए ऑपरेशन में 2 घंटे का समय लगा.''