लखनऊ: एनआईए और मध्य प्रदेश की पुलिस ने मिलकर पिछले साल आतंकी संगठन अलकायदा के इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआईएस) माड्यूल और जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के आतंकी मुफक्किर उर्फ हमीदुल्ला को गिरफ्तार किया था. यूपी एटीएस ने उसे सात दिन की रिमांड पर लिया है. रिमांड पर कोलकाता से लाए गए आतंकी मुफक्किर उर्फ हमीदुल्ला ने यूपी एटीएस के सामने कई बड़े खुलासे किए है, जिसने जांच एजंसी को चिंता में डाल दिया है.
सूत्रों के मुताबिक, मुफक्किर ने बताया है कि उत्तर प्रदेश के पश्चिमी यूपी समेत राज्य के कोने-कोने तक मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में उसने स्लीपर मॉड्यूल तैयार कर प्लांट कर दिए थे. स्लीपर मॉड्यूल को जिम्मेदारी और गजबा ए हिंद का एक्शन प्लान समझा दिया गया था, बस उसे लागू करना था. लेकिन, एनआईए और एमपी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. हालांकि कोई गम नहीं है, उसके साथी यूपी को राख कर देंगे.
स्लीपर मॉड्यूल में ज्यादातर बांग्लादेशीः आतंकी मुफक्किर के इस खुलासे के बाद यूपी की एजेंसियों को यह लगता है कि, बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत आए लोग सिर्फ नौकरी के लिए खासकर यूपी में रहते हैं. इन्ही बांग्लादेशियों को आतंकी संगठन अलकायदा का इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआईएस) माड्यूल और जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश स्लीपर मॉड्यूल के तौर पर इस्तेमाल करता है. इन सभी बांग्लादेशी नागरिकों को यूपी के अलग अलग इलाकों में प्लांट कर दिया जाता है और जो इन्हें लीड करता था, उसे सहारनपुर के देवबंद में ठहराया जाता था.
पिछले साल गिरफ्तार 11 आतंकी थे मुफक्किर के साथीः आतंकी मुफक्किर ने बताया कि यूपी एटीएस ने पिछले साल लुकमान, शहजाद, कारी मुख्तार, मुदस्सिर, कामिल, अलीनूर, नवाजिश अंसारी, मो. अलीम, अजहरुद्दीन, आस मोहम्मद और हारिस को गिरफ्तार किया था. ये सभी उसके साथी थे और उत्तर प्रदेश में AQIS व JMB के लिए स्लीपर मॉड्यूल तैयार कर रहे थे. इसके अलावा जो पहले से प्लांट किए गए स्लीपर मॉड्यूल थे, उसने रेकी करवाने, आतंकी हमले की साजिश को अंजाम तक पहुंचाने की ट्रेनिंग देना का भी यही काम करते थे. लेकिन, उसकी और इन 11 लोगों की गिरफ्तारी ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया.
अब तक गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशियों से पूछताछ करेगी यूपी एटीएसः सूत्रों के मुताबिक, आतंकी मुफक्किर की पूछताछ के बाद यूपी एटीएस चौकन्नी हो गई है. बीते कुछ वर्षों में गिरफ्तार किए गए 250 से अधिक बांग्लादेशी व रोहिंज्ञा मुस्लमानों से अब यूपी एटीएस पूछताछ करने की तैयारी कर रही है. एजेंसी अब यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि जिन बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके ऐसे कितने है जिन्हें मुफक्किर और उसके साथियों ने स्लीपर मॉड्यूल बनाया था. इतना ही नहीं एटीएस बीते साल गिरफ्तार किए गए लुकमान, शहजाद, कारी मुख्तार, मुदस्सिर, कामिल, अलीनूर, नवाजिश अंसारी, मो. अलीम, अजहरुद्दीन, आस मोहम्मद और हारिस से भी एक बार फिर पूछताछ करने की तैयारी में है.