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Kanpur Dehat में मां-बेटी की जलकर मौत का मामला, दो आरोपी भेजे गए जेल

Kanpur Dehat में मां-बेटी की जलकर मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गुरुवार रात जेल भेज दिया. पुलिस 4 नामजद आरोपियों को ढूंढ रही है. (kanpur dehat mother daughter burnt alive case)

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Kanpur Dehat में मा बेटी की जलकर मौत का मामला आरोपी जेल
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Published : Feb 17, 2023, 10:24 AM IST

कानपुर देहात: जनपद कानपुर देहात में गुरुवार को मड़ौली कांड मामले में नामजद आरोपी लेखपाल और जेसीबी चालक को कोर्ट में पेश किया. इसके बाद दोनों को देर रात जेल भेज दिया गया. वहीं पुलिस फरार चल रहे गांव के 4 नामजद आरोपियों को ढूंढ रही है. इनकी तलाश में पुलिस की टीमें कई जगहों पर छापेमारी भी कर रही हैं. इस मामले की जांच एसआईटी ने भी शुरू कर दी है. पुलिस का दावा है कि इस केस (kanpur dehat mother daughter burnt alive case) से जुड़े सभी आरोपी बहुत जल्द सलाखों के पीछे होंगे. जिलाधिकारी नेहा जैन का कहना है कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.

जनपद कानपुर देहात के मड़ौली गांव में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटाते समय जेसीबी से जलता छप्पर गिराने से प्रमिला दीक्षित और उनकी बेटी नेहा की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई थी. इसके बाद ये मुद्दा पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. सरकार को भी विपक्ष के तंज सहन करना पड़ रहे हैं. प्रमिला के बड़े बेटे शिवम ने एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद, एसओ दिनेश गौतम लेखपाल अशोक, जेसीबी चालक सुरजीत कुमार उर्फ दीपक समेत करीब 39 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने जेसीबी चालक सुरजीत कुमार उर्फ दीपक और लेखपाल अशोक को गिरफ्तार कर लिया था. दोनों को गुरुवार देर रात जेल भेज दिया गया.

जनपद कानपुर देहात में मड़ौली कांड की निष्पक्ष जांच के लिए शासन की तरफ से दो सदस्यों वाली एसआईटी का गठन किया गया है. एसआईटी में आयुक्त डॉ. राजशेखर और एडीजी आलोक सिंह शामिल हैं. दोनों ने मामले की जांच शुरू कर दी है. एसआईटी को एक हफ्ते के भीतर शासन को अपनी रिपोर्ट देनी है. प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो एसआईटी की जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर ही नामजद अधिकारियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा. जिलाधिकारी नेहा जैन का कहना है कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.

ये भी पढ़ें- Meerut में सूदखोर से परेशान पाइप फैक्ट्री ऑपरेटर ने दी जान, जेब से मिला सुसाइड नोट

कानपुर देहात: जनपद कानपुर देहात में गुरुवार को मड़ौली कांड मामले में नामजद आरोपी लेखपाल और जेसीबी चालक को कोर्ट में पेश किया. इसके बाद दोनों को देर रात जेल भेज दिया गया. वहीं पुलिस फरार चल रहे गांव के 4 नामजद आरोपियों को ढूंढ रही है. इनकी तलाश में पुलिस की टीमें कई जगहों पर छापेमारी भी कर रही हैं. इस मामले की जांच एसआईटी ने भी शुरू कर दी है. पुलिस का दावा है कि इस केस (kanpur dehat mother daughter burnt alive case) से जुड़े सभी आरोपी बहुत जल्द सलाखों के पीछे होंगे. जिलाधिकारी नेहा जैन का कहना है कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.

जनपद कानपुर देहात के मड़ौली गांव में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटाते समय जेसीबी से जलता छप्पर गिराने से प्रमिला दीक्षित और उनकी बेटी नेहा की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई थी. इसके बाद ये मुद्दा पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. सरकार को भी विपक्ष के तंज सहन करना पड़ रहे हैं. प्रमिला के बड़े बेटे शिवम ने एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद, एसओ दिनेश गौतम लेखपाल अशोक, जेसीबी चालक सुरजीत कुमार उर्फ दीपक समेत करीब 39 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने जेसीबी चालक सुरजीत कुमार उर्फ दीपक और लेखपाल अशोक को गिरफ्तार कर लिया था. दोनों को गुरुवार देर रात जेल भेज दिया गया.

जनपद कानपुर देहात में मड़ौली कांड की निष्पक्ष जांच के लिए शासन की तरफ से दो सदस्यों वाली एसआईटी का गठन किया गया है. एसआईटी में आयुक्त डॉ. राजशेखर और एडीजी आलोक सिंह शामिल हैं. दोनों ने मामले की जांच शुरू कर दी है. एसआईटी को एक हफ्ते के भीतर शासन को अपनी रिपोर्ट देनी है. प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो एसआईटी की जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर ही नामजद अधिकारियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा. जिलाधिकारी नेहा जैन का कहना है कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.

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