ETV Bharat / bharat

G 20 Summit 2023 in New Delhi : दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन, बाइडेन से लेकर सुनक की होगी मौजूदगी, जानें पूरा ब्योरा

जी-20 की बैठक नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान के भारत मंडपम भवन में होगी. इसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से लेकर ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत 20 देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी होगी. इस बैठक के बारे में जानें सबकुछ.

G 20 meeting
जी 20 बैठक
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 30, 2023, 5:06 PM IST

Updated : Aug 30, 2023, 5:14 PM IST

नई दिल्ली : जी-20 शिखर सम्मेलन नौ सितंबर से शुरू हो रहा है. यह दो दिनों तक चलेगा. इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. इसमें जी-20 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. अतिथियों की सूची में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा शामिल हैं.

कब होगी बैठक - बैठक नौ और 10 सितंबर को होगी. नई दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में बैठक को आयोजित किया गया है. बैठक के दूसरे दिन जी-20 डिक्लरेशन को स्वीकार किया जाएगा. इसमें इस संगठन की प्राथमिकताओं और संकल्पों को आकार देने की घोषणा की जाएगी. अगले एक साल तक संगठन किस तरह से अलग-अलग समितियों के माध्यम से काम करेगा, इसकी झलक इसी दौरान मिलेगी.

आपको बता दें कि भारत मंडपम में एक साथ सात हजार लोग बैठ सकते हैं. यह भारत के सबसे बड़े सभा स्थलों में शामिल है. यह दुनिया के मशहूर सिडनी ऑपेरा हाउस से भी बड़ा है. सिडनी ऑपेरा में 5900 लोग बैठ सकते हैं. पिछले महीने 26 जुलाई को ही इस भवन का उद्घाटन किया गया था.

कैसी होगी सुरक्षा व्यवस्था - इतनी बड़ी बैठक के दौरान दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए दिल्ली पुलिस ने कई कदम उठाए गए हैं. सभी शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी दफ्तरों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे, इस बाबत पुलिस ने विशेष रूप से इंतजाम किए हैं. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम लोगों से निवेदन किया है कि अतिथियों के आने की वजह से अगर दिल्ली वासियों को थोड़ी दिक्कत भी होती है, तो उसमें वे अपना योगदान करें.

दिल्ली के सभी प्रमुख होटलों की बुकिंग -मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अतिथियों के लिए अशोका होटल, द ताज पैलेस, द लीला पैलेस, आईटीसी मौर्या, होटल संगरीला, होटल ललित, होटल मेरिडियन और इंपीरियल होटल की बुकिंग की गई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम जी-20 सुरक्षा व्यवस्था पर काम कर रही है. इसके लिए 60 डीसी को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है. इन्हें अलग-अलग काम सौंपा गया है. सभा स्थल की सुरक्षा व्यवस्था से लेकर होटल की सिक्योरिटी और अतिथियों के साथ आने वाले अन्य लोगों की सुरक्षा किस तरह से की जाएगी, इन पुलिस अधिकारियों को उसी तरह से कैटेगरी में बांट दिया गया है. 69 एक्सप्लोसिव डिटेक्शन डॉग स्क्वैड को भी इस कार्य में लगाया गया है. हैदराबाद से 34 स्पेशल ट्रेंड खोजी कुत्तों को टीम में शामिल किया गया है.

ग्राउंड पर तैनात रहेंगे 10 हजार जवान - ग्राउंड पर करीब दिल्ली पुलिस के 10 हजार जवान बने रहेंगे, ताकि ट्रैफिक व्यवस्था में कोई भी बाधा न आए. इस दौरान दूसरे राज्यों से आने वाली वैसी गाड़ियां, जिन्हें दिल्ली नहीं आना है, उन्हें इस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की ओर मोड़ दिया जाएगा. गुड्स कैरी करने वाली गाड़ियों को शहर में आने की इजाजत नहीं होगी. जरूरी सामान ढोने वाली गाड़ियों को आने की इजाजत दी जाएगी, लेकिन उन्हें स्पेशल पास इश्यू करवाना होगा. बाहर से आने वाली बसों को प्रवेश की अनुमति होगा. लेकिन उन्हें रिंग रोड तक ही आना होगा. स्पेशलाइज्ड एंबुलें असिस्टेंस कंट्रोल रूम बनाया गया है.

