उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव के बारासगवर थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार को चार बच्चों की करेंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी डॉक्टरों ने तीन बच्चों की मौत का कारण इलेक्ट्रिक शॉट बताया है. जबकि एक बच्चे की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, जिसको लेकर डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित करके जांच के लिए लैब भेज दिया है. वहीं इस घटना से आहत पिता ने मंगलवार को कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया. परिवार वालों ने उनको सीएचसी में भर्ती कराया, जहां इलाज जारी है.
उन्नाव के 12 सागर थाना क्षेत्र में स्थित लालमन खेड़ा गांव के रहने वाले वीरेंद्र कुमार सरोज रविवार को अपनी पत्नी शिव देवी के साथ धान काटने खेत गए थे. तभी घर में उनके चार बच्चे मयंक (9), हिमांशी (8), हिमांक (6), मानसी (4) खेल रहे थे. इसी दौरान चारों बच्चे घर में रखे पंखे की चपेट में आ गए और करंट लगने से चारों बच्चों की मौत हो गई थी.
सभी बच्चों का सोमवार को पोस्टमार्टम उन्नाव में हुआ, जिसमें डॉक्टर ने तीन बच्चों की मौत का कारण इलेक्ट्रिक शॉट व एक बच्चे की मौत का कारण स्पष्ट नहीं कर पाए. इसको लेकर डॉक्टर ने विसरा सुरक्षित कर प्रयोगशाला जांच के लिए भेज दिया है. वहीं इस घटना से आहत बच्चों के पिता वीरेंद्र ने कीटनाशक पी लिया. विरेंद्र की हालत बिगड़ती देख परिजनों ने उसे बारासगवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है.
उन्नाव पुलिस का कहना है कि किसी भी बच्चे की मौत का कारण जहरीला पदार्थ नहीं है. सभी बच्चों की मौत इलेक्ट्रिक शॉर्ट से हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर के पैनल के द्वारा जो दर्शाया गया है, उसमें स्पष्ट है कि तीन बच्चों की मौत का कारण इलेक्ट्रिक करंट ही है. जबकि एक बच्चे के शरीर पर इलेक्ट्रिक शॉट के इनपुट एग्जिट नहीं मिले हैं, जिससे विसरा सुरक्षित कर उसे जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
एक ही परिवार के चार बच्चों की मौत के बाद उन्नाव के लालमन खेड़ा गांव में दुख का माहौल व्याप्त है. चारों तरफ बच्चों की मौत की चर्चा हो रही है. बच्चों के परिजनों में मां-बाप पिता बदहवास अवस्था में हैं, जिसमें पिता ने तो जहरीला पदार्थ भी निगल लिया था. हालांकि पिता की स्थिति में सुधार है.