मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ के खरखौदा में एक मैरिज होम संचालक ने शादी के तीन दिन पहले बुकिंग कैंसिल कर दी. बुकिंग कैंसिल करने के पीछे जो उसने वजह बताई वह हैरान कर देने वाली है. दरअसल, मैरिज होम संचालक को शादी के तीन दिन पहले बुकिंग कराने वालों की जाति का पता चल गया. बुकिंग कराने वाले वाल्मीकि हैं. इसको लेकर संचालक ने बुकिंग कैंसिल करके उनको फोन किया और कहा कि अपने पैसे ले जाएं. शादी से ठीक पहले मैरिज होम संचालक द्वारा मंडप देने से इनकार करने से वाल्मीकि समाज में रोष है. पीड़ित परिवार ने एसएसपी से इसकी शिकायत की है. उन्होंने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा करते हुए संचालक पर कार्रवाई की मांग की है.
मेरठ जिले के खरखौदा थाना क्षेत्र के गांव के रहने वाले युवक ने अपनी बहन की शादी के लिए एक मैरिज होम को बुक कराया था. लेकिन जब मैरीज होम संचालक को बुक कराने वाले लोगों के बारे में यह जानकारी हुई कि वह लोग वाल्मीकि समाज से हैं तो मंडप में कराई गई बुकिंग को कैंसिल कर दिया गया.
इतना ही नहीं मैरिज होम के मैनेजर ने बाकायदा फोन करके बुकिंग अमाउंट भी वापस ले जाने के लिए कह दिया. शादी की तैयारी में लगे लोगों को जैसे ही इस बारे में सूचना हुई तो उनको चिंता सताने लगी.
बता दें कि युवक मेरठ नगर निगम में सफाईकर्मी है और नौ अप्रैल को उसकी बहन की शादी होनी है. शादी के कार्यक्रम में व्यवधान आने से उनके परिवार में हर कोई परेशान है. इस बारे में एसएसपी दफ्तर पर पहुंचे परिवार के लोग और सैकड़ों समाज के लोगों ने एसएसपी से मिलकर उचित कार्रवाई की गुहार लगाई है. फरियाद लेकर एसएसपी दफ्तर पर पहुंचे युवक ने बताया कि मैरिज होम के मालिक ने दस हजार रुपये एडवांस में बतौर पेशगी लिए थे. अब परिवार के सभी लोग तनाव में हैं. क्योंकि, शादी के लिए सीमित समय बचा है और तमाम व्यवस्थाएं उन्हें करनी है. मैरिज होम के मैनेजर रईस ने शादी न करने की बात कही है. इतना ही नहीं रईस की ऑडियो भी शिकायत के साथ अफसरों को सौंपी गई है.
वाल्मीकि समाज के लोगों के अनुसार मैनेजर रईस ने बोला है कि खरखौदा समेत अन्य क्षेत्र में भी वाल्मीकि समाज के प्रोग्राम नहीं लिए जाते हैं. यदि प्रोग्राम करते हैं तो अन्य समाज के लोग नहीं आते हैं, जिस वजह से शादी के लिए मंडप देने नहीं दे सकते. मेरठ में भी वाल्मीकि समाज से जुड़े लोगों ने इस घटना का विरोध जताते हुए पीड़ित पक्ष के साथ एसएसपी से मुलाकात करके तत्काल न्याय की गुहार लगाई है. सीओ किठौर रुपाली राय ने ईटीवी भारत को बताया है कि अभी तक उनके पास ऐसी कोई सूचना नहीं आई है. जैसे ही इस बारे में उन्हें कोई सूचना मिलेगी वह संज्ञान लेंगी.