कनॉट प्लेस और खान मार्केट रहेंगे बंद - कनॉट प्लेस और खान मार्केट बंद रहेंगे. सभी प्रमुख प्लाईओवर का रिनोवेशन किया गया है. उसके ब्यूटीफिकेशन पर भी काम किया जा रहा है.

जी-20 में शामिल देशों के नाम हैं - भारत, अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, तुर्की, जापान, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, आर्जेटीना, द.कोरिया, द. अफ्रीका, सऊदी अरब, मैक्सिको, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, यूरोपियन यूनियन.

कब हुई थी स्थापना - जी-20 की स्थापना 1999 में की गई थी. नब्बे के दशक में आए वित्तीय संकट के दौरान पूर्वी एशिया और खासकर द. पूर्वी एशिया में जैसी आर्थिक स्थित उत्पन्न हो गई थी, उसके बाद इसे बनाया गया था. इसके उद्देश्यों में मिडिल इनकम वाले देशों का समर्थन करना भी शामिल रहा है. जी-20 में शामिल देशों की वैश्विक जीडीपी में 85 फीसदी भागीदारी है, जबकि ग्लोबल ट्रेड में 75 फीसदी तक दखल ररखते हैं. दुनिया की दो तिहाई आबादी यहां पर रहती है.

भारत की अध्यक्षता - रोटेशनल बेसिस पर जी-20 की अध्यक्षता सौंपी जाती है. एक दिसंबर 2022 से भारत इसकी अध्यक्षता कर रहा है. यह 30 नवंबर 2023 तक इसकी अध्यक्षता करेगा. इसके बाद ब्राजील का नंबर आएगा. इस समय भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. इसने 'वसुधैव कुटुंबकम' को अपना थीम बनाया है. भारत ने इस संगठन के जरिए 'ग्लोबल साउथ' को नई आवाज दी है. ग्लोबल साउथ का मतलब- विकासशील और आर्थिक रूप से कमजोर देशों की आवाज उठाना.

ये भी पढ़ें : तमिलनाडु से दिल्ली पहुंची नटराज की मूर्ति, चबूतरे सहित 28 फीट है ऊंची, बढ़ाएगी जी-20 समिट की शोभा

नई दिल्ली : जी-20 शिखर सम्मेलन नौ सितंबर से शुरू हो रहा है. यह दो दिनों तक चलेगा. इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. इसमें जी-20 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. अतिथियों की सूची में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा शामिल हैं.

कब होगी बैठक - बैठक नौ और 10 सितंबर को होगी. नई दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में बैठक को आयोजित किया गया है. बैठक के दूसरे दिन जी-20 डिक्लरेशन को स्वीकार किया जाएगा. इसमें इस संगठन की प्राथमिकताओं और संकल्पों को आकार देने की घोषणा की जाएगी. अगले एक साल तक संगठन किस तरह से अलग-अलग समितियों के माध्यम से काम करेगा, इसकी झलक इसी दौरान मिलेगी.

आपको बता दें कि भारत मंडपम में एक साथ सात हजार लोग बैठ सकते हैं. यह भारत के सबसे बड़े सभा स्थलों में शामिल है. यह दुनिया के मशहूर सिडनी ऑपेरा हाउस से भी बड़ा है. सिडनी ऑपेरा में 5900 लोग बैठ सकते हैं. पिछले महीने 26 जुलाई को ही इस भवन का उद्घाटन किया गया था.

कैसी होगी सुरक्षा व्यवस्था - इतनी बड़ी बैठक के दौरान दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए दिल्ली पुलिस ने कई कदम उठाए गए हैं. सभी शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी दफ्तरों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे, इस बाबत पुलिस ने विशेष रूप से इंतजाम किए हैं. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम लोगों से निवेदन किया है कि अतिथियों के आने की वजह से अगर दिल्ली वासियों को थोड़ी दिक्कत भी होती है, तो उसमें वे अपना योगदान करें.

