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कॉलेज के माली की जान की दुश्मन बनी चील, हेलमेट पहन कर रहा काम - हापुड़ में चील बनी माली की दुश्मन

हापुड़ में एक चील कॉलेज के माली की जानी दुश्मन बन गई है. खुद की हिफाजत के लिए माली को हेलमेट पहनकर काम करना पड़ रहा है. चलिए जानते हैं पूरी खबर में.

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Published : Apr 12, 2023, 10:07 PM IST

हापुड़ः आपने आरिफ और सारस जैसी इंसान और पशु-पक्षियों के बीच दोस्ती और प्यार के किस्से तो कई सुने होंगे लेकिन क्या कभी सुना है कि कोई पक्षी किसी इंसान का जानी दुश्मन बन बैठा हो. पक्षी को जब भी मौका लगता है वह इंसान पर हमला कर देता है. जी हां, यह बिल्कुल सच है. ऐसा एक मामला हापुड़ में सामने आया है. यहां एक चील कॉलेज के माली की जानी दुश्मन बन गई है. चील से बचने के लिए माली को हेलमेट पहनकर काम करना पड़ रहा है.

हापुड़ में माली राजबीर की जान की दुश्मन बन गई है चील.

मामला जनपद हापुड़ के एसएसवी इंटर कॉलेज का है. यहां एक पेड़ पर रहने वाली चील वहां काम करने वाले माली राजबीर की जानी दुश्मन बन गई है. हमले की वजह से माली राजबीर के दिल में ऐसी दहशत भर गई है कि वह कॉलेज में हेलमेट पहनकर रहता है. राजबीर का कहना है कि कॉलेज में सैकड़ों कर्मचारी, अध्यापक और छात्र- छात्राएं हैं लेकिन चील सिर्फ उसी पर ही हमला करती है. चील जब भी मौका पाती है उसके सिर पर चोच मार देती है. वह बीते 15 दिनों में छह से सात बार उस पर हमला कर चुकी है. उसे डर सता रहा है कि कहीं चील उसकी आंख पर न हमला कर दें. आंख को नुकसान पहुंचा तो वह कहीं का नहीं रहेगा. इस वजह से वह हेलमेट पहनकर काम कर करता है.

उसने बताया कि स्कूल में करीब 80 से 90 लोगों का स्टाफ है और 3900 बच्चे हैं. राजबीर के मुताबिक इतने लोगों में चील सिर्फ उसी पर ही हमला करती है. उसे पता नहीं है कि चील की उससे क्या दुश्मनी है. एसएसबी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य विजय कुमार गर्ग ने बताया कि जिस पार्क में माली राजबीर काम करता है, उस पार्क में पीपल का पेड़ है. वहां पर चील का घोंसला है. घोंसले में चील के बच्चे हैं. कार्य करते हुए माली के हाथ में कभी डंडा, झाड़ू, फावड़ा या कोई अन्य ऐसा सामान होता है तो चील डर जाती है कि वह उसके बच्चों को नुकसान पहुंचाएगा. इस वजह से वह माली को परेशान करती है. प्रिंसिपल ने बताया कि चील एक बार मांझे में फंस गई थी तब माली और चपरासी ने ही उसे बचाया था. इसके बाद चील उस पर हमला करने लगी.

ये भी पढ़ेंः साबरमती जेल से माफिया अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज पहुंची पुलिस, नैनी सेंट्रल जेल में हुआ बंद

हापुड़ः आपने आरिफ और सारस जैसी इंसान और पशु-पक्षियों के बीच दोस्ती और प्यार के किस्से तो कई सुने होंगे लेकिन क्या कभी सुना है कि कोई पक्षी किसी इंसान का जानी दुश्मन बन बैठा हो. पक्षी को जब भी मौका लगता है वह इंसान पर हमला कर देता है. जी हां, यह बिल्कुल सच है. ऐसा एक मामला हापुड़ में सामने आया है. यहां एक चील कॉलेज के माली की जानी दुश्मन बन गई है. चील से बचने के लिए माली को हेलमेट पहनकर काम करना पड़ रहा है.

हापुड़ में माली राजबीर की जान की दुश्मन बन गई है चील.

मामला जनपद हापुड़ के एसएसवी इंटर कॉलेज का है. यहां एक पेड़ पर रहने वाली चील वहां काम करने वाले माली राजबीर की जानी दुश्मन बन गई है. हमले की वजह से माली राजबीर के दिल में ऐसी दहशत भर गई है कि वह कॉलेज में हेलमेट पहनकर रहता है. राजबीर का कहना है कि कॉलेज में सैकड़ों कर्मचारी, अध्यापक और छात्र- छात्राएं हैं लेकिन चील सिर्फ उसी पर ही हमला करती है. चील जब भी मौका पाती है उसके सिर पर चोच मार देती है. वह बीते 15 दिनों में छह से सात बार उस पर हमला कर चुकी है. उसे डर सता रहा है कि कहीं चील उसकी आंख पर न हमला कर दें. आंख को नुकसान पहुंचा तो वह कहीं का नहीं रहेगा. इस वजह से वह हेलमेट पहनकर काम कर करता है.

उसने बताया कि स्कूल में करीब 80 से 90 लोगों का स्टाफ है और 3900 बच्चे हैं. राजबीर के मुताबिक इतने लोगों में चील सिर्फ उसी पर ही हमला करती है. उसे पता नहीं है कि चील की उससे क्या दुश्मनी है. एसएसबी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य विजय कुमार गर्ग ने बताया कि जिस पार्क में माली राजबीर काम करता है, उस पार्क में पीपल का पेड़ है. वहां पर चील का घोंसला है. घोंसले में चील के बच्चे हैं. कार्य करते हुए माली के हाथ में कभी डंडा, झाड़ू, फावड़ा या कोई अन्य ऐसा सामान होता है तो चील डर जाती है कि वह उसके बच्चों को नुकसान पहुंचाएगा. इस वजह से वह माली को परेशान करती है. प्रिंसिपल ने बताया कि चील एक बार मांझे में फंस गई थी तब माली और चपरासी ने ही उसे बचाया था. इसके बाद चील उस पर हमला करने लगी.

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