दिल्ली के सभी प्रमुख होटलों की बुकिंग -मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अतिथियों के लिए अशोका होटल, द ताज पैलेस, द लीला पैलेस, आईटीसी मौर्या, होटल संगरीला, होटल ललित, होटल मेरिडियन और इंपीरियल होटल की बुकिंग की गई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम जी-20 सुरक्षा व्यवस्था पर काम कर रही है. इसके लिए 60 डीसी को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है. इन्हें अलग-अलग काम सौंपा गया है. सभा स्थल की सुरक्षा व्यवस्था से लेकर होटल की सिक्योरिटी और अतिथियों के साथ आने वाले अन्य लोगों की सुरक्षा किस तरह से की जाएगी, इन पुलिस अधिकारियों को उसी तरह से कैटेगरी में बांट दिया गया है. 69 एक्सप्लोसिव डिटेक्शन डॉग स्क्वैड को भी इस कार्य में लगाया गया है. हैदराबाद से 34 स्पेशल ट्रेंड खोजी कुत्तों को टीम में शामिल किया गया है.

ग्राउंड पर तैनात रहेंगे 10 हजार जवान - ग्राउंड पर करीब दिल्ली पुलिस के 10 हजार जवान बने रहेंगे, ताकि ट्रैफिक व्यवस्था में कोई भी बाधा न आए. इस दौरान दूसरे राज्यों से आने वाली वैसी गाड़ियां, जिन्हें दिल्ली नहीं आना है, उन्हें इस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की ओर मोड़ दिया जाएगा. गुड्स कैरी करने वाली गाड़ियों को शहर में आने की इजाजत नहीं होगी. जरूरी सामान ढोने वाली गाड़ियों को आने की इजाजत दी जाएगी, लेकिन उन्हें स्पेशल पास इश्यू करवाना होगा. बाहर से आने वाली बसों को प्रवेश की अनुमति होगा. लेकिन उन्हें रिंग रोड तक ही आना होगा. स्पेशलाइज्ड एंबुलें असिस्टेंस कंट्रोल रूम बनाया गया है.

कनॉट प्लेस और खान मार्केट रहेंगे बंद - कनॉट प्लेस और खान मार्केट बंद रहेंगे. सभी प्रमुख प्लाईओवर का रिनोवेशन किया गया है. उसके ब्यूटीफिकेशन पर भी काम किया जा रहा है.

जी-20 में शामिल देशों के नाम हैं - भारत, अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, तुर्की, जापान, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, आर्जेटीना, द.कोरिया, द. अफ्रीका, सऊदी अरब, मैक्सिको, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, यूरोपियन यूनियन.

कब हुई थी स्थापना - जी-20 की स्थापना 1999 में की गई थी. नब्बे के दशक में आए वित्तीय संकट के दौरान पूर्वी एशिया और खासकर द. पूर्वी एशिया में जैसी आर्थिक स्थित उत्पन्न हो गई थी, उसके बाद इसे बनाया गया था. इसके उद्देश्यों में मिडिल इनकम वाले देशों का समर्थन करना भी शामिल रहा है. जी-20 में शामिल देशों की वैश्विक जीडीपी में 85 फीसदी भागीदारी है, जबकि ग्लोबल ट्रेड में 75 फीसदी तक दखल ररखते हैं. दुनिया की दो तिहाई आबादी यहां पर रहती है.

भारत की अध्यक्षता - रोटेशनल बेसिस पर जी-20 की अध्यक्षता सौंपी जाती है. एक दिसंबर 2022 से भारत इसकी अध्यक्षता कर रहा है. यह 30 नवंबर 2023 तक इसकी अध्यक्षता करेगा. इसके बाद ब्राजील का नंबर आएगा. इस समय भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. इसने 'वसुधैव कुटुंबकम' को अपना थीम बनाया है. भारत ने इस संगठन के जरिए 'ग्लोबल साउथ' को नई आवाज दी है. ग्लोबल साउथ का मतलब- विकासशील और आर्थिक रूप से कमजोर देशों की आवाज उठाना.

ये भी पढ़ें : तमिलनाडु से दिल्ली पहुंची नटराज की मूर्ति, चबूतरे सहित 28 फीट है ऊंची, बढ़ाएगी जी-20 समिट की शोभा

Last Updated : Aug 30, 2023, 5:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.